MP: 430 KM बाइक चलाकर आया और चचेरी बहन की चिता पर लेट गया, अगले दिन मौत; भावुक कर देगी यह हादसा.

MP: 430 KM Came on bike and lay on cousin's funeral pyre,

MP: 430 KM बाइक चलाकर आया और चचेरी बहन की चिता पर लेट गया, अगले दिन मौत; भावुक कर देगी  यह हादसा.
MP: 430 KM बाइक चलाकर आया और चचेरी बहन की चिता पर लेट गया, अगले दिन मौत; भावुक कर देगी यह हादसा.

NBL, 13/06/2022, Lokeshwer Prasad Verma,. MP: 430 KM Came on bike and lay on cousin's funeral pyre, died the next day;  This accident will make emotional.

MP: 430 KM बाइक चलाकर आया और चचेरी बहन की चिता पर लेट गया, अगले दिन मौत; भावुक कर देगी कहानी, पढ़े विस्तार से.. 

Sagar News: मध्य प्रदेश (MP) के सागर (Sagar) से हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां बहन की मौत से परेशान चचेरे भाई ने उसकी चिता को प्रणाम करने के बाद उसी चिता पर लेटकर अपनी जान दे दी.

Brother Suicide after cousin sister death: मध्य प्रदेश के सागर के नजदीक मझगुवां गांव में एक युवक ने चचेरी बहन की चिता पर लेटकर जान दे दी. उसकी बहन की कुएं में गिरने से मौत हो गई थी. इस मामले में हैरानी की बात ये रही कि बहन की मौत की खबर मिलते ही वो 430 किलोमीटर दूर धार से सीधे श्मशान घाट पहुंचा. वहां जाकर उसने जलती चिता को प्रणाम किया और उस पर लेट गया. आग में झुलसने के बाद अस्पताल ले जाते वक्त रास्ते में उसने दम तोड़ दिया.

लापता थी बहन

सुसाइड करने वाले युवक की बहन ज्योति उर्फ प्रीती खेत पर गई थी, लेकिन काफी देर बाद भी वापस नहीं लौटी. परिजनों ने घटना के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि खेत पर सब्जियां लगी हैं. ज्योति शाम को सब्जियां लेने जाती थी. जब काफी देर तक वो नहीं लौटी तो उसकी तलाश शुरू की गई लेकिन कोई सुराग नहीं मिला. अगले दिन ज्योति की तलाश में खेत में बने कुएं का पानी खाली कराया गया. जिसके बाद ज्योति के कपड़े दिखाई देने पर पुलिस को खबर दी गई.

बाइक से आया और चिता पर लेट गया

पुलिस ने ज्योति का शव कुएं से बाहर निकाला और पोस्टमार्टम के लिए भेजा. इसकी खबर धार में रह रहे चचेरे भाई करण ठाकुर को लगी तो वह बाइक से सागर के लिए निकला. बहेरिया थाना प्रभारी दिव्य प्रकाश त्रिपाठी ने बताया पोस्टमॉर्टम के बाद ज्योति का शव परिजनों को शुक्रवार शाम को सौंप दिया. इसके बाद परिजनों ने गांव के पास ही श्मशान घाट में उसका अंतिम संस्कार किया और शाम 6 बजे गांव के सभी लोग घर लौट आए. तब तक करण ठाकुर वहां नहीं पहुंचा था. जैसे ही कुछ गांव वालों ने उसे चिता पर देखा तो परिजनों को खबर दी. परिजन जब तक श्मशान घाट पहुंचे 21 वर्षीय करण का शरीर पूरी तरह जल चुका था. आनन-फानन में उसे अस्पताल ले जाया गया लेकिन रास्ते में उसने दम तोड़ दिया.

बहन की चिता के बगल में हुआ अंतिम संस्कार

फिर कागजी कार्रवाई पूरी करने के बाद उसका शव पुलिस ने परिजनों को सौंप दिया. रात को जब करण के मां-बाप मझगुवां गांव पहुंचे तब उनकी मौजूदगी में रविवार सुबह बहन ज्योति की चिता के पास ही करण का अंतिम संस्कार कर दिया गया. पुलिस का कहना है कि दोनों ही मामलों में मुकदमा कायम कर जांच की जा रही है. इसके बाद पुलिस किसी नतीजे पर पहुंचने की बात कह रही है।