2 महिलाओं की मौत VIDEO: बड़ा रोपवे हादसा.... हवा में अटकीं 48 जिंदगियों को बचाने की जंग.... 24 घंटे, हजारों फीट की ऊंचाई और 48 लोग... मौत से जंग और जिंदगी की डोर का इंतजार... रोपवे हादसे का ये मंजर कंपा डालेगा.... देखें VIDEO.....
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Ropeway Accident
झारखंड (Jharkhand) के देवघर (Deoghar) में स्थित त्रिकुट पहाड़ पर अचानक रोप-वे (Ropeway Accident) का सैप टूटने से बड़ा हादसा हो गया. हादसे में 2 महिलाओं की मौत हो चुकी है. देवघर के त्रिकुट में रोपवे हादसा हुआ. देवघर जिले के मोहनपुर प्रखंड में त्रिकुट पहाड़ पर झारखंड का सबसे ऊंचा रोपवे है. रोपेवे पर्यटकों को मुख्य चोटी के शीर्ष पर ले जाता है. चढ़ाई पर घने जंगल में प्रसिद्ध त्रिकुटाचल महादेव मंदिर और ऋषि दयानंद की आश्रम है.
रामनवमी के मौके पर यहां बड़ी संख्या में पर्यटक पहुंचे थे. रविवार देर शाम 5 बजे अचानक रोपवे में खराबी आ गई. झारखंड के देवघर में त्रिकुट रोपवे की 18 ट्रालियों में फंसे 36 लोगों का रेस्क्यू अभियान अभी भी चल रहा है. यह सभी लोग रविवार शाम 5 बजे से 1000 हजार फीट की ऊंचाई पर झूलते हुई ट्रालियों में फंसे हैं.
सभी जिंदगियों को बचाने के लिए सेना की मदद ली जा रही है. मौके पर सेना का दो MI-17 हेलिकॉप्टर पहुंचा है, लेकिन रेस्क्यू में मुश्किलें आ रही हैं.अभी तक चार ट्रालियों में से कुल 12 लोगो काे रेस्क्यू कर सुरक्षित निकाला जा चुका है. ऊपर से नीचे आ रही एक ट्राली की टक्कर नीचे से ऊपर जा रही ट्राली से हो गई. इसके बाद कई ट्रालियां अपनी जगह से हट गईं और डिस्प्लेस हो गईं. जब यह हादसा हुआ, तब रोपवे की तारों के अलग-अलग हिस्सों पर करीब दो दर्जन ट्रालियां थीं. कुछ ट्रालियों का रेस्क्यू तुरंत कर लिया गया, लेकिन कई काफी ऊंचाई पर फंस गईं.
हादसे पर मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि युद्ध स्तर पर राहत एवं बचाव कार्य चलाया जा रहा है, एनडीआरएफ और बचाव दल के द्वारा लोगों को सकुशल निकालने का प्रयास किया जा रहा है, इसमें विशेषज्ञों की भी सहायता ली जा रही है, इस हादसे पर सरकार की पूरी नजर है, राहत एवं बचाव कार्यों के लिए सरकार द्वारा लगातार निर्देश दिए जा रहे हैं. सेना को भी रेस्क्यू में मुश्किलों का सामना करना पड़ा रहा है. दो पहाड़ों के बीच में फंसी ट्रालियां और नीचे हजार फीट की खाई है. ऐसे में सेना के जवान बहुत सूझबूझ के साथ रेस्क्यू चला रहे हैं.
हेलिकॉप्टर से रेस्क्यू में फिलहाल दिक्कत आ रही है, क्योंकि जैसे ही हेलिकॉप्टर ट्राली के पास पहुंचता है तो उसकी हवा से सभी ट्रालियां हिलने लग रही हैं. मौके पर पहुंचे जिले के डीएम का कहना है कि 18 ट्रालियों में 48 लोग फंसे थे, सोमवार दोपहर में 12 लोगों का रेस्क्यू कर लिया गया. झारखंड के देवघर जिले में हुए रोपवे हादसे के बाद सेना ने मोर्चा संभाल लिया. करीब 48 लोग हजार फीट से ज्यादा ऊंचाई पर रोपवे ट्रॉली में फंस गए. जाहिर है कि इनका रेस्क्यू आम तरीकों के बूते से बाहर की बात थी.
ऐसे में सेना ही एकमात्र सहारा था. 24 घंटे से भी ज्यादा वक्त हो जाने के बाद न सिर्फ ट्रॉली में फंसे लोगों बल्कि उनके घरवालों की जान भी सांस भी अटकी पड़ी है. हालात की नजाकत को देखते हुए सोमवार को वायु सेना के दो हेलीकॉप्टर फंसे हुए लोगों को निकालने के लिए पहुंचे. देवघर के उपायुक्त (डीसी) मंजूनाथ भजंत्री के मुताबिक 'एनडीआरएफ की टीम भी रविवार रात से काम पर लगी हुई है और 11 लोगों को निकाला गया है. बचाव अभियान में स्थानीय लोग भी मदद कर रहे हैं. घटना में 10 लोग जख्मी हुए हैं जिनमें से 2 की देर रात मौत हो गई.'
देवघर के त्रिकूट पर्वत पर हुए रोपवे हादसे के बाद वहां फंसे लोगों को रेस्क्यू करने के लिए सोमवार की सुबह से सेना ने भी ऑपरेशन शुरू कर दिया. इसके लिए सेना के हेलीकॉप्टर को लगाया गया है. अभी 48 लोग अलग-अलग ट्रॉलियों में लगभग 2000 फीट की ऊंचाई पर फंसे हुए है. रविवार शाम हुए इस हादसे में 2 महिला की मौत हो गयी, जबकि एक दर्जन से ज्यादा लोग घायल हुए है. रेस्क्यू में भारतीय वायुसेना, आईटीबीपी और एनडीआरएफ की टीम जुटी हैं.