अपने अंदर के अहंकार को हटा दीजिए -आदेश सोनी... समाधान में द आर्ट ऑफ टीचिंग "ब्रम्हास्त्र" विषय पर आयोजित हुआ कार्यशाला

अपने अंदर के अहंकार को हटा दीजिए -आदेश सोनी... समाधान में द आर्ट ऑफ टीचिंग
अपने अंदर के अहंकार को हटा दीजिए -आदेश सोनी... समाधान में द आर्ट ऑफ टीचिंग "ब्रम्हास्त्र" विषय पर आयोजित हुआ कार्यशाला

संजू जैन:7000885784
बेमेतरा:समाधान महाविद्यालय एवं समाधान आईटीआई में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन ‘सेल्फ फाइंडिंग एण्ड कम्यूनिकेशन स्किल’ एवं ‘द आर्ट ऑफ टीचिंग ब्रम्हास्त्र विषय पर सम्पन्न हुआ। कार्यशाला के मुख्य अतिथि श्री आदेश सोनी, लाइफ कोच एण्ड कम्यूनिकेशन स्किल के ट्रेनर उपस्थित थें। महाविद्यालय के डायरेक्टर डॉ. अवधेश पटेल ने मुख्य अतिथि का स्वागत एवं अभिनन्दन करते हुए समर कैंप के विद्यार्थियों को मार्गदर्शन प्रदान करने के लिए आमंत्रित किया।*

छात्रों को संबोधित करते हुए, महोदय जी ने कहा कि संचार की आवश्यकता प्रत्येक विभाग/ क्षेत्र में होती हैं, जैसे- डॉक्टर, वकील, व्यवसाय, शिक्षक, पुलिस विभाग आदि। संचार के महत्व को समझाते हुए, उन्होंने इसके पांच तत्व बताए- वाइस पिच, आई कौन्टैक्ट, हाथों का प्रयोग, जगह का प्रयोग एवं मुस्कुराहट। सेल्फ फाइंडिंग के विषय में बताया-जब तक आप स्वयं को नहीं पहचानेंगे, तब तक आप जीवन का वास्तविक आनंद नहीं उठा पाएंगे। इस प्रकरण को स्पष्ट करने के लिए अपने जीवन के दो गोल्डन रूल बताये- जो प्राप्त है, पर्याप्त हैं तथा जो शेष‌ हैं, विशेष हैं। तत्पश्चात महाविद्यालय के सहायक प्राध्यापकों को ‘द आर्ट ऑफ टीचिंग’ विषय पर मार्गदर्शन प्रदान किया गया। सर्वप्रथम महोदय जी ने शिक्षकों से कहा- आप सभी लीडर हैं और एक लीडर होने के नाते आप में तीन गुण अवश्य होने चाहिए- धैर्य, सकारात्मकता एवं निष्काम कर्मभाव। इसी प्रकार ऐसी तीन जो आप में बिल्कुल नहीं होनी चाहिए- बहाना, आरोपण तथा आलस्य। उनके द्वारा एक माधव सेना नामक संगठन का निर्माण किया, गया है जिसके चार चरण हैं- सेना, वीर, कर्मवीर तथा कर्मयोगी।अंत में महाविद्यालय के डायरेक्टर डॉ. अवधेश पटेल ने आभार व्यक्त करते हुए विद्यार्थियों को निरंतर आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। इस कार्यशाला से विद्यार्थी काफी उत्साहित एवं प्रसन्नचित हुए। विद्यार्थियों ने महोदय जी से 10 प्रश्न पूछे गए, जैसे – आप अपनी सफलता का श्रेय किसे देना चाहेंगे?, आप अपना आदर्श किसे मानते हैं?,  तथा माधव सेना से जुड़ने के लिए हमें क्या करना होगा आदि‌। इन सभी प्रश्नों का उत्तर सर ने काफी सूझ – सूझ  के साथ दिया। इस कार्यक्रम में समर कैंप के लगभग 200 विद्यार्थी तथा महाविद्यालय के प्रशासनिक अधिकारी श्री उमेश सिंह राजपूत, श्री लक्ष्मीनारायण साहू, सुश्री स्वीटी मलिक, सुश्री संगीता अग्रवाल, श्रीमती पूजा सिन्हा, श्री अंशु दत्ता को- आडिनेटर, श्री योगेश्वर सिन्हा्, डॉ. जी. डी. मानिकपुरी तथा अन्य सहायक प्राध्यापक उपस्थित थें।*