I, N. D. I. A गठबंधन 2024 के लोकसभा चुनाव परिणाम में भाजपा एन. डी. ए. को सत्ता से बाहर करने में विफल रहा, इस बार भी देश में शीर्ष पर चल रही भाजपा एन. डी. ए. पुनः देश में अपनी सरकार बनाएगी।
I, N. D. I. A alliance failed




NBL, 05/06/2024, Lokeshwar Prasad Verma Raipur CG: I, N. D. I. A alliance failed to oust BJP NDA from power in 2024 Lok Sabha election result, this time also BJP NDA which is on top in the country will again form its government in the country. पढ़े विस्तार से....
आज 2024 लोकसभा चुनाव के रिजल्ट के अच्छे परिणामों को देखकर कांग्रेस के सभी घटक दल अपनी बढ़ते ग्राफ को देखकर अतिउत्साहित है की बीजेपी पीएम मोदी के 400 पार को ध्वस्त कर दिया और बीजेपी को पूर्ण बहुमत के आंकडे 272 पार होने से रोक दिया फिर भी बीजेपी अपने घटक दलों के 292 सीटों के साथ मिलकर आज देश में सरकार बनाने की ताकत रख रही है बस अकेली बीजेपी की 272 को रोक पाए है बीजेपी के साथ मिलकर 292 सीट बनाए उनके सहयोगी दलों के अच्छे परिणामों को तो नही रोक पाए, और गुमान किस बात की आप कांग्रेस के सहयोगी दलों को जबकि सरकार तो बीजेपी NDA ही बना रहे है।
और फिर से देश का प्रधानमंत्री वही दस साल पुरानी नरेंद्र मोदी ही रहेंगे और आप वही कांग्रेस विपक्ष की भूमिका निभायेंगे बस आप विपक्षों की संख्या बल बढ़ी हुई है और कुछ नही जबकि जो आने वाले 2029 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी पीएम मोदी अपनी बीजेपी NDA के साथ मिलकर और बेहतर सुधार ला सकते हैं देश में अपने आप के चुनावी फ़ायदे के लिए और अपनी गलतियों को ऐलासिस कर और देश में और बेहतर परफामेंस कर आप विपक्षी दलों की मुश्किले बढ़ा सकती है 2029 के लोकसभा चुनाव में। पीएम नरेंद्र मोदी हारने वालों में से नही है जो उनको आप विपक्षी दल मिलकर हरा सको अब पीएम मोदी भारत के नब्ज टटोल चुके हैं, आपके विपक्षी दलों के निगेटिव जन संचार और आपके वोट बैंक की राजनीति को देख चुके है कैसे देश के लोकतन्त्र को गुमराह कर अपना वोट मत सीट को बढ़ाते है। लेकिन फिर भी आप विपक्षी दलों के नेता पीएम मोदी को रोकने में नाकामयाब रहे।
आज विपक्षी दलों के नेताओं के लिए खुशी का दिन बन गया है। जिस प्रकार कम अंक पाने वाले कमजोर छात्र अपने अंक बढ़ने पर खुश होते हैं, ठीक यही हाल कांग्रेस के साथ-साथ उसके सहयोगी दलों के नेताओं का भी है, जिन्हें ग्रेस मार्क्स भी नहीं मिल रहे हैं कि वह देश में सरकार बना सकें, जबकि भाजपा एनडीए पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाने में सक्षम है, और विपक्षी दलों के नेताओं की खुशी देखने लायक है, जैसे उन्होंने देश में बड़े-बड़े कारनामे किए हों, कोई अच्छा काम नहीं कर पाए। विपक्षी दलों के नेता जिन्हें आज भाजपा की संख्या से भी कम संख्या मिली है, भले ही विपक्षी दल मिलकर बहुत खुश हैं, पिछली बार बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बाबू भाजपा का साथ छोड़कर विपक्षी दलों के समर्थन में उतर आए थे, उसी प्रकार विपक्षी दलों के नेता मुंगेरी लाल के हसीन सपने देख रहे हैं।
लेकिन बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अब ऐसी गलती नहीं करने वाले हैं कि वह विपक्षी दलों के खेमे में आ जाएं और अगर वह ऐसा करते भी हैं तो आने वाले चुनावों में नीतीश बाबू की राजनीति खतरे में पड़ जाएगी, क्योंकि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश बाबू खुद अपने ऊपर लगे पलटू राम के दाग से छुटकारा पाना चाहते हैं। भाजपा से हाथ मिलाकर देश में एक बेहतर सरकार बनाकर और पीएम मोदी की देश हित नीति से जुड़कर नीतीश बाबू यही तो चाहते हैं, देश की जनहित में सहयोग करके अपने ऊपर लगे दाग को मिटा सकूं और आज विपक्षी दल के नेता उन्हें और दागदार करना चाहते हैं, वे नहीं चाहते कि मैं अब भारत में पलटू राम बनकर रहूं, जबकि विपक्षी दलों के नेताओं से कहीं बेहतर नेता नीतीश कुमार हैं, जिन पर भ्रष्टाचार का एक भी दाग नहीं है, ऐसे ही शुद्ध नेता हैं बिहार के सीएम नीतीश कुमार।
मैंने अपने कई लेखों में लिखा है कि देश में विपक्ष का मजबूत होना बहुत जरूरी है, और विपक्ष देश के हित में होना चाहिए, न कि राजनीतिक मतभेदों के कारण सत्ता पक्ष के हितों की बात करके पांच साल बर्बाद करें। ऐसे ही पांच साल बर्बाद न करें। आप विपक्षी दलों के नेता यह सोचकर राजनीति न करने लगें कि पीएम मोदी सरकार के 400 प्लस नारे और यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ सरकार के सख्त कानून को विफलता के रूप में न देखा जाए और यह न कहें कि भगवान श्री राम विपक्षी दलों के सांसदों को अयोध्या लेकर आए हैं और भगवान श्री राम ने बीजेपी एनडीए को नकार दिया है। आप विपक्षी दलों की यह कहना सबसे बड़ी भूल होगी कि श्री राम सबके हैं, जबकि उन्हीं श्री राम ने भाजपा एनडीए को पूर्ण बहुमत से जिताकर पुनः भारत की सत्ता में पहुंचाया है।
और आपके विपक्षी दल के नेताओं के बहकावे में आकर वोट देने वाली जनता आपके लुभावने वादों से वंचित हो जाएगी, यह पूर्णतः सत्य है और देश के इस भूले हुए लोकतंत्र को एक बार फिर से भाजपा एनडीए की सबका साथ सबका विकास नीति से जुड़ना होगा, तभी देश तरक्की करेगा, आप विपक्षी दल के नेता इस भ्रम में न रहें कि हमने अपनी सीटें बढ़ने के कारण भाजपा को हरा दिया है, जबकि आने वाले समय में यही भाजपा एनडीए आपके बनाए लुभावने फार्मूले को आगे बढ़ाएगी और आने वाले विधानसभा और लोकसभा चुनावों में आप विपक्षी दलों को पुनः हार का सामना करना पड़ेगा। मैं भविष्य की गहराइयों में छिपी भविष्यवाणी को उजागर कर रहा हूं, इसीलिए आज भी विपक्षी पार्टियां फेल हो गई हैं और भाजपा एनडीए फिर से पास हो गई है और सदियों से भारत का लोकतंत्र लालच का शिकार रहा है, जिसके कारण विदेशी धरती से आए अंग्रेजों और मुगलों ने कई वर्षों तक देश पर राज किया, यह छोटा सा लालच हमारे देश के लोकतंत्र की सबसे बड़ी कमजोरी है और आज भी भारत में कुछ लालची लोग हैं, जो भारत को अविकसित भारत बनाने में लगे हुए हैं, देश की अधिकांश जनता भारत को एक सशक्त और विकसित भारत बनाने में अपना योगदान दे रही है और आज यह इस 2024 के लोकसभा चुनाव के नतीजों में दिखाई दे रहा है।आज से भाजपा एनडीए के पीएम मोदी को रोजगार, महंगाई और किसानों के हितों पर ध्यान देने के साथ-साथ देश को मजबूत करने की दिशा में काम करने की जरूरत है, जो आपको 2024 के लोकसभा चुनाव परिणामों के जरिए पता चल जाना चाहिए, अपनी भाजपा पार्टी की कमजोरियां ढूंढने की जरूरत नहीं है कि हमने कहां गलती की, आपने रोजगार, महंगाई पर गलती की है जो 2024 के लोकसभा चुनाव में विपक्षी दलों का सबसे बड़ा हथियार बन गया था, जिसके कारण देश के बहुत से लोगों ने बदलाव के मूड के साथ विपक्षी दलों के नेताओं को वोट दिया और यह बदलाव आपको करना है, तभी आप विपक्षी दलों के बढ़ते ग्राफ को नीचे ला सकते हैं, अन्यथा बदलाव होगा, यही सावधानी भाजपा एनडीए को बरतनी होगी।