वैक्सीन पर BIG NEWS: देश को मिलेगी पहली इंटरनेशनल वैक्सीन.... चौथी वैक्सीन को मिली इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी.... मॉडर्ना भी हुई भारत की वैक्सीन सूची में शामिल.....




डेस्क। DCGI ने अमेरिकी कंपनी मॉडर्ना की कोरोना वैक्सीन के भारत में इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है। सिप्ला कंपनी को इस वैक्सीन के आयात की इजाजत दी गई है। इससे पहले कोवीशील्ड, कोवैक्सिन और स्पुतनिक-V को भी मंजूरी मिल चुकी है। मॉडर्ना पहली ऐसी इंटरनेशनल वैक्सीन है, जो पूरी तरह तैयार होकर विदेश से आएगी और इसकी डोज लोगों को दी जाएगी। देश को मिलने वाली ये चौथी वैक्सीन है।
मॉडर्ना को भारत में पहली इंटरनेशनल वैक्सीन इसलिए कहा जा रहा है, क्योंकि यह सीधे इंपोर्ट होगी। देश में इसकी मैन्युफैक्चरिंग नहीं होगी। वहीं कोवीशील्ड को देश में सीरम इंस्टीट्यूट बना रहा है। जबकि कोवैक्सिन को भारत बायोटेक और ICMR मिलकर बना रहे हैं। वहीं रूस की स्पुतनिक-V की मैन्युफैक्चरिंग भारत में डॉ. रेड्डीज लैबोरेट्रीज करेगी। डॉ. रेड्डीज लैबोरेट्रीज स्पुतनिक के डेवलपर RDIF की भारतीय पार्टनर है।
डॉ पाल ने कहा कि देश में जिन चार कोरोना वैक्सीन को मंजूरी मिली है वे सभी स्तनपान कराने वाली माताओं के सुरक्षित हैं। वैक्सीन का बांझपन से कोई संबंध नहीं है। डॉ पाल ने कहा कि वैक्सीन गर्भवती महिलाओं के सुरक्षित है, उनके वैक्सीनेशन को लेकर सरकार जल्दी ही गाइडलाइन जारी करेगी। स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी दी गयी देश में अभी डेल्टा प्लस वैरिएंट के कुल 51 मरीज हैं। कोरोना के खिलाफ जंग में देश में तेजी से वैक्सीनेशन किया जा रहा है। आज की तारीख में भारत वैक्सीनेशन करने वाले देश की सूची में नंबर वन बन गया है। अबतक देश में 32 करोड़ से अधिक वैक्सीनेशन हो चुका है।