सरकारी शराब दुकानों पर सरकार बदलने के बाद भी खुली लूट जारी




कुंरा सिलतरा मांढर शराब दुकानों पर सरकार बदलने के बाद भी ओवर रैट में शराब बिकने से पियक्कड़ों की जेबें ढीली हो रही हैं
धरसीवाँ( दुर्गा प्रसाद बंजारे )कुछ पियक्कड़ों ने नाम नही छापने की शर्त पर बताया की शराब दुकानों में उनसे देशी शराब पर बीस रुपए ओवर रेट बसूला जा रहा है वहीं महंगी शराब पर दो सौ से ढाई से तक अधिक लिए जा रहे हैं और यश सब कोई आज से नही हो रहा बल्कि तभी से हो रहा है जब से सरकारी शराब दुकानें खुली हैं यदि कोई पियक्कड़ अधिक रेट का विरोध करता है तो उसे बेइज्जत किया जाता है और शराब भी नहीं दी जाती कुछ पिक्कड़ों ने यह भी कहां की आबकारी विभाग की मिलीभगत से सब होता है इसलिए शिकायत करने का कोई मतलब नहीं शिकायत करने से उल्टे शराब दुकान के कर्मचारियों बुराई होने से वह बदला लेने की फिराक में रहते हैं
*कहां जा रही लाखो की अवैध कमाई*
धरसीवा विधानसभा की लगभग सभी शराब दुकानों पर सरकारी दुकानें खुलने के बाद से ही ओवर रेट में शराब बेची जा रही है हजारों पौवा की बिक्री प्रतिदिन होती है इस हिसाब से ओवर रेट की अलग से लाखों की कमाई प्रतिदिन होती है आखिर वो कहां जाती है किन किनकी जेबों में पहुंच रही है यदि सूत्रों की माने तो इस अवैध कार्य को कराने वाले भी वही जिम्मेदार हैं जो इसमें हिस्सा ले रहे हैं
आखिर कौन हैं वो लोग जो जनता को शराब दुकानों में लुटवाकर अपनी जेब भरने में लगे हैं क्या कभी ओवर रेट बंद होगा और जनता को लुटवाने वाले उन जिम्मेदारों के काले चेहरों से नकाब हटेगा।
सत्ता बदली व्यवस्था नही...राकेश यादव
जिला पंचायत सदस्य राजेश यादव कहते हैं की शराब दुकानों में सत्ता बदलने के बाद भी ओवर रेट जारी है तो वहीं गली गली चौक चैराहे में नबालिको और बुजर्गों द्वारा खुलेआम गांजा सिलोशन फूंकने का मंजर गांव गांव में आम बात है ऐसा नही की आबकारी विभाग को कोई जानकारी नहीं आबकारी विभाग सबकुछ जानकर भी अनजान बने रहते हैं एसकेएस का लेबर कालोनी हो या गेट या पूरा उद्योग के लेबर से लेके गांव के बच्चों तक नशा बिक रहा है
दुर्भाग्य ये है कि शासकीय शराब दुकान में वही लोग जमे हुए है जो पिछली सरकार में थे और जिन पर नान स्कैनिंग दारु का आरोप है जिस पर मुद्दा भी बना ईडी की गिफ्तारी भी हुई पर धरातल पर वही अधिकारी और वही ऑपरेटर जो उस समय ये कृत्य किया आज भी वही है सिर्फ प्लासमेन्ट एजेंसी का नाम बदला है पहले भी ओवर रेट खुल के चला अवैध चखना लूट चला आज भी वही हाल शा मदिरा दुकानों का है वैसे भी सरकार दरों में वृद्धि किया है और उसके ऊपर ये अवैध वसूली करने वाले अधिकारियों का खेल इसमें बिना प्रभावशाली लोगों के आशीर्वाद और प्रतिफल में प्रसाद की लालसा के सम्भव नही ये बंद हो इस विषय पहले भी शिकायत किया हूँ आवाज उठाया हूँ ओर जल्द एक बार फिर कलेक्टर में पंजीकृत शिकायत करूंगा।