Sahara India Payment : सहारा इण्डिया के निवेशको के लिए आई बड़ी खुशखबरी! जल्द मिलेगा डूबा हुआ पैसा, सुप्रीमकोर्ट ने दिए आदेश, यहाँ देखें नया अपडेट...
Sahara India Payment : Great news for the investors of Sahara India! Lost money will be recovered soon, Supreme Court orders, see new update here... Sahara India Payment : सहारा इण्डिया के निवेशको के लिए आई बड़ी खुशखबरी! जल्द मिलेगा डूबा हुआ पैसा, सुप्रीमकोर्ट ने दिए आदेश, यहाँ देखें नया अपडेट...




Sahara India Payment :
नया भारत डेस्क : सहारा इण्डिया परिवार एक बहुत ही बड़ी भारत की एक समय पर कंपनी थी। लेकिन समय के चलते सब कुछ ध्वस्त हो गया और यह कंपनी धीरे-धीरे डूबती गई। अब इस कंपनी की वर्तमान में यह स्थिति है कि निवेशकों का बड़ा पैसा इस कंपनी में फंसा हुआ है जो सहारा कंपनी लौटा नहीं पा रही है। लेकिन सहारा अपनी तरफ से यह ब्यान लगातार दे रही है कि वह निविशकों का डूबा पैसा जल्द से जल्द लौटायेगी और निवेशक किसी भी प्रकार से चिंता ना करें। (Sahara India Payment)
सहारा के निवेशकों को सुप्रीम कोर्ट ने दायर एक जनहित याचिका में सहारा को 5000 करोड़ रुपए निवेशकों को लौटाने का आदेश दिया था. सहारा-सेबी में जमा शेष राशि में से सहारा ग्रुप की सहकारी समितियों के निवेशकों को धनवापसी के लिए 5,000 करोड़ रुपए केंद्रीय रजिस्ट्रार को ट्रांसफर किए जाएंगे. सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त रिटायर्ड जज आर सुभाष रेड्डी की देखरेख में और एडवोकेट गौरव अग्रवाल की सहायता से केंद्रीय रजिस्ट्रार नौ महीने में भुगतान प्रक्रिया को पूरा करेंगे. (Sahara India Payment)
इस बीच मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, उड़ीसा के एक कारोबारी पिनाक मोहंती की कहानी सामने आई है. इसमें दावा किया है कि सहारा निवेशकों का पैसा लौटाने के लिए उड़ीसा के पिनाक मोहंती ने काफी मशक्कत की. मोहंती का कहना है कि वह कोटक में चिप स्टोन की सप्लाई के कारोबार में है, वह 2014-15 से नकली निवेश योजनाओं में निवेशकों की दुर्दशा पर बारीकी से नजर रख रहा था. (Sahara India Payment)
वह हर साल लगभग 3.15 लाख रुपए कमाता है. पिछले हफ्ते सहारा के लाखों निवेशकों की उम्मीदें जगाने वाले शख्स ने कहा कि मेरा अनुरोध सहारा ग्रुप की चार सहकारी समितियों की सीबीआई जांच की मांग कर रहा था. मैं उम्मीद नहीं कर रहा था कि सरकार इस तरह के हस्तक्षेप करेगी या कोर्ट सहारा निवेशकों के लिए इतनी राशि के लिए आदेश देगी. (Sahara India Payment)
लाखों खर्च करके लड़ी लड़ाई
पिनाक पानी मोहंती (Pinak pani mohanty) ने अपने संघर्ष को इकोनॉमिक टाइम्स से साझा करते हुए बताया कि वह सालाना 3.15 लाख रुपये कमाते हैं। और एक अनुसूचित जाति (Schedule Cast) के व्यक्ति के लिए यह लड़ाई लड़ना आसान नहीं था। लेकिन दोस्तों के सहयोग से ऐसा हो सका। अब तक इस पर याचिका पर उनके 4.80 लाख रुपये से ज्यादा पैसे खर्च हो चुके हैं। (Sahara India Payment)
पिनका पानी मोहंती (Pinak pani mohanty) के मुताबिक, वह और उनके सामाजिक कार्यकर्ता दोस्तों ने 2015 से कुल 44 कंपनियों के पीड़ितों को मुआवजा दिलाने का काम किया है। इनमें सहारा से लेकर रोज वैली, शारदा और सीशोर जैसी चिटफंड कंपनियां शामिल हैं। मोहंती भाजपा का एक कार्यकर्ता भी है। और उन्होंने जनवरी 2022 में सहारा मामले को लेकर जनहित याचिका दायर की थी। (Sahara India Payment)
ये है पूरा मामला
बता दें कि पूरा मामला साल 2009 में सहारा के OFCD के समय शुरु हुआ था। सहारा स्कैम (Sahara scam) मुख्य रूप से सहारा ग्रुप की दो कंपनियों सहारा इंडिया रियल ऐस्टेट कॉर्पोरेशन लिमिटेड (SIRECL) और सहारा हाउसिंग इन्वेस्टमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड (SHICL) से जुड़ा है। सहारा ग्रुप की एक कंपनी सहारा प्राइम सिटी ने अपने आईपीओ के लिए सेबी में आवेदन (DRHP) दाखिल किया था। डीआरएचपी में कंपनी से जुड़ी सारी अहम जानकारी होती है। जब सेबी ने इस डीआरएचपी का अध्ययन किया, तो सेबी को सहारा ग्रुप की दो कंपनियों की पैसा जुटाने की प्रक्रिया में कुछ गलतियां दिखीं। ये दो कंपनियां SHICL और SIRECL ही थीं। (Sahara India Payment)
25 दिसंबर 2009 और 4 जनवरी 2010 को सेबी को दो शिकायतें मिलीं। सेबी ने पाया कि SIRECL और SHICL ने ओएफसीडी के जरिए दो से ढ़ाई करोड़ निवेशकों से करीब 24,000 करोड़ रुपये जुटाए हैं। केंद्र सरकार ने पिनाक मोहन मोहंती की जनहित याचिका पर, एस्क्रो अकाउंट में जमा पैसों को निवेशकों को जारी करने की सुप्रीम कोर्ट में अपील की थी। जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने 5000 करोड़ रुपये लौटाने के आदेश दिए है। (Sahara India Payment)