छठ पूजा में अस्ताचल सूर्यदेव को अर्घ्य देने का विधान - सुशील मौर्य




छठ पूजा में अस्ताचल सूर्यदेव को अर्घ्य देने का विधान - सुशील मौर्य
शहर जिलाध्यक्ष मौर्य ने दलपत सागर/गंगामुंडा छठ घाट पँहुच व्रतधारियों व श्रद्धालुओं की दी छठ पर्व की बधाई व शुभकामनाएं...
जगदलपुर : आज बस्तर जिला कॉंग्रेस कमेटी के शहर जिलाध्यक्ष सुशील मौर्य पावन पर्व छठ पूजा के अवसर पर कॉंग्रेस पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं सहित शहर के दलपत सागर व गंगामुंडा तालाब स्थित छठ घाट पंहुचे..इस अवसर पर शहर जिलाध्यक्ष मौर्य ने व्रतधारियों व श्रद्धालुओं सहित मिथिला समाज के सदस्यों से भेंट मुलाकात की व छठ पर्व की बधाई व शुभकामनाएं प्रेषित करी साथ ही भगवान भास्कर व छठी मैया का आशीर्वाद प्राप्त किया...
शहर जिलाध्यक्ष मौर्य ने मिथिला समाज सहित जिले व प्रदेशवासियों को छठ पूजा की बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा,छठ पूजा में डूबते और उगते सूर्य की उपासना की जाती है। छठ पूजा ही एक ऐसा पर्व है जिसमें उगते ही नहीं बल्कि ढलते सूर्य की पूजा का विधान है व्रती महिलाएं जल में खड़े होकर भगवान सूर्य देव अर्घ्य देती हैं और अपने परिवार की समृ्द्धि और खुशहाली की कामना करती हैं भगवान भास्कर व छठी मइया सबकी मनोकामना पूर्ण करें।छठ पूजा का पर्व सूर्य देवता की उपासना और प्रकृति के प्रति आभार व्यक्त करने का महान अवसर है। यह पर्व प्रकृति और मानव के बीच के प्रेम को दर्शाता है। सूर्य देवता की आराधना से हम जीवन के हर पहलू में सकारात्मकता और नई ऊर्जा का अनुभव करते हैं।छठ पूजा का महत्व हमारे समाज की सांस्कृतिक, एकता और सौहार्द्र में भी निहित है। यह पर्व हमें एकजुट कर हमें अपने कर्तव्यों और जिम्मेदारियों को सही तरीके से निभाने की प्रेरणा देता है।
इस शुभ अवसर पर पूर्व महापौर जतिन जायसवाल,महिला कॉंग्रेस अध्यक्ष लता निषाद,पार्षद कोमल सेना, ललिता राव,ज़ाहिद हुसैन, महेश द्विवेदी,निकेत झा,संदीप दास,एस नीला,उस्मान रज़ा, सलीम जाफर सहित अन्य मौजूद रहे।