CG:अब थानखम्हरिया नपं अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने का सौंपा आवेदन...बेमेतरा जिला भाजपा अध्यक्ष के गृह ग्राम में नगर पंचायत के अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव,अब भाजपा नेताओं की असली परीक्षा...बेमेतरा अनुविभागीय अधिकारी दुर्गेश वर्मा को पीठासीन अधिकारी भी नियुक्त कर दिया गया है..पढिये पूरा खबर

CG:अब थानखम्हरिया नपं अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने का सौंपा आवेदन...बेमेतरा जिला भाजपा अध्यक्ष के गृह ग्राम में  नगर पंचायत के अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव,अब भाजपा नेताओं की असली परीक्षा...बेमेतरा अनुविभागीय अधिकारी दुर्गेश वर्मा को पीठासीन अधिकारी भी नियुक्त कर दिया गया है..पढिये पूरा खबर
CG:अब थानखम्हरिया नपं अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने का सौंपा आवेदन...बेमेतरा जिला भाजपा अध्यक्ष के गृह ग्राम में नगर पंचायत के अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव,अब भाजपा नेताओं की असली परीक्षा...बेमेतरा अनुविभागीय अधिकारी दुर्गेश वर्मा को पीठासीन अधिकारी भी नियुक्त कर दिया गया है..पढिये पूरा खबर

संजू जैन:7000885784
बेमेतरा(साजा):मौसम के तल्ख तेवर के साथ ही साथ जिले में राजनीतिक का मौसम भी काफी गरम हो गया है। कुछ दिन पहले जहां जनपद पंचायत बेमेतरा में अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया और अध्यक्ष को पद से हटाया भी गया था।

वहीं, अब कांग्रेस की निगाह थानखम्हरिया नगर पंचायत पर बनी हुई है, जहां के भाजपा समर्थित अध्यक्ष अंजना राजेश ठाकुर के खिलाफ पार्षदों ने मोर्चा खोल दिया है। और 9 पार्षदों के हस्ताक्षर युक्त आवेदन मंगलवार को बेमेतरा कलेक्टर को सौंपा गया। सौंपे गए आवेदन में इस बात का उल्लेख किया गया है कि अध्यक्ष नगर पंचायत थानखम्हरिया द्वारा शासन की योजनाओं का क्रियान्वयन समय पर नहीं हो पाना, शहर के साफ-सफाई के प्रति लापरवाही के साथ-साथ और भी कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं। हालांकि पार्षदों के साथ-साथ जिला संगठन बंसी पटेल अध्यक्ष जिला कांग्रेस भी कलेक्टर को ज्ञापन सौंपने के दौरान मौजूद रहे।

विदित हो कि लगभग ढाई साल पहले संपन्न हुए नगर पंचायत चुनाव में बेमेतरा जिले में भाजपा की स्थिति सम्मानजनक कही जा रही थी, जिसके चलते ही जहां जिला मुख्यालय बेमेतरा में भाजपा पार्षदों के बहुमत के साथ ही साथ नगर पंचायत देवकर और थानखम्हरिया में भाजपा को स्पष्ट बहुमत मिली थी, किंतु जिला भाजपा बेमेतरा के संगठन क्षमता के नाकामी के चलते जहां पहले जिला मुख्यालय बेमेतरा में भाजपा अध्यक्ष बनाने में नाकाम रही, वहीं नगर पंचायत देवकर में भी भाजपा का अध्यक्ष बच नहीं पाया। अब जिले में एकमात्र नगर पंचायत थानखम्हरिया ही बची हुई थी, जहां पर भाजपा का अध्यक्ष काबिज था।

यहां 15 पार्षदों वाली नगर पंचायत में सात पर भाजपा और सात पर कांग्रेस का कब्जा था, वहीं एक निर्दलिय प्रत्याशी ने अपना समर्थन भाजपा को दिया था, जिसके कारण यहां भाजपा काबिज थी, किंतु वह भी अब खिसकने की स्थिति में है, लगभग अब यही कहा जा सकता है। हालांकि इस बात का राजफाश आने वाले दिनों में ही हो पाएगा, किंतु जिस तरह से पार्षदों ने मोर्चा खोला है, उसके चलते इतना अवश्य कहा जा सकता है कि पार्षदों की मोर्चा उन्हें कामयाब अवश्य ही कर सकती है।

25 मई की तिथि हुई निर्धारित

पार्षदों के आवेदन सौंपते ही प्रशासन भी हरकत में आया और सभी पार्षदों के उपस्थित रहने के चलते पार्षदों के हस्ताक्षर मिलान सहित अन्य कार्यवाही भी आज पूरी कर ली गई तथा कलेक्टर द्वारा नगर पंचायत खम्हरिया के अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के लिए 25 मई की तिथि भी निर्धारित कर दी गई है। और अविश्वास प्रस्ताव की कार्यवाही के लिए बेमेतरा अनुविभागीय अधिकारी दुर्गेश वर्मा को पीठासीन अधिकारी भी नियुक्त कर दिया गया है। इसके इसके साथ ही साथ पूरी कार्यवाही नगर पंचायत परिषद थानखम्हरिया में ही संपन्न भी होगी।

साजा विधानसभा का हिस्सा

विदित हो कि नगर पंचायत थानखम्हरिया साजा विधानसभा क्षेत्र का एक हिस्सा है तथा साजा विधानसभा में कुल चार नगर पंचायत शामिल हैं, जिसमें साजा, देवकर, थानखम्हरिया और परपोड़ी नगरीय निकाय का चुनाव ढाई साल पहले संपन्न हुआ था, जिसमें दो नगर पंचायत में भाजपा और दो नगर पंचायत में कांग्रेस के अध्यक्ष निर्वाचित भी हुए थे, किंतु इन ढाई सालों में बदलते राजनीतिक समीकरण के चलते वर्तमान की स्थिति में अब तीन नगर पंचायत में कांग्रेस का कब्जा है तथा चौथे पर अविश्वास प्रस्ताव के लिए 25 मई को होना नियत कर दिया गया है। और यदि पार्षदों द्वारा लाया गया अविश्वास प्रस्ताव पारित हो जाता है तो निश्चित रूप से बेमेतरा जिला के नगरीय निकाय में भाजपा का सूप़ड़ा साफ हो सकता है।