छात्रों का भविष्य अंधकार में....दो शिक्षक पर 90 विद्यार्थी,पढ़ाई से वंचित हो रहे विद्यार्थी...

छात्रों का भविष्य अंधकार में....दो शिक्षक पर 90 विद्यार्थी,पढ़ाई से वंचित हो रहे विद्यार्थी...
छात्रों का भविष्य अंधकार में....दो शिक्षक पर 90 विद्यार्थी,पढ़ाई से वंचित हो रहे विद्यार्थी...

छत्तीसगढ़ धमतरी....जिले के नगरी ब्लॉक में लंबे समय से शिक्षकों की कमी से जूझ रहे विद्यार्थियों के पालक व जागरूक ग्रामीण जनपद पंचायत न कार्यालय नगरी पहुंचे। जनपद पंचायत अध्यक्ष दिनेश्वरी नेताम को ज्ञापन 5 सौंपकर शीघ्र शिक्षकों की पदस्थापना की मांग की। दो दिनों के भीतर शिक्षकों की पदस्थापना नहीं होने पर स्कूल में ताला जड़ने की चेतावनी ग्रामीणों ने दी है...

नगरी ब्लाक में शासकीय माध्यमिक स्कूल पाइकभाठा संचालित है। यहां न 90 विद्यार्थियों के लिए सिर्फ दो शिक्षक है, ऐसे में पढ़ाई पूरी तरह से प्रभावित है। लंबे समय से ग्रामीण शासन से शिक्षकों की पदस्थापना की मांग कर रहे हैं, लेकिन अब तक नहीं की गई है। इससे आक्रोशित विद्यार्थियों के पालक 1 व जागरूक नागरिक स्कूल में शिक्षकों की पदस्थापना की मांग को लेकर 16 अगस्त को जनपद पंचायत कार्यालय नगरी पहुंचे। यहां जनपद पंचायत अध्यक्ष दिनेश्वरी नेताम से मुलाकात की। ज्ञापन सौंपकर ग्रामीणों ने बताया कि इस स्कूल में शिक्षकों की कमी बनी हुई है, ऐसे में विद्यार्थियों की पढ़ाई प्रभावित है। उनके भविष्य अंधकार में नजर आ रहे हैं, ऐसे में ग्रामीणों ने अध्यक्ष से शीघ्र ही इस स्कूल में शिक्षकों की पदस्थापना की मांग की है। सेटअप के अनुसार यहां चार शिक्षकों की पदस्थापना होना चाहिए, जिसमें सिर्फ दो है। ग्रामीणों का कहना है कि शासन यहां दो और शिक्षकों की पदस्थापना करें, ताकि स्कूल में पढ़ाई बेहतर हो सके...हर विषय की पढ़ाई हो सके।

ग्रामीणों को दिया आश्वासन...

ग्रामीणों ने सौंपे ज्ञापन में चेतावन दी है कि 18 अगस्त तक यदि शासन इस स्कूल में शिक्षकों की पदस्थापना नहीं करता है, तो स्कूल में ताला जड़ने ग्रामीण विद्यार्थी एकजुट होंगे। ग्रामीणों की मांग पर जनपद पंचायत अध्यक्ष दिनेश्वरी नेताम ने शिक्षा अधिकारियों से इस संबंध में चर्चा कर पाइकभाठा स्कूल में शिक्षकों की शीघ्र पदस्थापना करने का आश्वासन दिया है, ताकि यहां पढ़ाई की व्यवस्था में सुधार आ सके। उल्लेखनीय है कि नगरी समेत धमतरी जिले के कई स्कूलों में शिक्षकों की कमी है, जहां पदस्थापना के लिए ब्लाक स्तर पर अतिशेष शिक्षकों की व्यवस्थापन किया जा रहा है, ताकि शिक्षकों की कमी स्कूलों में दूर हो सके। इसके बाद भी शिक्षकों की कम तो पुनः व्यवस्थापन किया जाएगा।