सनातन धर्म स्वयंभू है, और आज जो हिंदू धर्म मौजूद है वह सनातन है, बाकी आज जीतने भी अन्य धर्म की रचना और नियम हैं, वे सभी कृत्रिम हैं.
Sanatan Dharma is Swayambhu, and the Hinduism that exists today is Sanatan,




NBL, 24/05/2022, Lokeshwer Prasad Verma,. Sanatan Dharma is Swayambhu, and the Hinduism that exists today is Sanatan, the rest are the creation and rules of other religions even today, they are all artificial.
विश्व मे आदिकाल मे एक ही धर्म थे वह है, सनातन धर्म जो स्वयंभू और इन्ही धर्म के मुख्य धर्म आज हिन्दू धर्म है, जो प्योर सनातन धर्म है, इसलिए हिन्दू धर्म अपने आप में गर्व से कहते है हम सनातन धर्म के सनातनी है करके, बाकी हिन्दू धर्म का नाम अन्य देशों से आये लोगों ने नाम रख दिया हिन्दू, बल्कि हिन्दू धर्म ही सनातन धर्म है। इसलिए हिन्दू कोई धर्म नहीं है, सनातन धर्म ही हिन्दू का धर्म है, पढ़े विस्तार से... बाकी विश्व मे जितने भी अन्य धर्म आज है, वह सभी धर्म व्यक्ति या व्यक्ति के आधार गुण के महत्व व उनके चमत्कार को देखकर ही अपने नये धर्म का निर्माण किया, जो सनातन धर्म प्रकृति के विरुध होकर नया नियम के साथ नया धर्म का निर्माण किया जो विधि के विरुद् था लेकिन कुछ सुख व सुविधा के साथ साथ लालच भी नया धर्म में लोगों का विलय होना भी एक कारण है। इसलिए सनातन धर्म से अलग हुए यह अन्य धर्म कृत्रिम हैं.
सनातन धर्म संस्कृति में वर्ण भेद का नया निर्माण होना और इन्ही वर्ण भेदों मे जाति व जाति भेद लिंग मे भेद भाव करना व कुछ बनावटी आडम्बरो के कारण व छुआछुत का निर्माण होना कुछ धर्म अज्ञानी के द्वारा यही से सनातन धर्म के मानने वाले लोग अपने मुख्य धर्म को छोड़कर नये धर्म में चलें जाना और नये धर्म के नियम व कानून में चलना व नये पूजा प्रार्थना में शामिल होना जबकि सनातन धर्म के सभी एक ही संतान व रज खुन है।
और नये धर्म का अपना विस्तार जोर शोर से करना और इस विस्तार में क्रूरता भी शामिल हैं। जो सनातन धर्म के मानने वाले लोगों के ऊपर अत्याचार करना, व इस सनातन धर्म संस्कृति को मिटाकर अपने नये धर्म नियम व निर्माण का स्थापित कर सनातन धर्म को जड़ से मिटा देना ही इनके मुख्य उद्देश्य होते थे।
आप विश्व के कोई भी नियम धर्म को मानों लेकिन सनातन धर्म प्रकृति के बिना आप अधूरे हैं, आप अपना नियम मे चल सकते हैं, लेकिन नया पाँच तत्व का निर्माण अपने नये धर्म के लिए निर्माण नहीं कर सकते, इसलिए आप और आपके धर्म आज भी अधूरे हैं और इसके मुख्य मालिक सनातन धर्म संस्कृति के आदिदेव है, यह प्रत्यक्ष प्रमाण है, जबकि सनातन धर्म संस्कृति से आपके अलग होना ही कई दुखों का कारण है, जो आज सामने आ रहा है, सत्य और असत्य की सही धर्म अवलोकन देश दुनिया को दिख रही हैं। सनातन धर्म संस्कृति आज भी अपने जगह कैसे अटल है, जो धर्म भेद कर नया धर्म का अधर्म सामने प्रत्यक्ष रूप से आपको खुद दिख रहा है।