गणतंत्र दिवस के पावन पर्व में 2024 का आगाज पीएम नरेन्द्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से कर दी भ्रष्टाचार मुक्त और परिवार वाद की राजनीति को भारत देश से खत्म कर देंगें मेरे देश वासियों आओ मिलकर सपथ उठाए, नयाभारत का निर्माण करें.

In the holy festival of Republic Day, PM Narendra Modi has started 2024

गणतंत्र दिवस के पावन पर्व में 2024 का आगाज पीएम नरेन्द्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से कर दी भ्रष्टाचार मुक्त और परिवार वाद की राजनीति को भारत देश से खत्म कर देंगें मेरे देश वासियों आओ मिलकर सपथ उठाए, नयाभारत का निर्माण करें.
गणतंत्र दिवस के पावन पर्व में 2024 का आगाज पीएम नरेन्द्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से कर दी भ्रष्टाचार मुक्त और परिवार वाद की राजनीति को भारत देश से खत्म कर देंगें मेरे देश वासियों आओ मिलकर सपथ उठाए, नयाभारत का निर्माण करें.

NBL, 16/08/2022, Lokeshwer Prasad Verma,. In the holy festival of Republic Day, PM Narendra Modi has started 2024 from the ramparts of Red Fort, corruption-free and will eliminate the politics of family politics from the country.

जिस देश का मुखिया सजग हो जाए उस देश का ताकत व गौरव बढ़ जाती है, भले कुछ देश के लोगों को राजनीति लगे मुखिया के व्यतव्य में लेकिन सच्चाई मुख मे खुद ब खुद सामने आ ही जाती है, और जो मुखिया ने बोला है देश हित में वह सौ आना सच है, जिसको देश के लोगों को समझना बेहद जरुरी है, भारत देश व देशवासीयो के उज्ज्वल भविष्य के लिए, पढ़े विस्तार से.. 

आज भी भारत देश नाना प्रकार के संसाधनों से भरा हुआ है, चाहे विदेशी लुटेरो ने कितना भी लूट लिया उसके बावजूद आज भारत देश अटल अमर होकर खड़े हुए है, जो विश्व का सबसे बड़ा धर्म निरपेक्ष देश है हमारा भारत, जो हिंदू मुस्लिम, सिक्ख ईसाई धर्म के साथ साथ कई प्रकार के अन्य धर्म व रीति रिवाजों को अपने गोद में बैठाये हुए है हमारे भारत माँ मातृ भूमि और इस प्रकार के एकीकरण को देख विश्व के अन्य देशों के लोग हतप्रभ होकर देखते है, वाकई पुरा विश्व धर्म भारत मे समाये हुए हैं करके। इतना प्रेम स्नेह किसी भी देश मे नहीं है जितना भारत माँ के पवित्र भूमि और यहाँ के लोगों में है। 

लेकिन एक दर्द होता है, अपने ही लोगों के द्वारा अपने ही देश के लोगों के हक अधिकार का हनन कर जरूरत से कही ज्यादा धन लूट बटोर कर अपने निजी सुख चैन को देखता है, और देश के अन्य गरीब लोग दाने दाने के लिए मोहताज हो जाते हैं, अच्छा जीवन क्या होता हैं इसके लिए तरस जाते हैं, एक मध्यम वर्गीय परिवार के लोग और दिन रात मेहनत करने के बावजूद चैन से रोटी नहीं खा पाते और इन भ्रष्टाचारियो के घरों में जैसे रुपयो व धन दौलत का पहाड़ खड़ी है, तो देश के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने क्या गलत बोला देश से इन भ्रष्टाचार को मिटाना है जो देश के इन भ्रष्टाचारियों ने ED के कार्यालय के सामने धरना प्रदर्शन कराते हैं जबकि जो साथ देते है उनके पास खुद धन नहीं होता और इन धनवानो व भ्रष्टाचारियों का धन का रक्षा करने के लिए अपने आप को झोंक देते है ये कितना बड़ा दुखद विडम्बना है इस देश के लिए। इस प्रकार का कृत्य करना क्या देश हित में है, इस प्रकार से इन भ्रष्टाचारियों का रक्षण पोषण देश हित व देश विकास के लिए उचित है, जरा जन हित उत्थान के नजरियों से देखो तो आपके दिल खुद ब खुद गवाही नहीं देगा। 

और इस देश में परिवार वाद भी एक अभिशाप से कम नहीं है, एक ही परिवार के लोग सांसद व विधायक बनना व पार्टी दल का मुखिया बने रहना, इस प्रकार के नियम व नीति के कारण देश के अन्य बुद्धिमान लोगों को मौका नहीं मिलता देश हित सेवा करने के लिए और इस प्रकार के परिवार वाद राजनीति के साथ भ्रष्टाचार भी फलता व फुलता है, और इनके बचाव मे परिवारवाद का बहुत बड़ी भूमिका होती है और इस कारण से देश में विकास का पथ अवरुद्ध हो जाते हैं, इसको भी देश के लोगों को समझना बेहद जरुरी है। 

नारी का सम्मान भी इस देश मे जरूरी है, जिस देश में नारी शक्ति की पूजा होती है, उस देश मे नारी का अपमान क्यों? यह सवाल सामने खड़ी होना स्वभाविक है, माँ की ममता की शक्ति को पहचाने इनके जैसे सुख देने वाली पवित्र प्यार किसी भी अन्य वस्तुओ मे नहीं है, आज हर क्षेत्र मे देश के साथ नारी शक्ति खड़ी हुई है, नारी शक्ति के बिना हम सभी अधूरे हैं, सर्व धर्म समाज में नारी का सम्मान होनी चाहिए, यही नारी शक्ति आपका शक्ति है। 

अगर देश का प्रधान मंत्री हम सभी देशवासियों को आगाह कर रहे हैं, इन सभी बुराइयों से बचने के लिए तो क्या गलत कर रहे हैं, जो देश के कुछ लोग नाना प्रकार के टिप्पणी कर प्रधान मंत्री के इस सलाह को राजनीति करण के दृष्टि से देखते है, लेकिन प्रधान मंत्री का बोलना भले राजनीति हो लेकिन भ्रष्टाचार व परिवार वाद देश हित मे वाकई सही नहीं है।

भारत देश स्वतन्त्रता के ७५ अमृतमहोत्सव मनाकर  देश दुनिया को दिखा दिया हिंदू, मुस्लिम सिक्ख ईसाई आपस में हम सब भाई भाई, हर घर तिरंगा घर घर तिरंगा का सम्मान में सर्व धर्म एक ही धर्म के रंग में रंग गया था वह है राष्ट्र धर्म रंग जो विश्व को अचनभित कर दिया कश्मीर से कन्याकुमारी तक सर्व धर्म के लोगों का एक ही प्रेम राष्ट्र धर्म प्रेम यही प्रेम भारत को महान बनाती है, यही प्रेम सदा दिखाते हुए एक साथ सर्व धर्म मिलकर रहो और सबका साथ सबका विकास के साथ अपने देश को आगे विकास की ओर ले चले। हम सब एक है।