CG BEMETARA :एकेडमिक वर्ल्ड स्कूल बेमेतरा के छात्रों ने इसरो (ISRO) “भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन” का किया भ्रमण

CG BEMETARA :एकेडमिक वर्ल्ड स्कूल बेमेतरा के छात्रों ने इसरो (ISRO) “भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन” का किया भ्रमण
CG BEMETARA :एकेडमिक वर्ल्ड स्कूल बेमेतरा के छात्रों ने इसरो (ISRO) “भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन” का किया भ्रमण

संजू जैन जिला संवाददाता बेमेतरा
7000885784

बेमेतरा:एकेडमिक वर्ल्ड स्कूल, बेमेतरा (छ.ग) के कक्षा 10वीं से 12वीं के 100 से अधिक छात्रों ने हाल ही में वार्षिक शैक्षणिक यात्रा के अंतर्गत भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के सतीश धवन स्पेस सेंटर (SDSC), श्रीहरिकोटा का दौरा किया। इसरो दौरे के साथ ही, छात्रों ने चेन्नई, पांडिचेरी और महाबलीपुरम जैसे सांस्कृतिक और ऐतिहासिक स्थलों की भी यात्रा की, जहां उन्हें भारत की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर और आधुनिक वैज्ञानिक सोच का अनूठा संगम देखने को मिला। इसरो के सतीश धवन स्पेस सेंटर के दौरे में छात्रों ने मिशन कंट्रोल सेंटर, लॉन्च पैड्स, व्हीकल असेंबली बिल्डिंग्स, और चंद्रयान मिशन की विस्तृत प्रक्रियाओं का अवलोकन किया। इस यात्रा के माध्यम से छात्रों को अंतरिक्ष विज्ञान, रॉकेट निर्माण, और मिशन नियंत्रण की जटिलताओं का गहन अनुभव प्राप्त हुआ, जिसने उनकी वैज्ञानिक सोच को नई दिशा दी। इसके अलावा, इस यात्रा में चेन्नई, पांडिचेरी, और महाबलीपुरम जैसे स्थानों का भ्रमण भी शामिल था। चेन्नई में छात्रों ने मरीना बीच और स्नेक पार्क का भ्रमण किया, जिससे उन्हें समुद्री जीवों और पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ाने का अवसर मिला। पांडिचेरी में, फ्रांसीसी संस्कृति और वास्तुकला का अवलोकन कर छात्रों ने बहुराष्ट्रीय संस्कृति की जानकारी प्राप्त की। वहीं, महाबलीपुरम में प्राचीन मंदिरों, शिल्पकला और यूनेस्को विश्व धरोहर स्थलों का भ्रमण कर उन्होंने भारत के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व को करीब से समझा। यह वार्षिक शैक्षणिक यात्रा प्रतिवर्ष स्कूल द्वारा आयोजित की जाती है, जिसका उद्देश्य छात्रों को किताबों से बाहर निकलकर व्यावहारिक अनुभव प्रदान करना है।इस अवसर पर स्कूल के प्राचार्य  पंकज जोशी ने कहा, "ऐसी शैक्षणिक यात्राएँ छात्रों के ज्ञान और आत्मविश्वास को बढ़ाती हैं। हमारा प्रयास है कि हमारे छात्र न केवल अकादमिक रूप से बल्कि सांस्कृतिक और सामाजिक दृष्टि से भी समृद्ध बनें। इन स्थलों का दौरा कर वे विविधता और नवाचार के प्रति जागरूक बनते हैं, जो उनके समग्र विकास के लिए अनिवार्य है।"इस अवसर पर स्कूल की संचालिका श्रीमती भावना बोहरा ने कहा, "हमारे छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए इस प्रकार की यात्राएँ अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। इसरो में जाकर उन्होंने वैज्ञानिक सोच को गहराई से समझा, जबकि चेन्नई, पांडिचेरी और महाबलीपुरम में जाकर उन्होंने संस्कृति, कला और प्रकृति का महत्व जाना। इस यात्रा के माध्यम से बच्चों ने दक्षिण भारत स्थित विभिन्न संस्कृति को देखा और समझा जो बच्चों के लिए एक महत्वपूर्ण अनुभव रहा। "