दुगली में श्रद्धाभाव के साथ मनाया गया हलषष्ठी पर्व...संतान की दिर्घायु के लिए रखी महिलाएं निर्जला व्रत..




नगरी...
भादो मास के महिनों में जहां लीला पुरूषोत्तम देवकीनंदन भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के रूप में मनाया जाता है।वहीं लीला पुरूषोत्तम के जन्मोत्सव के ठीक दो दिन पहले भादो मास की षष्ठी को बलदाऊ जी का जन्मोत्सव मनाया जाता है।यह पर्व को हलषष्ठी या हलधरषष्ठी के नाम से मनाकर ग्रामीण महिलाएं निर्जला व्रत रह कर मनाती हैं।शनिवार को दुगली,कौव्हाबाहरा के महिलाओं ने स्टेशन पारा दुगली स्थित शिव मंदिर के प्राँगण में प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी विशेष पूजा अर्चना कर अपने पुत्रों की दीर्घायु जीवन के लिए निर्जला व्रत रहकर कामनाएं की।सुबह से ही गांव के चैतुराम सेन व्दारा सगरी खुदाई कर विधि विधान से व्रती महिलाओं को पूरा दिन पूजा अर्चना करवाई।हलषष्ठी पर्व के दौरान ग्रामीण भी हलषष्ठी पर्व में सम्मलित हुए।