फर्जी मार्कशीट बनाने वाला चला रहा था सेक्स रैकेट.... जानिए कैसे पिता-पुत्र की लड़ाई में हुआ दो गैरकानूनी गिरोहों का पर्दाफाश.... महिला और सरगना गिरफ्तार......
Prostitution was running with making fake marksheets Accused woman and gangster arrested on the complaint of the victim




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लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से पुलिस ने एक फर्जी मार्कशीट बनाने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। फर्जी मार्कशीट व सर्टिफिकेट बनाने वाले गिरोह का सरगना मनीष प्रताप सिंह उर्फ मांगे राम सेक्स रैकेट भी चलाता था। इसका खुलासा पुलिस ने किया। पुलिस ने दो दिन पहले मांगे राम के जालसाज गिरोह का खुलासा किया था। इसी गिरोह की महिला सदस्य सेक्स रैकेट संचालित करती थी। पुलिस ने उसे मंगलवार को गिरफ्तार किया है। यह गिरोह दूसरे जिलों से किशोरियों व युवतियों को बहलाफुसलाकर लाते थे।
उनको घर में बंधक बनाकर रखते थे। फिर उनसे अनैतिक कार्य करवाते थे। पुलिस ने इन दोनों गिरोह का खुलासा करने में सफल रही है। इसके पीछे पिता-पुत्र के बीच का विवाद बड़ा कारण रहा है। डीसीपी पश्चिम सोमेन बर्मा के मुताबिक फर्जी मार्कशीट और सर्टिफि केट बनाने का काम करने वाला मनीष सिंह सेक्स रैकेट भी चलाता था। अमीनाबाद पुलिस ने मंगलवार को इसका खुलासा करते हुए मनीष की सहायक व सेक्स रैकेट की सरगना श्यामा दासी उर्फ संध्या को गिरफ्तार कर लिया। यह अपने तीन साथियों के साथ प्रदेश के विभिन्न जिलों की लड़कियों को बहला फुसालकर अनैतिक काम कराती थी।
मनीष के खिलाफ एक मध्यप्रदेश की किशोरी ने बंधक बनाकर 6 साल तक रेप का मुकदमा दर्ज कराया था। उसी की पड़ताल में पुलिस को इस सेक्स रैकेट की जानकारी हुई। पुलिस ने कुंडली खंगालनी शुरू की। तो कई चौकाने वाले खुलासे हुए। उसका एक सेक्स रैकेट से भी संबंध सामने आया। जिसको लेकर अमीनाबाद प्रभारी निरीक्षक ब्रजेश कुमार द्विवेदी की टीम ने सेक्स रैकेट की संचालिक मध्य प्रदेश दमोह जगथर निवासी श्यामा दासी को गिरफ्तार किया। छानबीन में सामने आया है कि यह अलग अलग जिलों से आधा दर्जन से ज्यादा लड़कियों को लखनऊ लाकर गलत काम करवा रही थी। पुलिस के मुताबिक मनीष सिंह ही सेक्स रैकेट गिरोह का संचालक है। वह गरीब घरों की लड़कियों को पढ़ाने और अच्छा काम दिलाने का लालच देकर शहर लाता था।