87 की उम्र, 10वीं का एग्जाम: परीक्षा देने सेंटर पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री.... पूर्व CM ने दिया दसवीं का एग्जाम.... लटका हुआ है ये पेपर.... बोले, ‘आई एम स्टूडेंट, नो कमेंट्स’......




डेस्क। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला बुधवार को 10वीं कक्षा के अंग्रेजी का पेपर देने सिरसा के आर्य कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय पहुंचे। परीक्षा केंद्र में पहुंचने पर पूर्व सीएम ओपी चौटाला ने मीडिया से कहा कि आई एम स्टूडेंट, नो कमेंट्स। इतना कहते ही 87 वर्षीय ओपी चौटाला पेपर देने चले गए। पूर्व सीएम विद्यार्थी की तरह पेपर देने आए और किसी राजनीतिक सवाल का जवाब नहीं दिया। ओपी चौटाला ने शिक्षा विभाग से राइटर की मांग की थी, जिसे स्वीकार करते हुए विभाग ने उन्हें राइटर उपलब्ध करवाया। दो घंटे में परीक्षा देकर ओपी चौटाला परीक्षा केंद्र से रवाना हो गए।
सिरसा में बनाया गया परीक्षा केंद्र
हरियाणा में सिरसा के आर्य कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में बोर्ड की ओर से परीक्षा केंद्र बनाया गया है। वहां पर हरियाणा स्कूल शिक्षा बोर्ड की दसवीं रि-अपीयर और ओपन बोर्ड की परीक्षाएं हो रही हैं। पूर्व सीएम ओम प्रकाश चौटाला को इस सेंटर पर एग्जाम देने पहुंचे। सेंटर के अधिकारियों ने उनका स्वागत किया। 9वीं क्लास की एक छात्रा ने परीक्षा देने में उनकी मदद की। शिक्षा विभाग ने नियम के मुताबिक लड़की को बतौर राइटर उन्हें उपलब्ध कराया था।
लटका हुआ है दसवीं का एक पेपर
पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला का दसवीं कक्षा में अंग्रेजी विषय का पेपर क्लियर नहीं हुआ था। इस वजह से उनका बारहवीं का परीक्षा परिणाम भी रोक लिया गया है। परीक्षा देने पहुंचे चौटाला ने मीडिया के सवालों को यह कहते हुए टाल दिया कि वे स्टूडेंट और मीडिया से बात नहीं करते। करीब 87 वर्षीय ओम प्रकाश चौटाला दिव्यांग हैं और लिख पाने में असमर्थ हैं। इसलिए बोर्ड द्वारा उन्हें पेपर लिखने के लिए राइटर उपलब्ध करवाया गया है। आर्य कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में पूर्व मुख्यमंत्री की परीक्षा के चलते विशेष प्रबंध किए गए। मीडिया को परीक्षा केंद्र के भीतर प्रवेश नहीं करने दिया गया। परीक्षा केंद्र के बाहर पुलिस तैनात की गई थी।
राजनीति में पकड़ बनाने में जुटे चौटाला
ओमप्रकाश चौटाला हरियाणा के जेबीटी शिक्षक भर्ती घोटाले में सजा काट रहे थे। हाल में वे सजा पूरी करके तिहाड़ जेल से बाहर आए हैं। उसके बाद से वे प्रदेश में सियासी पकड़ मजबूत करने में जुटे हैं। हालांकि कभी हरियाणा की राजनीति का पर्याय कही जाने वाली उनकी पार्टी इन दिनों बहुत कमजोर हो चुकी है। उनके छोटे बेटे अभय चौटाला के इस्तीफा देने के बाद इनेलो का असेंबली में कोई विधायक नहीं बचा है। वहीं बड़े बेटा अजय चौटाला जननायक जनता पार्टी के नाम से नई पार्टी बनाकर पहले ही अलग हो चुके हैं।