पखनार पंचायत में समस्याओं का अंबार.................... आज़ादी के 75वें वर्ष बीतने के बावजूद पानी तक नही पिला पा रहे जनप्रतिनिधि - तरुणा साबे बेदरकर.....................

पखनार पंचायत में समस्याओं का अंबार.................... आज़ादी के 75वें वर्ष बीतने के बावजूद पानी तक नही पिला पा रहे जनप्रतिनिधि - तरुणा साबे बेदरकर.....................
पखनार पंचायत में समस्याओं का अंबार.................... आज़ादी के 75वें वर्ष बीतने के बावजूद पानी तक नही पिला पा रहे जनप्रतिनिधि - तरुणा साबे बेदरकर.....................

पखनार पंचायत में समस्याओं का अंबार

आज़ादी के 75वें वर्ष बीतने के बावजूद पानी तक नही पिला पा रहे जनप्रतिनिधि - तरुणा साबे बेदरकर


छत्तीसगढ़ / जगदलपुर / चित्रकोट : आम आदमी पार्टी से राष्ट्रीय परिषद की सदस्य तरुणा साबे बेदरकर द्वारा चित्रकोट विधानसभा के दरभा ब्लॉक के पंचायतों में समस्याओं को जानने हेतु सघन दौरा किया जा रहा है।

इसी तारतम्य में दरभा के पखनार-1, पखनार-2 और पखनार-3 तीनों पंचायतो में पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ बैठक किया और समस्याओं को जाना। आम आदमी पार्टी रास्ट्रीय परिषद के सदस्य तरुणा साबे बेदरकर ने कहा कि इस पंचायत में सड़कों की समस्या लगातार बनी हुई है, वहां पहुंचने के लिए पगड़न्ड़ी का सहारा लेना पड़ता है।

तरुणा ने कड़े शब्दों में प्रशासन और विधायक को घेरते हुए कहा कि चित्रकोट विधानसभा से सांसद और विधायक है फिर भी इन पंचायतो में छत्तीसगढ़ बने 21 साल होने के वावजूद भी पहले के बीजेपी सरकार और वर्तमान में सत्ता पर काबिज कांग्रेस सरकार लोगों को पानी तक पिला पाने में सक्षम नही है। आज भी यंहा के लोग पहाड़ों के कट कर बहने वाले झरने और झरिया पानी को 5 किलोमीटर में जाकर ला कर पीने को मजबूर है।

चित्रकोट विधानसभा के आदिवासी नेता दंति पोयम ने कहा कि पखनार पंचायत में पानी के लिए चार हैंड पम्प जरूर खोदे गए लेकिन वो भी भष्ट्राचार के बलि चढ़ा दिया गया और आधा अधूरा बोर खुदाई करने के कारण प्रशासन पानी तक नही निकाल पाए।

तरुणा साबे ने कहा कि तीनों पंचायतों में स्कूल की बिल्डिंग जर्जर हालत में है।मरम्मत करने हेतु प्रशासन द्वारा ध्यान नही दिया जा रहा है। स्कूलों में शिक्षकों की कमी है। अस्पताल का नामोनिशान नही है। यहां तक कि आपातकालीन स्तिथी में एम्बुलेंस सेवा भी अगर ग्रामीण लेना चाहें हो सड़क मार्ग नही होने के कारण ग्रामीण कावड़ में मरीज़ों को लाने को मजबूर हैं। उन्होंने कहा कि जल्द ही इन सब मामलों को लेकर प्रशासन और सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलेगी।