अज्ञात हाइवा की चपेट में आने से मस्तूरी स्वास्थ्य केंद्र के चौकीदार की मौके पर ही मौत गुस्साए ग्रामीणों ने 2 घंटे तक किया बिलासपुर मस्तूरी रोड पर चक्का जाम पढ़े पूरी खबर




बिलासपुर जिले के मस्तूरी में रविवार की देर रात हाईवा ने बाइक सवार मस्तूरी स्वास्थ्य केंद्र के
चौकीदार को कुचल दिया। इस हादसे में उसकी मौके पर ही
मौत हो गई। देर रात हुई इस घटना के बाद चौकीदार की लाश
तीन घंटे तक सड़क पर पड़ी रही। लेकिन, किसी ने ध्यान नहीं
दिया। बता दे की हस्पताल से थाना की दुरी आधे किलो मीटर से भी कम है सोमवार की सुबह इस घटना की जानकारी मिलने पर
गुस्साए परिजन और ग्रामीणों ने शव रखकर चक्काजाम कर
दिया। इस दौरान करीब दो घंटे तक मस्तूरी-बिलासपुर रोड
जाम रहा और वाहनों की लाइन लगी रही। घटना मस्तूरी थाने
के पास की है।
जानकारी के अनुसार, ग्राम किरारी निवासी लक्ष्मण यादव
पिता दुखीराम यादव (58 साल) मस्तूरी अस्पताल में
चौकीदार था। रविवार की रात करीब 10 बजे वह काम करने
के बाद अपनी बाइक में सवार होकर घर जा रहा था। तभी
अस्पताल के सामने तेज रफ्तार हाईवा ने उसे चपेट में ले
लिया। इस हादसे में उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
घटना के बाद आरोपी चालक हाईवा छोड़कर भाग निकला।
इस दौरान करीब तीन घंटे तक सड़क किनारे उसकी लाश
पड़ी रही। लेकिन, किसी की नजर नहीं पड़ी। अस्पताल में
डयूटी करने वाले कर्मचारी रात करीब एक बजे बाहर निकले,
तब उन्हें सड़क किनारे बाइक दिखी। इधर-उधर देखने पर
पता चला कि लक्ष्मण की लाश सड़क किनारे पड़ी थी। फिर
इस घटना की सूचना पुलिस को दी गई।
*अनुकंपा नियुक्ति और मुआवजे की मांग*
चक्काजाम कर रहे ग्रामीण और परिजनों ने अनुकंपा नियुक्ति
देने के साथ ही परिवार को मुआवजा राशि देने की मांग
कर रहे थे। मौके पर पहुंचे राजस्व अफसरों ने परिजन और
ग्रामीणों को समझाइश दी। मुआवजा राशि और अनुकंपा
नियुक्ति दिलाने के आश्वासन के बाद ग्रामीण शांत हो गए और
दो घंटे बाद चक्काजाम समाप्त हुआ।
*पुलिस के खिलाफ भड़का ग्रामीणों का गुस्सा*
दरअसल, स्वास्थ्य केंद्र के सामने हुई इस घटना के बाद
कर्मचारी की बाइक और लाश तीन घंटे तक पड़ी रही।
लेकिन, पुलिस की नजर नहीं गई। सुबह हादसे की खबर
मिलते ही ग्रामीणों की भीड़ जुटने लगी। पुलिस पर लापरवाही
का आरोप लगाते हुए ग्रामीणों ने चक्काजाम शुरू कर दिया।
ग्रामीणों ने लगाया हत्या का आरोप
ग्रामीण और परिजनों ने इस घटना को सुनियोजित हत्या
बताया। उनका कहना था कि हाईवा चालक पहले बाइक को
टक्कर मारकर भाग गया था। बाद में वह सूनसान देखकर
दोबारा वहां पहुंचा। फिर पहिए में फंसी बाइक और लाश को
आगे पीछे करके निकाला और लाश को नाली में फेंककर
भाग गया। इस मामले में हाईवा चालक और मालिक के
खिलाफ हत्या का केस दर्ज करने की मांग भी की गई है।