महंत नरेंद्र गिरी की मौत की होगी CBI जांच: सुसाइड या फिर हुआ मर्डर?... अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष की मौत की गुत्थी सुलझाने सरकार ने उठाया बड़ा कदम.... सरकार ने की CBI जांच की सिफारिश......




डेस्क। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की मौत की गुत्थी सुलझाने के लिए अब योगी सरकार ने बड़ा कदम उठाया है अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध मौत मामले में योगी सरकार ने सीबीआई जांच के लिए सिफारिश कर दी। अब केंद्र सरकार से मंजूरी मिलने के बाद सीबीआई टीम जांच शुरू कर देगी। महंत नरेंद्र गिरि अपने मठ में फंदे से लटके पाए गए थे। उनके कमरे से 13 पन्ने का सुसाइड नोट भी मिला था।
सरकार इस मामले को जल्द से जल्द सुलझाना चाहती है और निष्पक्ष जांच को देखते हुए सीबीआई जांच की सिफारिश की है। नरेंद्र गिरी की मौत के मामले में लगातार सवाल उठ रहे थे और कई राजनेताओं से लेकर संत समाज से जुड़े लोग भी इसे आत्महत्या का मामला मानने से इनकार कर रहे थे। साथ ही इस पूरे मामले की सीबीआई जांच करवाने की मांग कर रहे थे। उत्तर प्रदेश सरकार के गृह विभाग ने मामले की जांच के लिए केंद्र सरकार से सीबीआई जांच की सिफारिश की है।
संतों का कहना था कि नरेंद्र गिरि आत्महत्या नहीं कर सकते हैं। महंत की मौत के पीछे का सच सामने आना चाहिए। यह सच तभी सामने आ सकता है जब उच्चस्तरीय जांच कराई जाए। सरकार भी इस मामले को जल्द से जल्द सुलझाना चाहती है। निष्पक्ष जांच को देखते हुए ही सीबीआई जांच की सिफारिश की गई है। इधर प्रयागराज में नरेंद्र गिरि की मौत की जांच के लिए बनी एसआईटी ने अपनी तफ्तीश शुरू भी कर दी थी। बुधवार शाम को जांच टीम ने विधिक कार्रवाई शुरू कर दी।
इस केस में नामजद आरोपी आनंद गिरि के अलावा मंदिर से निकाले गए पुजारी को भी आरोपी बनाया जा रहा है। इसके अलावा कॉल डिटेल और बयानों के आधार पर भी इस केस में शामिल अन्य आरोपी भी प्रकाश में आ सकते हैं। नरेंद्र गिरि की मौत के बाद उनके शिष्य ने सिर्फ आनंद गिरि के खिलाफ ही मुकदमा दर्ज कराया था। जबकि नरेंद्र गिरि की सुसाइड नोट में आनंद गिरि के अलावा आद्या तिवारी और उनके बेटे संदीप को भी आरोपित किया है।
इसी आधार पर एसआईटी ने आनंद गिरि के साथ आद्या तिवारी को हिरासत में ले लिया है। नरेंद्र गिरि के करीबी गनर रहे अजय सिंह से भी मंगलवार को पूछताछ हुई। हालांकि उसके खिलाफ कोई आरोप-प्रत्यारोप नहीं है। कहा जाता है कि अजय और उसकी पत्नी के नाम से ही नरेंद्र गिरि ने मकान और लग्जरी गाड़ियां खरीदी थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार नरेंद्र गिरि के शरीर पर चोट के निशान नहीं मिले हैं। उनकी मौत दम घुटने के कारण ही हुई है।