जिताऊ उम्मीदवार से ऐसा बर्ताव फिर कैसे होगी वर्ष 2023 चुनाव में नैया पार

जिताऊ उम्मीदवार से ऐसा बर्ताव फिर कैसे होगी वर्ष 2023 चुनाव में नैया पार
जिताऊ उम्मीदवार से ऐसा बर्ताव फिर कैसे होगी वर्ष 2023 चुनाव में नैया पार

भीलवाड़ा। राजस्थान में आगामी कुछ माह में चुनाव होने है, ऐसे में दोनों ही पार्टियों में चुनावी सरगर्मियां तेज हो चुकी है। दोनों पार्टियां चुनाव की तैयारियों में जुट चुकी है। भावी प्रत्याशी अपने टिकट के लिए जोड़-तोड़ करना शुरू कर चुके हैं और विभिन्न पार्टी द्वारा भी अपने उम्मीदवार के लिए सर्वे किए जा रहे हैं और भविष्य में भी सर्वे होंगे। अब सवाल यह है कि दोनों ही पार्टियों में अंतर्कलह चरम पर है। एक ओर कांग्रेस पार्टी भारत जोड़ो यात्रा निकाल रही है तो दूसरी ओर भाजपा पूरे प्रदेश में सरकार के खिलाफ जन आक्रोश यात्रा निकाल रही है। भीलवाड़ा शहर में जनाक्रोश यात्रा सफल तो नहीं कही जा सकती। शहर में मध्य स्थित आजाद चौक में पांडाल लगाया गया, जिसमें कई कुर्सियां खाली पड़ी हुई थी यह बहुत कुछ दर्शाता है। इसमें भी पार्टी के एक गुट द्वारा भाजपा में सहाड़ा से मज़बूत और जिताऊ दावेदार लादूलाल पीतलिया को मंच से नीचे उतार कर उन्हें बागी कहकर लज्जित करना क्या दर्शाता है?? यह तो तब जब भाजपा से बागी होकर कई पार्षद चुनाव जीत गए और आज उनकी बदौलत ही भीलवाड़ा नगर परिषद में भाजपा का बोर्ड है, भाजपा से बागी होकर कई नेता पंचायत समिति में प्रधान-उपप्रधान बन गए है और आज भी पार्टी में उनकी उतनी ही पूछ परख है। ★विदित रहे कि लादूलाल पीतलिया को भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया, उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ सहित अन्य दिग्गज नेताओं की मौजूदगी में भाजपा प्रदेश कार्यालय में पार्टी में शामिल कराया था। लादूलाल पीतलिया का सहाड़ा उपचुनाव में टिकट कटने के बाद निर्दलीय चुनाव लड़ना लगभग तय था, लेकिन पीतलिया ने भाजपा पार्टी के प्रति अपना समर्पण दिखाते हुए अपना नामांकन वापिस ले लिया था। लादूलाल पीतलिया जैसे जिताऊ दावेदार जिसकी जनता में काफी मज़बूत पकड़ है। ऐसे जनसेवक, गौसेवक और जमीन से जुड़े नेता को पार्टी द्वारा तवज्जो ना देना और उन्हें इस तरह से अपमानित करना क्या दर्शाता है??? पीतलिया द्वारा कोरोना में भी अपनी ओर से नि:शुल्क एम्बुलेंस चलवाई गयी थी, जो आज भी मरीजों की सेवा में उपयोगी साबित हो रही है, कोरोना के दौरान राशन किट वितरण, मास्क वितरण, दवाई वितरण, दवाई छिड़काव, प्रवासियों के लिए रहने खाने की व्यवस्था।जब पशुओं में लंपी रोग फैला था तब भी पीतलिया द्वारा गांव-गांव जाकर आयुर्वेदिक दवाईयों का वितरण एवँ छिड़काव किया गया था और साथ ही पशुओं का टीकाकरण भी करवाया था।इन सबके अलावा भी पीतलिया निजी रूप से जनकल्याण करते रहते है जैसे गरीबों के घर बनवाना, पानी की टंकी लगवाना, बोरवेल निर्माण, खेल मैदान में ट्रेक निर्माण, नि:शुल्क, एम्बुलेंस सेवा, नोट बुक वितरण, श्मशान घाट निर्माण, रोड लाइट लगवाना आदि कार्यों से वे जनसाधरण में अत्यधिक लोकप्रिय है।