CM कांफ्रेंस ब्रेकिंग : राजस्व मामले में दुर्ग, बेमेतरा , बालोद, कांकेर, बीजापुर, और राजनांदगांव को मिली शाबाशी…..वही ये जिले फिसड्डी…. वही राजस्व मामले में इन जिलों के काम पर मुख्यमंत्री बोले……




रायपुर 21 अक्टूबर 2021। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राजस्व के मामले को लेकर भी कांफ्रेंस में तीखी नाराजगी जतायी। कई जिले तो लक्ष्य के आसपास भी नहीं पहुंच सके।
मुख्यमंत्री ने कांफ्रेंस में रेवन्यू में लेट लतीफी को लेकर कई कलेक्टरों पर नाराजगी भी जतायी। राजस्व के मामले में कोंडागांव और गरियाबंद को मुख्यमंत्री ने सबसे पीछे बताया। वहीं बिलासपुर, बलरामपुर में भी रेवन्यू के काम पर मुख्यमंत्री खुश नहीं है।
वहीं, इधर दुर्ग, बालोद, कांकेर, बीजापुर, बेमेतरा और राजनांदगांव को राजस्व प्रकरण में अच्छा काम करने के लिए शाबाशी मिली है।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा कि हर स्थिति में राजस्व प्रकरणों का सिटिज़न चार्टर में निर्धारित समय सीमा में निराकरण होना ही चाहिए। यह राजस्व अधिकारियों का मूल कार्य है।
अविवादित नामांतरण, खाता विभाजन जैसे सरल कार्य तत्काल किए जायें। सभी प्रकरणों का पंजीयन अनिवार्य रूप से हो। इसमें लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों की ज़िम्मेदारी तय करें।
जाति प्रमाण पत्र के कार्यों को पूर्ण करने के लिए विशेष अभियान चला कर कैम्प लगाए जायें। इस कार्य को समय सीमा में पूर्ण करने हेतु राजस्व विभाग एवं ज़िला प्रशासन तत्काल कार्यवाही करें।
आबादी भूमि के फ़्री होल्ड हेतु कलेक्टर विशेष ध्यान दें, यह शासन का महत्वपूर्ण निर्णय है। इसका क्रियान्वयन बेहतर ढंग से हो।
राजस्व प्रशासन से संबंधित शासन स्तर पर लंबित विषयों की समीक्षा मुख्य सचिव स्तर पर की जाए। समय सीमा का निर्धारण प्रत्येक स्तर पर निर्धारित किया जाए।
नए अतिक्रमण पर प्रभावी रोकथाम लगाने सभी राजस्व अधिकारी कार्ययोजना बनायें। विधि अनुसार अतिक्रमण व्यवस्थापन की कार्यवाही में तेज़ी लाकर नागरिकों को मालिकाना हक़ दिलाने के साथ साथ शासन के राजस्व में वृद्धि हेतु गंभीरता से कार्य करने की आवश्यकता है।
राजस्व वृद्धि हेतु भू-संसाधनों के उपयोग हेतु कलेक्टर समय सीमा में कार्यवाही पूर्ण करें।
मुख्यमंत्री ने ग्रास रूट पर basic administration पर अधिकतम ध्यान केंद्रित करने पर दिया ज़ोर।
मंत्रालय से लिए गए निर्णय को धरातल पर पहुँचाने का बीड़ा ज़िला प्रशासन पर है। इसकी समीक्षा आँकड़ों से नहीं, छत्तीसगढ़ के नागरिकों को इन योजनाओं से पहुँचे प्रत्यक्ष लाभ से performance का आँकलन किया जाएगा।
कार्यक्रम से करीब 1 घंटे से देरी से शुरू हुए कांफ्रेंस में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल विभागवार समीक्षा कर रहे हैं। बैठक में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल रेवन्यू डिपार्टमेंट के कामकाज से खुश नहीं दिखे। मुख्यमंत्री ने रेवन्यू डिपार्टमेंट के कामकाज को लेकर जो कहा, उससे साफ था कि वो वहां के काम से खुश नहीं है। वहीं लॉ एंड आर्डर को लेकर उन्होंने जशपुर और कवर्धा का जिक्र किया। वहीं सिलगेर में हुई घटना को लेकर दंतेवाड़ा और बीजापुर का भी जिक्र किया।
आपको बता दें कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज कलेक्टर कांफ्रेंस ले रहे हैं, जिसमें 21 एजेंडों पर चर्चा होनी है। माना जा रहा है कि ये कलेक्टरों का परफार्मेंस रिव्यू है, जिससे ना सिर्फ जिलों में कामकाज को परखा जा रहा है, बल्कि कलेक्टरों की परफार्मेंस का भी आकलन किया जा रहा है। देर शाम तक ये कांफ्रेंस चलेगी।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में आज यहां न्यू सर्किट हाउस के ऑडिटोरियम में कलेक्टर्स कॉन्फ्रेंस शुरू।बैठक में कृषि मंत्री श्री रविंद्र चौबे, मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, पुलिस महानिदेशक श्री डी. एम. अवस्थी, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग की अपर मुख्य सचिव श्रीमती रेणु जी.पिल्ले, मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव श्री सुब्रत साहू सहित प्रमुख सचिव, विभिन्न विभागों के सचिव, कमिश्नर, जिलों के कलेक्टर तथा वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित हैं।