CG: हाई प्रोफाइल मर्डर मिस्ट्री सुलझी..... इंजीनियर मर्डर केस में बड़ा खुलासा.... कॉल डीटेल से इंजीनियर के हत्यारों तक पहुंची पुलिस.... थाने के माली और पूर्व पंच ने मिलकर था मारा.... 60 दिन, 6 टीमें, 200 सीसीटीवी, 500 लोगों से पूछताछ.... 30 लाख की फिरौती मांगने की थी प्लानिंग.... दबोचे गए तीन.....

Heinous murder exposed Murder was done by hanging rope around his neck big police action

CG: हाई प्रोफाइल मर्डर मिस्ट्री सुलझी..... इंजीनियर मर्डर केस में बड़ा खुलासा.... कॉल डीटेल से इंजीनियर के हत्यारों तक पहुंची पुलिस.... थाने के माली और पूर्व पंच ने मिलकर था मारा.... 60 दिन, 6 टीमें, 200 सीसीटीवी, 500 लोगों से पूछताछ.... 30 लाख की फिरौती मांगने की थी प्लानिंग.... दबोचे गए तीन.....

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दुर्ग। इंजीनियर शिवांग चंद्राकर की जघन्य हत्या का खुलासा हुआ। गले में रस्सी का फंदा लगाकर हत्या किया गया था।️ दुर्ग पुलिस ने बड़ी कार्यवाही की है। मामला थाना पुलगांव का है।️ साक्ष्य छुपाने बैग, जैकेट और लोवर को झरझरा पुलिया के पास जला दिया था।️ पुलिस की 06 टीमे हत्या की गुत्थी सुलझाने में लगी थी। हाई प्रोफाईल मर्डर मिस्ट्री को सुलझाने मे पुलिस को 65 दिन लगे।️ अपहरण कर 30 लाख रूपये फिरौती लेने का था प्लान पुलिस के ज्यादा सक्रिय होने के कारण फिरौती लेने का प्लान बदल दिया।️ महंगे कपडे और विलासता पूर्ण जीवन की चाह में घटना को अंजाम दिया था।️ चंदखुरी गांव का पूर्व पंच मास्टर मांइड निकला। एक लाख के कर्जे में डूबा था।

 ️ मास्टर माइंड अशोक देशमुख सहित तीन आरोपी को गिरप्तार किया गया है।️ अशोक देशमुख पंच चुनाव हारने व रेगहा की जमीन को लेकर हुए विवाद को लेकर रंजिश रखता था।️ आरोपी की पतासाजी में करीब 500 लोगो से हुई पूछताछ व 200 सीसीटीवी कैमरे खंगाले गये। शिवांग चंद्राकर चंदखुरी स्थित अपनी बाडी से अपने घर मरौदा जाने हेतु अपनी बाइक से निकला था। जो घर नही पहुचा। इस रिपोर्ट पर गुम इंसान क 0 70/2021 दर्ज किया गया। गुमशुदगी की सूचना पर की पतासाजी की जा रही थी। गुमशुदा के पता तलाश के हर संभव प्रयास किये जा रहे थे। इसी दौरान गुमशुदा के बड़े भाई धर्मेश चंद्राकर के द्वारा थाना पुलगांव में सूचना दी गई कि झरझरा पुल के पास चंदखुरी भाठा मे हरीश साहू के खेत मे हार्वेस्टर के चक्के से बने गढ्ढे में मानव खोपडी , घडी , कपडा व अन्य हड्डिया बिखरी पडी थी।

उक्त सूचना से तत्काल वरिष्ठ अधिकारीयों को अवगत कराया गया। सूचना तस्दीक हेतु मौके पर जाकर देखने पर आस - पास मानव शरीर की हड्डिया , मानव खोपडी , कपडे , व एक टाईमेक्स कंपनी की घडी पडी मिली एक्त सनसनी खेज सूचना मिलने पर मौके पर तत्काल पुलिस महानिरीक्षक दुर्ग रेंज दुर्ग ओ . पी . पाल भा . पु.से , वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बी . एन . मीणा ( भा 0 पु 0 से 0 ) , अति . पुलिस अधीक्षक ( शहर ) संजय ध्रुव , अति . पुलिस अधीक्षक ( ग्रामीण ) अनंत साहू , नगर पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र यादव ( भा.पु.से. ) उप पुलिस अधीक्षक अभिषेक झा , उप पुलिस अधीक्षक ( क्राईम ) नसर सिद्दीकी उपस्थित आये मौके पर फोरेसिंक विशेषज्ञ मोहन पटेल , व अन्य चिकित्सा विशेषज्ञों की उपस्थिती में घटना स्थल का वरिष्ठ अधिकारीयो के निर्देशन मे सूक्ष्मता से निरीक्षण किया गया मौके पर मिली टाईमेक्स कंपनी की घडी की अपहरण कर उसके घर वालो से फिरौती की रकम 30 लाख रूपये लेकर उसकी हत्या को झरझरा पुलिखा के पास हरीश साहू के खेत में हार्वेस्टर के चक्के से बने गढ्ढे मे की योजना बनाई थी तथा योजना बनाने के बाद इनके द्वारा लगातार शिवांग चंद्र क गतिविधी व आने जाने के समय पर निगाह रखी जा रही थी। 

उसी के आधार पर तीनो ने मिलकर दिनांक 06.12.2021 को शाम 7:00 बजे से योजनानुसार शिवांग चंद्राकर के घर जाने के समय छिपकर इंतजार कर रहे थे अशोक देशमुख अपनी मो ० सा ० को पंप हाउस के पास खडी कर रोड पर ही इंतेजार कर रहा था। विक्की और बसंत साहू नहर नाली मे छुपे हुऐ थे जैसे ही 7:30 बजे के करीब शिवांग चंद्राकर अपनी मो ० सा ० मे फार्म हाउस के तरफ से आया वैसे ही रोड पर खडे अशोक देशमुख ने उसे रुकवाकर केनालपारा तक छोड़ने के लिए कहा और उसके मो. सा. के पीछे बैठ गया और बैठते ही दोनो हाथो से उसे कसकर पकड़ लिया और नहर नाली मे छिपे विक्की और बसंत भी दौडते हुए आये और अपने पास रखे जानवर बाधने की नायलोन की रस्सी को शिवांग के गले में लपेटकर बांध दिये आवाज करने से पकडे जाने के डर से रस्सी को खिचकर कस दिये जिससे गला छूट जाने से मौके पर ही शिवांग की मृत्यु हो गई उसी समय चंदखुरी केनालपारा के तरफ से किसी गाडी का लाईट आता हुआ दिखाई दिया। 

जिससे डर कर तीनो मिलकर मृतक शिवांग चंद्राकर के शव को उठा कर नहर नाली मे छिपा दिये और खुद भी छुप गये आने वाले गाडी मे बैठा व्यक्ति कुछ देर शिवांग के मो. सा. के पास रूका और उसके फार्म हाउस के तरफ चला गया और विक्की देशमुख शिवांग के मो. सा. को नदी रोड के तरफ आगे कुछ दूरी पर ले जाकर परिया में खड़ी कर दिया और वापस आ गया,  इसी बीच अशोक देशमुख अपनी कार को लेकर अपने घर से आया और तीनो मिलकर शिवांग चंद्राकर को उठाकर अशोक देशमुख के गाड़ी के डिग्गी में डाल दिये अशोक कार को लेकर शव को दफनाने के पहले से निश्चित किये गये स्थान झरझरा पुल के पास पहुचक गया। 

विक्की और बसंत मो. सा. से पीछे-पीछे गये शव को तीनों मिलकर गाड़ी से उतर कर हार्वेस्टर के चक्के से बने गढ्ढे में डाल दिये और मिट्टी, पैरा व पत्थर से ढक दिये, शिवांग चंद्राकर के पैंट शर्ट बैग को झरझरा पुलिया के पास अशोक जला दिये, उसके बाद घटना मे प्रयुक्त नायलोन रस्सी मृतक का हेलमेट व मोबाईल को बसंत साहू डोगिंया तालाब में फेंक दिया है। घटना में प्रयुक्त पत्थर व मृतक की चप्पल को विक्की आस - पास के खेत मे फेंक दिया है। 

आरोपी का गवाहों की उपस्थिती मे विस्तृत मेमोरेडम कथन लेख कर अन्य आरोपीयो बसंत साहू , अशोक देशमुख को भी पकडकर पृथक - पृथक पूछताछ किया गया जिन्होंने आरोपी विक्की देशमुख के कथन की पुष्टि करते हुए तीनो साथ मिलकर योजना बनाकर मृतक शिवांग चंद्राकर की हत्या का अपराध स्वीकार किये आरोपीयो की निशान देही पर घटना में प्रयुक्त कार , मो. सा. , नायलोन रस्सी , पत्थर , तथा मृतक से संबंधित चप्पल , रस्सी , कपडे , व जले हुए अवशेष जप्त किया गया। आरोपियों को विधिवत गिरप्तार कर अग्रीम कार्यवाही थाना पुलगांव से की जा रही