Kartik month 2022 : इस महीने में करें तुलसी की पूजा, मां लक्ष्मी की होगी खास कृपा...घर में कभी नहीं होगी पैसों की कमी, देखे पूजा के नियम....

Kartik month 2022: Worship Tulsi in this month, Maa Lakshmi will have special grace...there will never be a shortage of money in the house, see the rules of worship.... Kartik month 2022 : इस महीने में करें तुलसी की पूजा, मां लक्ष्मी की होगी खास कृपा...घर में कभी नहीं होगी पैसों की कमी, देखे पूजा के नियम....

Kartik month 2022 : इस महीने में करें तुलसी की पूजा, मां लक्ष्मी की होगी खास कृपा...घर में कभी नहीं होगी पैसों की कमी, देखे पूजा के नियम....
Kartik month 2022 : इस महीने में करें तुलसी की पूजा, मां लक्ष्मी की होगी खास कृपा...घर में कभी नहीं होगी पैसों की कमी, देखे पूजा के नियम....

Kartik month 2022 :

 

नया भारत डेस्क : हिंदू धर्म में कार्तिक महीने को बहुत शुभ माना जाता है. यह महीना त्यौहारों का महीना होता है. धर्म के जानकारों की मानें तो इस महीने में तुलसी जी की पूजा करने से घर-परिवार में बकरत होती है और कारोबार में लाभ होता है. घर में पैसों की कोई कमी नहीं होती है. तुलसी के पौधे को आयुर्वेद में भी बेहद गुणकारी माना गया है. कई तरह के बीमारियों में भी तुलसी का इस्तेमाल औषधि के तौर पर किया जाता है. शास्त्रों के जानकारों का मानना है कि तुलसी जी का जन्‍म कार्तिक माह की अमावस्या के दिन हुआ था। (Kartik month 2022)

इसलिए तुलसी का संबंध कार्तिक माह से खास हो जाता है. इस महीने में तुलसी का महत्व बहुत बढ़ जाता है. तुलसी घर-परिवार के खुशी को बरकरार रखती है इसलिए भी तुलसी से जुड़े कुछ विशेष नियम जरूर याद रख लें. ऐसा कहते हैं, इस दिन की गई पूजा से मां लक्ष्मी भगवान विष्‍णु को समर्पित कार्तिक का पवित्र महीना आज से शुरू हो गया है। इस माह श्रीहरि और उनको सबसे प्रिय तुलसी की पूजा करना बहुत शुभ होता है। इससे धन-धान्य में वृद्धि होती है और घर में सुख समृद्धि रहती हैं। इसलिए माता लक्ष्मी का आशीर्वाद पाने के लिए इस महीने मां तुलसी और विष्णु जी की विशेष पूजा अर्चना करनी चाहिए। (Kartik month 2022)

इस महीने सुबह सूर्योदय से पहले उठकर मंदिर में कार्तिक के भजन करने चाहिए। सुबह उठकर तुलसी पूजन और भजन करने का पूरे कार्तिक में पुण्य मिलता है। इसके अलावा तुलसी जी की पूजा करते हैं, तो उनसे जुड़े नियमों का बी पालन करना चाहिए। तुलसी पत्र बिना स्नान किये नहीं तोड़ना चाहिए। इससे पूजन कार्य निष्फल हो जाता है। भोजन के पश्चात् तुलसी के स्वत: टूटकर गिरे पत्तों को खाना शुभ होता है। वायु पुराण के अनुसार पूर्णिमा, अमावस्या, द्वादशी, रविवार व संक्रान्ति के दिन दोपहर दोनों संध्या कालों के बीच में तथा रात्रि में तुलसी नहीं तोड़ना चाहिए, तेल मालिश किए हुए हैं तो भी तुलसी नहींतोड़नी और खानी चाहिए। जन्म या मृत्यु के अशौच में, अपिवत्र समय में तुलसी पत्र ग्रहण नहीं करना चाहिए। क्योंकि तुलसी श्री हरि के स्वरूप वाली ही हैं। धर्म पुराण के अनुसार तुलसी पत्र को पश्चिम दिशा की ओर मुख करके भी नहीं तोड़ना चाहिए। (Kartik month 2022)