किसी राज्य में लॉ एंड ऑर्डर की जिममेदारी पुलिस की होती है पीएम की सुरक्षा में चूक बड़ी बात पँजाब में राष्ट्रपति शासन लागू हो-दीपिका

किसी राज्य में लॉ एंड ऑर्डर की जिममेदारी पुलिस की होती है पीएम की सुरक्षा में चूक बड़ी बात पँजाब में राष्ट्रपति शासन लागू हो-दीपिका

सुकमा -पंजाब में पीएम की सुरक्षा के चूक पर प्रदेश उपाध्यक्ष भाजयूमो अधिवक्ता दीपिका ने ने गृहमंत्री व पीएमओ को पत्र भेजकर लिखा कि साजिश की जांच हो किसी राज्य में लॉ एंड ऑर्डर की जिममेदारी पुलिस की होती है पीएम की सुरक्षा में चूक बहुत बड़ी बात है जबकि लुधियाना की जिला अदालत गुरुवार दोपहर को करीब 12.15 बजे बम धमाके से दहल उठी थी। अदालत की दूसरी मंजिल स्थित शौचालय में हुए इस धमाके में एक की मौत हो गई और छह घायल हुए थे । पूरे पंजाब प्रांत में हाई एलर्ट घोषित था और यहाँ से पाकिस्तान बॉर्डर की दूरी मात्र 10 किमी है बावजूद इसके देश के प्रधानमंत्री की सुरक्षा में इतनी बड़ी चूक में पूर्ण रूप से साजिश की बू आ रही है इसलिए पँजाब में राष्ट्रपति शासन लागू हो क्योकि जब वहाँ पीएम ही सुरक्षित नहीं है तो आम लोगों का क्या हाल होगा।

उन्होंने कहा कि पांच जनवरी को पंजाब फिरोजपुर में एक उद्घाटन व रैली को संबोधित करने मौसम की खराबी के च सड़क मार्ग से जा रहे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को प्रदर्शनकारियों द्वारा ' फ्लाईओवर में 20 मिनट तक रोक लिया गया जिसके बाद पीएम को कार्यक्रम रद्द कर भटिंडा वापस आना पड़ा और वहां उपस्थित अधिकारियों को उन्होंने कहा अपने मुख्यमंत्री को धन्यवाद कहना कि भटिंडा हवाई अड्डे तक जिंदा लौट आया हूँ चूंकि आमतौर पर पीएम मोदी को कोई भी कुछ कहता है तो वो अपनी प्रतिक्रिया नहीं देते है पर प्रधानमंत्री मोदी का यह एक वाक्य उनकी नाराजगी को स्पष्ट दर्शा देता है कि प्रधानमंत्री की ये नाराजगी गैरवाजिब नहीं थी । भारत के इतिहास का यह वो पहला काला पन्ना है जब देश के किसी प्रधानमंत्री को इतने समय तक जाम का सामना करना पड़ा हो इस घटना ने पंजाब पुलिस की पीएम सुरक्षा की पोल खोल दी और अनेक सवाल खड़ा कर दिया जिसका जवाब पंजाब सरकार को देना ही होगा , प्रधानमंत्री का जिस राज्य में दौरा होता है वहां के डीजीपी और मुख्य सचिव को दौरे में पीएम के साथ रहना होता है लेकिन यहां ऐसा नहीं हुआ उन दोनों अधिकारियों की गाड़ी काफिले में खाली चल रही थी क्यों । सवाल दूसरा यह है कि जिस राज्य में पीएम का दौरा होना होता है उस राज्य को पूर्व में ही सूचित कर दिया जाता है फिर संबंधित राज्य की सुरक्षा एजेंसी द्वारा हवाई मार्ग के अलावा दो वैकल्पिक सड़क मार्ग तैयार किया जाता है पूरी तैयारी के बाद एसपीजी सुरक्षा वाले अधिकारियों को जानकारी दी जाती है इस मामले में फ्लाईओवर में 20 मिनट तक प्रधानमंत्री को फंसे रहने की स्थिति में वैकल्पिक ' रूट ' का उपयोग नहीं किया गया , तीसरा सवाल यह है कि प्रदर्शनकारियों को पीएम के रूट की जानकारी कैसे हुई एक वायरल वीडियो के अनुसार प्रदर्शनकारियों के साथ पंजाब पुलिस के जवान चाय पीते दिख रहे हैं , दीपिका ने कहा कि पीएम की सुरक्षा में चूक पर बहुत से सवाल खड़े हो रहे हैं जिसका जवाब जनता के सामने पंजाब सरकार को रखना चाहिए व अपनी नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए सीएम चरणजीत सिंग चन्नी को अपने सम्पूर्ण मंत्री मण्डल के साथ इस्तीफा देना चाहिए क्योंकि जो अपने देश के पीएम की सुरक्षा की जिममेदारी नहीं उठा सकता है ऐसे सरकार को नैतिक रूप से पद पर रहने का कोई अधिकार नहीं है