कृषि कानून वापस होने पर शुरु हुई राजनीति राहुल,अखिलेश,केजरीवाल और टिकैत होड़ में शामिल कुछ ने कहा किसानों की हुई जीत पढ़े पूरी खबर
आज किसान आंदोलन की जीत हुई है। केंद्र सरकार ने तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का एलान कर दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज सुबह 9 बजे देश को संबोधित किया। पीएम मोदी ने देशवासियों को गुरु पूरब और देव दिवाली की शुभकामनाएं दी। इसी के साथ तीन विवादास्पद कृषि कानूनों को निरस्त करने की महत्वपूर्ण घोषणा भी की। जिसे सुनते ही किसान झूम पड़े हैं।पीएम मोदी ने माफी मांगते हुए कही यह बात-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज सुबह 9 बजे देश के नाम संबोधन में कहा, “आज, मैं माफी मांगता हूं अगर कुछ किसानों को यह समझ में नहीं आया कि हम कृषि कानूनों के माध्यम से क्या करना चाहते हैं। हमने तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने का फैसला किया है। हम इन तीनों बिलों को आगामी संसद सत्र में वापस लेंगे।” साथ ही पीएम मोदी ने प्रदर्शन कर रहे किसानों से एक अपील भी की। उन्होने किसानों से अपने परिवारों के पास घर लौटने और नए सिरे से शुरुआत करने का आग्रह किया।पीएम मोदी ने किसानों से किया आग्रह-पीएम मोदी ने कहा, “मैंने जो कुछ भी किया, किसानों के लिए किया। मैं जो कर रहा हूं, वह देश के लिए है। आपके आशीर्वाद से, मैंने अपनी मेहनत में कभी कुछ नहीं छोड़ा। आज मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि मैं अब भी काम करूंगा। कठिन है, ताकि आपके सपने, देश के सपने साकार हो सकें।” बता दें कि किसान तीन कृषि कानूनों के खिलाफ लगभग एक साल से अधिक समय से विरोध कर रहे हैं।
किसान नेता राकेश टिकैत ने तीनों कृषि कानूनों के वापस होने पर प्रतिक्रिया दी। राकेश टिकैत ने कहा, “आंदोलन तत्काल वापस नहीं होगा, हम उस दिन का इंतजार करेंगे जब कृषि कानूनों को संसद में रद्द किया जाएगा। सरकार MSP के साथ-साथ किसानों के दूसरे मुद्दों पर भी बातचीत करे”
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा, “देश के अन्नदाता ने सत्याग्रह से अहंकार का सर झुका दिया। अन्याय के खिलाफ़ ये जीत मुबारक हो! जय हिंद, जय हिंद का किसान!” इसी के साथ राहुल गांधी ने अपना एक पुराना वीडियो भी साझा किया।
अखिलेश यादव ने भी ट्वीट किया। अखिलेश ने लिखा,”अमीरों की भाजपा ने भूमिअधिग्रहण व काले क़ानूनों से ग़रीबों-किसानों को ठगना चाहा। कील लगाई, बाल खींचते कार्टून बनाए, जीप चढ़ाई लेकिन सपा की पूर्वांचल की विजय यात्रा के जन समर्थन से डरकर काले-क़ानून वापस ले ही लिए। भाजपा बताए सैंकड़ों किसानों की मौत के दोषियों को सज़ा कब मिलेगी।”
केजरीवाल ने भी तीनों कृषि कानूनों के वापस होने पर खुशी जताई। उन्होने कहा कि अगर केंद्र सरकार ये तीनों कानून पहले वापस ले लेती तो शायद देश में 700 किसनों की मौत नहीं होती।
