CG- सराफा कारोबारी हत्याकांड: सांसद का भतीजा शामिल, बिहार से हथियार आया, 24 घंटे रेकी हुई, पहले सिर पटका फिर ताबड़तोड़ फायरिंग, 24 घंटे में ऐसे फंसे आरोपी, पढ़िए लूट-मर्डर की पूरी कहानी.....

Chhattisgarh Crime, bullion trader murder, robbery in jewelery shop, 4 accused arrested दुर्ग। थाना अम्लेष्वर क्षेत्रांतर्गत समृद्धि ज्वेलर्स हत्या एवं लूट के आरोपी 24 घंटे के अंदर पुलिस की गिरफ्त में आए। थाना टिकरापारा, डीडी नगर की हत्या एवं लूट का जेल अभिरक्षा से फरार आरोपी ही घटना का मास्टर माइंड निकला। एसपी अभिषेक पल्लव के अनुसार एक आरोपी सौरभ कुमार सिंह भाजपा सांसद का भतीजा है। आरोपी खुद को औरंगाबाद के सांसद सुशील कुमार सिंह का भतीजा बताया है। अंतर्राज्यीय स्तर के 04 आरोपी को गिरफ्तार किया गया है।

CG- सराफा कारोबारी हत्याकांड: सांसद का भतीजा शामिल, बिहार से हथियार आया, 24 घंटे रेकी हुई, पहले सिर पटका फिर ताबड़तोड़ फायरिंग, 24 घंटे में ऐसे फंसे आरोपी, पढ़िए लूट-मर्डर की पूरी कहानी.....
CG- सराफा कारोबारी हत्याकांड: सांसद का भतीजा शामिल, बिहार से हथियार आया, 24 घंटे रेकी हुई, पहले सिर पटका फिर ताबड़तोड़ फायरिंग, 24 घंटे में ऐसे फंसे आरोपी, पढ़िए लूट-मर्डर की पूरी कहानी.....

Chhattisgarh Crime, bullion trader murder, robbery in jewelery shop, 4 accused arrested

दुर्ग। थाना अम्लेष्वर क्षेत्रांतर्गत समृद्धि ज्वेलर्स हत्या एवं लूट के आरोपी 24 घंटे के अंदर पुलिस की गिरफ्त में आए। थाना टिकरापारा, डीडी नगर की हत्या एवं लूट का जेल अभिरक्षा से फरार आरोपी ही घटना का मास्टर माइंड निकला। एसपी अभिषेक पल्लव के अनुसार एक आरोपी सौरभ कुमार सिंह भाजपा सांसद का भतीजा है। आरोपी खुद को औरंगाबाद के सांसद सुशील कुमार सिंह का भतीजा बताया है। अंतर्राज्यीय स्तर के 04 आरोपी को गिरफ्तार किया गया है।

घटना में प्रयुक्त वाहन होण्डा सिटी, मोटर सायकल, पिस्टल, कट्टा एवं कारतूस बरामद किया गया है। घटना में लूट हुयी मषरूका बरामद की गई। वाराणसी एवं दुर्ग के व्यापारिक संघ सहित आम जनों ने दुर्ग पुलिस की त्वरित कार्यवाही की सराहना की। पुलिस महानिरीक्षक दुर्ग रेंज ने टीम को नगद ईनाम देने की घोषणा की। तिरंगा चौक बजरंग काम्प्लेक्स ग्राम अमलेश्वर मेन रोड में समृध्दि ज्वेलर्स के सुरेन्द्र सोनी दुकान में अकेले थे। 

दो आरोपी ग्राहक बनकर आए। अंगुठी दिखा रहे थे। सुरेन्द्र सोनी को आरोपियों ने लूट करने के इरादे से अपने पास रखे कट्टा से गोली चलाकर प्राण घातक हमला किया, जिससे उनकी मौत हो गई। रिपोर्ट पर थाना प्रभारी अमलेष्वर द्वारा घटना स्थल पहुंचकर घटना की जानकारी प्राप्त करते हुए वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराते हुए थाना अमलेष्वर में अज्ञात आरोपियों के विरूद्ध अपराध क्रमांक 157/2022, धारा 302, 394, 397, 449 भादवि एवं 25, 27 आर्म्स एक्ट पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

 

उक्त सनसनीखेज घटना को अत्यंत गंभीरता से लेते हुये पुलिस महानिरीक्षक दुर्ग रेंज दुर्ग बद्रीनारायण मीणा (भा.पु.से.) के मार्गदर्षन में पुलिस अधीक्षक डॉ.अभिषेक पल्लव (भा.पु.़से.) के द्वारा स्वयं घटना स्थल उपस्थित होकर घटना स्थल का अवलोकन किया गया, हत्या एवं लूट की घटना में संलिप्त अज्ञात आरोपियों की शीर्घ्र गिरफ्तारी एवं पतासाजी करने हेतु आवष्यक निर्देष दिये गये, जिसके परिपालन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) संजय ध्रुव (रा.पु.से.), अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) अनन्त साहू, नगर पुलिस अधीक्षक, (भिलाई नगर) निखिल रखेचा (भा.पु.से.), नगर पुलिस अधीक्षक, (दुर्ग) वैभव बैंकर (भा.पु.से.), नगर पुलिस अधीक्षक, (छावनी) प्रभात कुमार (भा.पु.से.), पुलिस अनुविभागीय अधिकारी (पाटन) देवांष राठौर एवं उप पुलिस अधीक्षक (अपराध) नसर सिद्विकी (रा.पु.से.) के मार्गदर्शन में एवं ए.सी.सी.यू प्रभारी निरीक्षक संतोष मिश्रा, थाना प्रभारी अमलेष्वर निरीक्षक राजेन्द्र यादव के नेतृत्व में एण्टी क्राईम एवं सायबर यूनिट एवं दुर्ग पुलिस के विभिन्न थानों में पदस्थ चुनिंदा अधिकारी एवं कर्मचारियों की विषेष टीम गठित कर कार्यवाही हेतु लगाया गया। 

 

 

टीम द्वारा घटना स्थल का सूक्ष्मता से निरीक्षण किया गया। घटना स्थल के आस-पास लगे सीसीटीव्ही कैमरों के साथ-साथ आरोपियों द्वारा फरार होने वाले संभावित मार्गो का सीसीटीव्ही फूटेज प्राप्त का उनका सूक्ष्मता से अवलोकन प्रारंभ किया गया। घटना स्थल समृध्दि ज्वेलर्स में लगे सीसीटीव्ही का अवलोकन से ज्ञात हुआ कि 02 व्यक्ति दुकान से कुछ समान की खरीदारी करने के बहाने से अंदर आये जिसमें से एक व्यक्ति का आधा हाथ नहीं है। दुकान के मालिक सुरेन्द्र सोनी के उपर फायरिंग करते हुए दुकान में रखे समान को लुट कर फरार हो गये। आरोपियों द्वारा घटना के उपरांत फरार होने वाले संभावित मार्गो में लगे सीसीटीव्ही फूटेज का अवलोकन करते हुए ज्ञात हुआ कि आरोपियों द्वारा घटना के लिए जिस मोटर सायकल क्रमांक JH12N2701 का उपयोग किया गया है। जो ग्राम कुन्दाली रायपुर के पास छोडकर फरार हो गये। 

 

सीसीटीव्ही फूटेज में मोटर सायकल के आगे एक HONDA CITY कार क्रमांक DL4CAH2592 जाते हुए दिखायी दे रही थी, जिससे यह अनुमान लगाया गया कि आरोपियों द्वारा मोटर सायकल क्रमांक JH12N2701 छोड़कर HONDA CITY कार क्रमांक DL4CAH2592 से भागे है। इसी दौरान कोडरमा झारखण्ड से यह जानकारी प्राप्त हुई की मोटर सायकल क्रमांक JH12N2701 का मालिक राजेष कुमार सिंह है जो सिक्योरिटी एजेंसी में ट्रेडिंग का काम करता है, उसके अपने मालिक अभिषेक राठौर के कहने पर अपनी मोटर सायकल JH12N2701 को सौरभ कुमार सिंह को चलाने हेतु दिया गया था, सौरभ कुमार सिंह द्वारा मोटर सायकल JH12N2701 नहीं लौटाने पर थाना बोधगया में षिकायत दर्ज करायी गयी थी। साथ ही यह भी जानकारी प्राप्त हुयी की सौरभ कुमार सिंह का एक हाथ नहीं है।

 

आरोपियों द्वारा घटना के उपरांत प्रयुक्त कार को रायपुर में देखे जाने से तत्काल टीम रवाना हुयी इस दौरान 03ः02 मिनट पर उक्त कार तरपोंगी रायपुर के टोल प्लाजा में बिलासपुर की ओर जाते हुये दिखी सूचना पर बिलासपुर पुलिस को हिर्री टोल प्लाजा भेजा गया जानकारी प्राप्त हुयी 03ः50 मिनट पर उक्त कार हिर्री टोल प्लाजा क्रास कर चुकी थी। टीम द्वारा आरोपियों के निवास की ओर जाने वाले संभवित टोल प्लाजा को चेक करते हुए आगे बढ़ रही थी अगले दिन वाहन क्रमांक DL4CAH2592 को वाराणसी के आई.टी.एम.एस कैमेरे में सर्च करने पर शहर के अंदर प्रवेष होना पाया गया एवं शहर से बाहर नहीं निकला ज्ञात हुआ। जिससे यह विष्वास हो गया की आरोपीगण वाराणसी में रूके हुए है। 

 

टीम द्वारा अपनी रफ्तार तेज कर सीधे वाराणसी प्रवेष किया जाकर गाड़ी की पता-तलाष किया जाने लगा इसी दौरान पुलिस अधीक्षक दुर्ग अभिषेक पल्लव ने वाराणसी कमिषनरेट में संपर्क स्थापित कर उक्त घटना की जानकारी दी गयी चूंकि गाड़ी को वाराणसी जंक्षन के पास होने की संभावना से वहाँ के आर.पी.एफ. को भी इसकी सूचना दी गयी। इसी दौरान हमारी टीम को गाड़ी नजर आ गयी। जो गाड़ी चालू कर वहां से भाग रहे थे। टीम द्वारा आरोपियों का लगातार पीछा किया गया एवं वहां के आर पीएफ द्वारा थोड़ी देर के लिये यातायात बाधित कर दिया गया जिससे आरोपियों की वाहन आगे नहीं बड़ पायी और हमारी टीम जिसका नेतृत्व निरीक्षक एसीसीयू संतोष मिश्रा कर रहे थे की टीम ने फूर्ति से घेराबंदी करते हुए आरोपियों को धर दबोचा। 

 

टीम द्वारा आरोपियों को अपने कब्जे में लेकर समीप के थाना सिगरा वाराणसी ले जाकर पूछताछ करने से आरोपियों के कब्जे से घटना में लूटे हुए सोना चांदी के आभूषण एवं घटना में प्रयुक्त पिस्टल एवं देषी कटृटा बरामद हुआ। घटना का मास्टर माइंड अनुपम झा उर्फ अभिषेक झा है जिसने सौरभ कुमार सिंह, अभय कुमार भारती एवं आलोक कुमार यादव के साथ लूट के उद्देष्य से अम्लेष्वर जिला दुर्ग छत्तीसगढ़ में रेकी किया गया एवं सौरभ कुमार सिंह एवं अभय कुमार भारती अम्लेष्वर तिरंका चौक स्थित समृध्दि ज्वेलर्स के मालिक सुरेन्द्र सोनी की हत्या कर दुकान से लूट की घटना को अंजाम दिया गया। उक्त आरोपियों में थाना रायपुर सिविल लाईन, थाना टिकरापारा, थाना डीडी नगर में लूट और हत्या का अपराध घटित करने वाले आरोपी अनुपम झा उर्फ अभिषेक झा जो पेषी के दौरान न्यायालय से फरार हो गया था। 

उक्त कार्यवाही में एन्टी क्राईम एवं सायबर यूनिट के निरीक्षक संतोष मिश्रा, सउनि शमित मिश्रा, पूर्ण बहादुर, आरक्षक शहबाज खान, विक्रांत यदु, कोमल राजपूत, एवं आरपीएफ वाराणसी के निरीक्षक अंजुलता द्विवेदी एवं आरक्षक रमेष यादव का आरोपियों की घेराबंदी कर पकड़ने में उल्लेखनीय योगदान रहा। तकनीकी साक्ष्य एकत्र एवं सीडीआर एनालिसिस करने में प्र.आरक्षक एसीसीयू चन्द्रषेखर बंजीर का योगदान रहा। साथ ही इस पुरी प्रकरण को सुलझाने में एसीसीयू एवं दुर्ग जिले के चुनिंदा पुलिस अधिकारियों एवं कर्मचारियों का उल्लेखनीय योगदान रहा। जिनके द्वारा सभी टोल प्लाजा, सीसीटीव्ही विभिन्न जिलों एवं राज्यों से स्थापित करना जैसा कार्य किया। जिसके परिणाम स्वरूप दुर्ग पुलिस को सफलता मिली।