CG:समर्थन मूल्य पर धान उपार्जन 1 नवम्बर से.....जिले के 102 सहकारी समितियों के 123 केन्द्रों में होगा धान का उपार्जन.... बेमेतरा DM ने ली नोडल अधिकारियों की बैठक




संजू जैन:7000885784
बेमेतरा :एक नवम्बर से शुरु होने वाने समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की तैयारियों को लेकर जिला प्रशासन ने तैयारियां शुरु कर दी है। कल कलेक्टर श्री जितेन्द्र कुमार शुक्ला ने जिला पंचायत सभाकक्ष में धान खरीदी के संबंध में धान उपार्जन केन्द्रों के नोडल अधिकारियों की संयुक्त बैठक ली। बैठक में जिलाधीश ने किसानों का पंजीयन की जानकारी, किसानों को टोकन जारी करने, बारदानों की उपलब्धता, फड़ चबुतरा, जनरेटर, डनेज सिस्टम, बारिश से बचने तिरपाल आदि की व्यवस्था के संबंध मे आवश्यक निर्देश दिए। जिलधीश ने खरीदी केन्द्रों मे मानव संसाधन, आर्द्रतामापी यंत्र, उपार्जन केन्द्र मे तौल-बांट, पेयजल विद्युत व्यवस्था, कैप कव्हर आदि का भौतिक सत्यापन करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। कलेक्टर ने कहा कि धान उपार्जन केन्द्र के लिए भूमि नीची/गढ़ढे वाली न हो जिसमें असामयिक वर्षा की स्थिति में संग्रहित धान खराब होने की स्थिति निर्मित न हो। बैठक में बताया गया कि जिला विपणन अधिकारी द्वारा 70 उपार्जन केन्द्रों को 805 गठान पीडीएस बारदाना एवं 49 उपार्जन केन्द्रों को 2450 गठान नया बारदाना प्रेषित किया गया है। प्रत्येक सप्ताह के अंत में शनिवार को आगामी सप्ताह में धान खरीदी में उपयोग आने वाले बारदानों की उपार्जन केन्द्रवार समीक्षा की जावेगी ताकि खरीदी में कोई व्यवधान उन हो।
जिलाधीश ने तहसीलदारों से कहा खसरे की नियमित जानकारी लें, धान उपार्जन केन्द्र की सूची अपने जानकारी में रखें और गांव के किसी शासकीय रकबे से धान का उपार्जन नहीं करने के निर्देश दिए। उन्होने कहा कि कृषकों को अपने पंजीयन के लिए भटकना न पड़े, इस कार्य को प्राथमिकता से लें। उन्होने कहा कि समर्थन मूल्य पर धान खरीदी कार्य शासन के सर्वोच्च प्राथमिकता में शामिल है, धान बिक्री के लिए आने वाले किसानों को किसी भी प्रकार की समस्या नहीं होनी चाहिए। इस वर्ष जिले में 7 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी का लक्ष्य रख गया है।
कलेक्टर श्री शुक्ला ने कहा कि धान की खरीदी गुणवत्तायुक्त हो इसके लिए आवश्यक है धान को ढेर कराकर ही खरीदी किया जाये। धान खरीदी में टोकन औसत किसानों की संख्या को देखते हुए जारी कराया जाना है। धान का स्टेक सबसे पहले प्रदाय की स्थिति को देखते हुए पहले किसान बारदाना, फिर प्लास्टिक बारदाना, फिर पुराने एवं नये बारदाने का बनाना सुनिश्चित करेंगे। धान की खरीदी में किसानों की पूरी सुविधा का ध्यान रखा जाये उन्हें धान बेचने के समय अच्छा महसूस होना चाहिए। किसानों की सुविधा के लिए बैठक व्यवस्था एवं पेयजल की व्यवस्था अनिवार्य रुप से रखें। धान का स्टेक बिना डनेज के किसी भी स्थिति मे न किया जावे। बैठक मे कृषि, सहकारिता, खाद्य, मार्कफेड, नागरिक आपूर्ति निगम के अधिकारी उपस्थित थे।