Indian Railway Fare Rules: देश के करोड़ों सीनियर सिटीजन के लिए बुरी खबर.... ट्रेन टिकट पर अब नहीं मिलेगी छूट.... टिकट के लिए चुकाने होंगे पूरे पैसे.... रेल मंत्री बोले ये.....

Indian Railway Fare Rules no discount train tickets Full money paid ticket

Indian Railway Fare Rules: देश के करोड़ों सीनियर सिटीजन के लिए बुरी खबर.... ट्रेन टिकट पर अब नहीं मिलेगी छूट.... टिकट के लिए चुकाने होंगे पूरे पैसे.... रेल मंत्री बोले ये.....

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Indian Railway Fare Rules: भारतीय रेल (Indian Railways) में सफर करने वाले करोड़ों बुजुर्ग रेल यात्रियों के लिए एक निराशाजनक खबर आई है। केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnaw) ने लोकसभा में कहा कि रेलवे द्वारा वरिष्ठ नागरिकों को किराये में दी जाने वाली छूट पर फिलहाल पाबंदी लगी रहेगी। इसका सीधा मतलब ये हुआ कि ट्रेन में सफर करने वाले वरिष्ठ नागरिकों को किराये में फिलहाल छूट नहीं मिलेगी और उन्हें भी बाकी यात्रियों की तरह पूरा किराया चुकाना होगा। रेल मंत्रालय की ओर से यात्रियों को झटका दिया गया है। 

 

कोविड-19 के कारण प्रभावित हुए रेलवे के कई नियमों में अभी रियायत नहीं मिली है। इसी नियम में से एक वरिष्ठ नागरिकों को किराए में रियायत देना है, जिसे मार्च 2020 में हटा दिया गया था। अब रेल मंत्री की ओर से कहा गया है कि उन्हें अभी छूट नहीं दी जाएगी। जबकि महामारी से पहले इन नागरिकों को किराए में छूट दी जाती थी। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने संसद में एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि रियायतें देने की लागत रेलवे पर भारी पड़ती है, इसलिए वरिष्ठ नागरिकों सहित सभी श्रेणियों के यात्रियों के लिए रियायतों का दायरा बढ़ाना फिलहाल सही नहीं है। 

 

उन्होंने कहा कि रेलवे की 2020-21 का राजस्व 2019-20 के राजस्व के अपेक्षा कम था। रेलवे ने सभी वर्गों में महिला यात्रियों को 50% और पुरुष यात्रियों को 40% की छूट की पेशकश की थी। इसका लाभ उठाने की न्यूनतम आयु महिलाओं के लिए 58 वर्ष और पुरुषों के लिए 60 वर्ष थी। छूट की लागत 1,600 करोड़ रुपये प्रति वर्ष और सभी रियायतों पर किए गए छूट 2,000 करोड़ रुपये रेलवे का 80% था। महामारी के दौरान और जैसे ही इसने सेवाओं को धीरे-धीरे बहाल किया MoR ने 53 रियायतों में से 15 को छोड़कर सभी को बंद कर दिया। 

 

चार अलग-अलग विकलांगों के लिए और 11 छात्रों और रोगियों के लिए अभी भी छूट का प्रवधान है। कोरोना के दौरान रेल सेवाओं को बंद कर दिया गया था। ऐसे में रेलवे को काफी नुकसान उठाना पड़ा था। लोगों ने कोरोना के कारण सफर बंद कर दिया था। ऐसे में ट्रेन में यात्रा करने वाले यात्रियों की संख्या काफी कम हो गई थी, जिसकी वजह से टिकट की बिक्री बंद हो गई थी। ऐसे में भारतीय रेल की कमाई पर काफी बुरा असर पड़ा। रेलवे लोगों की सहूलियत के हिसाब से ऑफर पेश करता रहता है।

 

ऐसे में भारतीय रेल की तरफ से 58 साल से ऊपर की महिला यात्री और 60 साल से ऊपर के पुरुष यात्रियों को किराये पर रियायत दी जाती थी। केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि, 'यात्रियों को किराये पर दी जाने वाली छूट से भारतीय रेल पर काफी बोझ पड़ता है, इसलिए रेलवे ने ये फैसला किया है कि फिलहाल बुजुर्गों को रेल किराये पर मिलने वाली छूट पर पाबंदी जारी रहेगी और उन्हें भी बाकी यात्रियों की तरह ही पूरा किराया देना होगा।'