Karnataka Assembly Election : यदि कांग्रेस जीती तो कौन होगा सीएम! डीके शिवकुमार ने दिया यह जवाब

Karnataka Assembly Election: कर्नाटक (Karnataka) कांग्रेस चीफ डीके शिवकुमार (DK Shivkumar) ने दावा किया कि कर्नाटक विधानसभा में उनकी पार्टी

Karnataka Assembly Election : यदि कांग्रेस जीती तो कौन होगा सीएम! डीके शिवकुमार ने दिया यह जवाब
Karnataka Assembly Election : यदि कांग्रेस जीती तो कौन होगा सीएम! डीके शिवकुमार ने दिया यह जवाब

Karnataka Assembly Election: कर्नाटक (Karnataka) कांग्रेस चीफ डीके शिवकुमार (DK Shivkumar) ने दावा किया कि कर्नाटक विधानसभा में उनकी पार्टी 140 से ज्यादा सीटें जीतकर सरकार बनाएगी. वहीं, सीएम को लेकर कहा कि पार्टी जो भी फैसला करेगी वह उनको स्वीकार होगा. शिवकुमार ने कहा कि कर्नाटक में जीत आगामी लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के लिए रास्ता साफ करेगी. कर्नाटक की जनता कांग्रेस को समर्थन देकर पूरे देश को एक मैसेज देगी. कर्नाटक में कांग्रेस की जीत की पोजीशन में है. हालांकि, पूर्व सीएम सिद्धरमैया ही इस बार भी मुख्यमंत्री पद के सबसे प्रमुख दावेदार माने जा रहे हैं. शिवकुमार ने कहा कि फिलहाल उनकी कोशिश पार्टी की जीत सुनिश्चित करना है.

कौन होगा कर्नाटक का अगला सीएम?

डीके शिवकुमार ने कहा कि मेरे लिए दल पहले आता है और सीएम पद बाद में आता है. सीएम के मुद्दे पर पार्टी जो फैसला करेगी, उन्हें कबूल होगा. उन्होंने ये भी कहा कि कर्नाटक कांग्रेस में कलह की खबरों में कोई सच्चाई नहीं है. सच ये है कि कर्नाटक में कांग्रेस लीडरशिप एकजुट है. कार्यकर्ता एक्टिव हैं. हम सामूहिक रूप से प्रयास कर रहे हैं कि कांग्रेस को बहुमत मिले.

कांग्रेस ने किया इतनी सीट पर जीत का दावा

कर्नाटक कांग्रेस चीफ शिवकुमार के अनुसार, पिछले तीन साल से कर्नाटक में कांग्रेस जमीन पर परिश्रम कर रही है. कर्नाटक में ‘भारत जोड़ो यात्रा’ कामयाब रही. उन्होंने उम्मीद जताई कि  कांग्रेस इस चुनाव में 141 सीट हासिल करेगी और बीजेपी 60 सीट से नीचे सिमटकर रह जाएगी. हम कर्नाटक चुनाव बहुत आराम से जीतेंगे. 1978 में जब देश में जनता पार्टी की सरकार थी तो उस वक्त भी कर्नाटक ने कांग्रेस के लिए लोकसभा का रास्ता साफ किया था. एक बार फिर से कर्नाटक अपनी ऐसी ही भूमिका निभाएगा.

डीके शिवकुमार का गंभीर आरोप

डीके शिवकुमार ने आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार हमारे युवाओं को नौकरियां नहीं दे सकी. वह महंगाई से लोगों को राहत नहीं दे सकी. अब वे भड़काऊ बातें करके समाज को बांटने का प्रयास कर रहे हैं. बीजेपी की तरफ से किए गए यूसीसी और एनआरसी के वादों को लेकर उन्होंने कहा कि कर्नाटक चुनाव स्थानीय मुद्दों पर लड़ा जा रहा है. बीजेपी इन चुनावों में कोई विमर्श देने में नाकाम रही है