नगर निगम अध्यक्ष कविता साहू अपने अविश्वास प्रस्ताव का सामना करने से बचने के लिए बजट हेतु नियत सामान्य सभा को स्थगित करने भ्रामक प्रचार कर रही है : संजय पाण्डेय 

नगर निगम अध्यक्ष कविता साहू अपने अविश्वास प्रस्ताव का सामना करने से बचने के लिए बजट हेतु नियत सामान्य सभा को स्थगित करने भ्रामक प्रचार कर रही है : संजय पाण्डेय 
नगर निगम अध्यक्ष कविता साहू अपने अविश्वास प्रस्ताव का सामना करने से बचने के लिए बजट हेतु नियत सामान्य सभा को स्थगित करने भ्रामक प्रचार कर रही है : संजय पाण्डेय 
निगम अध्यक्ष,नगर निगम को अपने घर की दुकान ना समझें - संजय पाण्डेय 
 
कांग्रेस अपने भ्रष्टाचारी अध्यक्ष को बचाने पार्षदों को पलायन करने बना रहा है दबाव - संजय पाण्डेय 
 
सामान्य सभा( बजट) अपने नियत तिथि पर ही, अध्यक्ष कर रही है भ्रामक प्रचार - संजय पाण्डेय 
 
जगदलपुर : सूत्रों से पता चला है की अध्यक्ष कविता साहू अपने अविश्वास प्रस्ताव का सामना करने से बचने के लिए बजट हेतु नियत सामान्य सभा को स्थगित करने भ्रामक प्रचार कर रही है। वस्तुतः ऐसा कोई भी पत्र नगर निगम कार्यालय से निगम के सचिव या निगम के आयुक्त के द्वारा जारी नहीं किया गया है और वास्तव में जो पत्र जारी हो जाने की सूचना मिल रही है,  वह कविता साहू का व्यक्तिगत पत्र है , जिसे वह डाक द्वारा स्पीड पोस्ट के माध्यम से पार्षदों के घर घर भिजवा रही है ।उस पत्र का निगम के साथ कोई संबंध नहीं है ।निगम अध्यक्षा कविता साहू नगर निगम को अपने घर की दुकान समझ रही है जिसे जब चाहे तब वह बंद करें या खोल सकती है।
 
वस्तुतः निगम अध्यक्षता अपने बुने हुए जाल में स्वयं फँस गई है और अब अविश्वास प्रस्ताव का सामना करने की बजाए षट्यंत्रपूर्वक उसे आगे बढ़ाने विविध प्रकार की कूट रचना कर रही हैं ।यदि बजट स्थगित होता है तो यह बजट आचार संहिता के चलते आने वाले 3 महीने के लिए टल जाएगा । जिसके कारण निगम का बजट पारित नहीं हो पाएगा और उसके कारण नगर निगम अपने विकास कार्य से 1 साल पिछड़ जाएगा। निगम के महापौर और अध्यक्ष इस प्रकार से निगम बजट को धता बताकर अपने राजनैतिक कूर्सी को बचाने प्रयासरत है ,जो की असंवैधानिक और लापरवाही की पराकाष्ठा  हैं।
 
संजय पांडे ने कहा है कि निगम अध्यक्ष को चाहिए था कि वह पार्षद दल के ज्ञापन दिनांक पाँच मार्च २०२४ जिसकी प्रतिलिपि उन्हें दी गई थी उसका जवाब दें। यह बेहद आश्चर्य का विषय है कि 29 पार्षदों का दम भरने वाली कांग्रेस में आज प्रदेश अध्यक्ष से लेकर स्थानीय संगठन तक अपने ही पार्षदों पर अविश्वास करते हुए उन्हें कायरता पूर्वक  पलायन करने दबाव बना रहा है।
 
कांग्रेस के नेता निगम अध्यक्ष जोकि भारी भ्रष्टाचार में लिप्त हैं और तानाशाही पूर्वक रवैये के कारण पूरे शहर में चर्चित है ,उसे पदच्युत करने और अविश्वास प्रस्ताव का सामना करने के बजाए ,उनको बचाने के प्रयास में लगे हैं ।