अहमदाबाद के समरस साहित्य सृजन भारत के राष्ट्रीय संयोजक मुकेश कुमार व्यास स्नेहिल ने"मनेंद्रगढ़ छत्तीसगढ़ "के संतोष कुमार जैन को "समरस श्री सम्मान"की उपाधि दी है. इसके पूर्व एन चंद्रा फेसबुक एवं यूट्यूब पटल द्वारा 5 अक्टूबर 2021 को एक अभिनंदन समारोह में पर"संतोष कुमार जैन को"काव्य सारथी सम्मान"की उपाधि प्रदान की

अहमदाबाद के समरस साहित्य सृजन भारत के राष्ट्रीय संयोजक मुकेश कुमार व्यास स्नेहिल ने

मनेंद्रगढ़। अहमदाबाद के समरस साहित्य सृजन भारत के राष्ट्रीय संयोजक मुकेश कुमार व्यास स्नेहिल ने"मनेंद्रगढ़ छत्तीसगढ़ "के संतोष कुमार जैन को "समरस श्री सम्मान"की उपाधि दी है. इसके पूर्व एन चंद्रा फेसबुक एवं यूट्यूब पटल द्वारा 5 अक्टूबर 2021 को एक अभिनंदन समारोह में पर"संतोष कुमार जैन को"काव्य सारथी सम्मान"की उपाधि प्रदान की है।

साहित्य एवं कला परिषद के सचिव उत्तरदायित्व का निर्माण संबोधन साहित्य कला परिषद मनेंद्रगढ़ के अध्यक्ष पद तत्कालीन सचिव पद के साथ-साथ विभिन्न विभाग अध्यक्षों की भूमिका का निर्वहन संतोष कुमार जैन करते रहे हैं. वर्ष 1981 में ही पब्लिक लाइब्रेरी हल्दीबाड़ी चिरिमीरी के अध्यक्ष पद के उत्तरदायित्व का निर्वाह करते हुए उन्होंने कोयलांचल में हिंदी भाषा के प्रचार-प्रसार हेतु पत्र-पत्रिकाओं उपन्यासों को आम लोगों तक सरलता से उपलब्ध कराने का कार्य किया है। साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड की विभिन्न प्रकार की हिंदी प्रतियोगिताओं में लगातार निबंध, वाद विवाद के साथ-साथ तात्कालिक भाषण, भाषण प्रयोग का हिंदी टिप्पण लेखन एवं स्लोगन प्रतियोगिता में लगातार प्रथम पुरस्कार प्राप्त करते रहे संतोष कुमार जैन इस समय सेवानिवृत्त हैं।

वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स लंदन द्वारा यह प्रमाण पत्र जारी किया गया है।

      "समरस श्री सम्मान"एवं"काव्य सारथी सम्मान"संतोष कुमार जैन को प्राप्त होने पर इस वनांचल में/कोयलांचल में हर्ष व्याप्त है. अपने दार्शनिक अंदाज में काव्य पाठ करने वाले संतोष कुमार जैन लगातार समाज सेवा के साथ-साथ साहित्य साधना में प्रयासरत हैं। कोयला श्रमिकों की सेवानिवृत्त होने के उपरांत होने वाली विभिन्न शारीरिक एवं मानसिक तथा सामाजिक समस्याओं के प्रति इनका लगातार संघर्ष जारी है। मनेंद्रगढ़ शतरंज संघ के कोषाध्यक्ष रमेश कुमार दहिया ने हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि इस प्रकार के पुरस्कारों के माध्यम से स्थानीय प्रतिभाओं को प्रोत्साहन मिलता है साथ ही साथ यदि समाज में सकारात्मक एवं रचनात्मक लोगों को सम्मान प्राप्त होगा तो अन्य लोग भी प्रेरित होकर इसी प्रकार अपने जीवन के अंतिम पड़ाव पर लगातार सक्रिय रहेंगे और समाज को विरासत में अपने अनुभव के लोगों से लाभान्वित करते रहेंगे।