Dussehra Special : दशहरे के दिन इस पक्षी का दिखना होता है बेहद शुभ, घर मे सुख-समृद्धि का होगा वास, पुराणों में है विशेष महत्व.....

आज असत्य पर सत्य की जीत का पर्व विजयदशमी है। आज पूरे देश में धूमधाम से मनाया जा रहा है। दशहरे के दिन भगवान श्रीराम ने रावण का वध किया था, जिस वजह से देश भर में दशहरे का यह पर्व मनाया जाता है। इस पर्व को बुराई पर अच्छाई की जीत के रूप में देखा जाता है।

Dussehra Special : दशहरे के दिन इस पक्षी का दिखना होता है बेहद शुभ, घर मे सुख-समृद्धि का होगा वास, पुराणों में है विशेष महत्व.....
Dussehra Special : दशहरे के दिन इस पक्षी का दिखना होता है बेहद शुभ, घर मे सुख-समृद्धि का होगा वास, पुराणों में है विशेष महत्व.....

रायपुर। आज असत्य पर सत्य की जीत का पर्व विजयदशमी है। आज पूरे देश में धूमधाम से मनाया जा रहा है। दशहरे के दिन भगवान श्रीराम ने रावण का वध किया था, जिस वजह से देश भर में दशहरे का यह पर्व मनाया जाता है। इस पर्व को बुराई पर अच्छाई की जीत के रूप में देखा जाता है। हालांकि इस पर्व को लेकर कई मान्यताएं हैं, जिनमे से एक मान्यता यह भी है कि इस दिन यदि कोई नीलकंठ पक्षी के दर्शन कर लेता है तो उसका सौभाग्य खुल जाता है। हर मनोकामनाएं पूर्ण होने की भी मान्यता है। 

ज्योतिषाचार्य के मुताबिक विजयदशमी का पर्व बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है, लेकिन इस दिन नीलकंठ पक्षी का दर्शन करने से मनुष्य को सभी मनोकामनाओं की प्राप्ति होती है। इसके पीछे हमारे धर्म ग्रंथ में उल्लेख है कि रावण का वध करने के बाद मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्री राम को ब्रह्म हत्या का पाप लगा था। इसके बाद श्री राम ने भगवान शंकर की पूजा की थी और भगवान शंकर ने विजयदशमी के दिन ही उन्हें नीलकंठ पक्षी के रूप में दर्शन दिया था, जिससे उन्हें लगे ब्रह्म हत्या के पाप से मुक्ति मिली थी। इसीलिए कहा जाता है कि विजयदशमी के दिन जो भी व्यक्ति नीलकंठ पक्षी का दर्शन करता है उसकी हर मनोकामनाएं पूर्ण होती है। 

ज्योतिषाचार्य ने यह भी बताया कि विजयदशमी के दिन शमी पेड़ का विधि विधान से पूजन करने और अपराजिता के पूजन का भी विशेष महत्व है। अगर किसी भी व्यक्ति द्वारा दशहरे के दिन शमी के पेड़ का पूजन किया जाता है तो उसे आरोग्य धन वैभव की प्राप्ति होती है। इसके अलावा अपराजिता के पूजन करने से व्यक्ति कभी भी पराजित नहीं होता है।