अगर मांसाहार बंद नही हुआ तो चुटकी बजाने जितनी देर में चली जाएगी लोगों की जान




ऐसी नई-नई बीमारियां आएंगी कि शाम को सोयेंगे लेकिन नही देख पायेंगे सवेरा
अभी मौका है, जिनसे आपका प्रेम रिश्ता है उनको बचाने का, परमार्थ कमाने का
मुंबई (महाराष्ट्र)। मनुष्य के जान-अनजान में बनते गलत कर्मों की आगे मिलने वाली भारी सजा, भयंकर पीड़ा को पहले ही अपनी दिव्य दृष्टि से देख कर लोगों को सचेत करने वाले, तकलीफों का कारण और बचने का उपाय समय रहते बताने वाले, चलता है एट्टीट्यूड और अपने धन मान बल के अहंकार की वजह से जिनकी चेतावनी, प्रार्थना को बार-बार अनसुना कर दिए जाने के बावजूद लोगों को जगाने समझाने बचाने में दिन-रात लगे इस समय के पूरे समरथ सन्त सतगुरु त्रिकालदर्शी उज्जैन वाले बाबा उमाकान्त जी महाराज ने 30 अगस्त 2022 को प्रातः कालीन बेला में मुम्बई में दिए व अधिकृत यूट्यूब चैनल जयगुरुदेवयूकेएम पर लाइव प्रसारित संदेश में बताया कि जब से यह मांसाहार बढ़ा तब से बीमारियां बहुत बढ़ गई। अभी आपने बीमारी कहां देखा है, बीमारियां तो आगे आएंगी। कोई कहे कि हमको हमारे पति, पत्नी, बच्चे के लिए करना है। लेकिन चले जाने (मृत्यु) के बाद कोई किसके लिए कुछ कर पाएगा या उससे प्रेम कर पाएगा? कोई किसी का नहीं। इसलिए समझाया जाता है।
स्वारथ लाग करै सब प्रीती
यहां स्वार्थ मे सब जुड़ रहे हैं। यहां पर कोई किसी का नहीं है, स्वार्थ का ही प्रेम है। इसीलिए कहा जाता है कि स्वार्थ के साथ-साथ परमार्थ भी कमाओ।
अगर शराब-मांस का सेवन लोगों ने बंद नहीं किया तो नहीं देख पाएंगे सवेरा
कोरोना आने के बहुत पहले बोला करता था, कई जगह बोला हूं कि ऐसी-ऐसी बीमारी आएगी की दवा खोजते रहने तक ही बहुत लोग चले जाएंगे। प्रेमियों! ऐसी नई-नई बीमारियां सब आ रही है कि आगे अगर मांसाहार नहीं बंद हुआ तो समझो चुटकी बजाते-बजाते लोगों की जान चली जाएगी। रात को सोएंगे और सवेरा नहीं देखेंगे, ऐसी बीमारी आएगी।
पूज्य सन्त बाबा उमाकान्त जी द्वारा पूर्व में की गयी कुछ भविष्यवाणीयां चेतावनीयां
ऐसी छूत की बीमारी आएगी कि अपने परिवार के लोग सेवा नहीं कर पाएंगे। (17 जून 2019, जबलपुर, म. प्र.)
कोरोना तो कुदरत के गुस्से का ट्रेलर है, पिक्चर तो आगे शुरू होगी। (17 फरवरी 2021, महासमुंद, छत्तीसगढ़)
कोरोना तो ट्रेलर था, यदि मांसाहार बंद नहीं किया तो बीमारियों की झड़ी लग जायेगी। (20 सितंबर 2021, वडोदरा, गुजरात)
कोरोना से कई गुना ज्यादा ऐसी जानलेवा बीमारियाँ आएँगी कि "चट मंगनी, पट ब्याह" की तरह बीमारी आते ही शरीर छोड़ दोगे। (17 अक्टूबर 2021, दिल्ली)
भय बिन होय न प्रीत.. कोरोना के भय से लोग ईश्वरवादी बन गए थे। (20 अक्टूबर 2021, शरद पूर्णिमा कार्यक्रम, लखनऊ)
अगर मांसाहार लोगों ने बंद नहीं किया तो ऐसी भयंकर बीमारियां आएंगे कि जैसे रात को बीमार हुए और सुबह खत्म हो गए। दवा खोज भी नहीं पाएंगे, दवा बना भी नहीं पाएंगे। ऐसे-ऐसे रोग आएंगे। (14 नवंबर 2021, कल्लर, हिमाचल प्रदेश)
अगर मांसाहार का सेवन बंद नहीं किया लोगों ने तो कोरोना से तेज आने वाली बीमारियों से बच पाना बहुत मुश्किल होगा। (30 नवंबर 2021 को काशीपुर, उत्तराखंड)
अगर मांसाहार बंद नहीं हुवा तो चुटकी बजाते-बजाते ऐसे लोगों की जान चली जाएगी। (30 अगस्त 2022 डोम्बिवली, मुंबई)