CBI Raid in Chhattisgarh ब्रेकिंग : छत्तीसगढ़ में CBI का छापा, CGPSC के तत्कालीन अध्यक्ष और सचिव के आवासीय परिसर में पहुंची CBI की टीम, एग्जाम कंट्रोलर के घर भी तलाश जारी.....

केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई ने रायपुर और भिलाई में छापा मार कार्यवाही की है। ये छापे छत्‍तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (सीजी पीएससी) के तत्‍कालीन अध्‍यक्ष टामन सिंह सोनवानी और तत्‍कालीन सचिव जीवन किशोर ध्रुव के ठिकानों पर मारे गए हैं।

CBI Raid in Chhattisgarh ब्रेकिंग : छत्तीसगढ़ में CBI का छापा, CGPSC के तत्कालीन अध्यक्ष और सचिव के आवासीय परिसर में पहुंची CBI की टीम, एग्जाम कंट्रोलर के घर भी तलाश जारी.....
CBI Raid in Chhattisgarh ब्रेकिंग : छत्तीसगढ़ में CBI का छापा, CGPSC के तत्कालीन अध्यक्ष और सचिव के आवासीय परिसर में पहुंची CBI की टीम, एग्जाम कंट्रोलर के घर भी तलाश जारी.....

रायपुर। केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई ने रायपुर और भिलाई में छापा मार कार्यवाही की है। ये छापे छत्‍तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (सीजी पीएससी) के तत्‍कालीन अध्‍यक्ष टामन सिंह सोनवानी और तत्‍कालीन सचिव जीवन किशोर ध्रुव के ठिकानों पर मारे गए हैं। इसके अलावा रायपुर और भिलाई में परीक्षा नियंत्रक के परिसरों पर भी तलाशी ले रही है।

राज्य सरकार के अनुरोध पर सीबीआई ने मामला दर्ज किया है। छत्तीसगढ़ के मामलों की जांच के लिए पूर्व में तत्कालीन अध्यक्ष, तत्कालीन सचिव, तत्कालीन परीक्षा नियंत्रक, सभी के खिलाफ पीएस ईओडब्ल्यू/एसीबी रायपुर में अपराध क्रमांक 05/2024 और पीएस अर्जुंदा जिला-बालोद में अपराध क्रमांक 28/2024 के तहत दर्ज किया गया था। 

सीबीआई ने छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (सीजीपीएससी) और अन्य पर अपने बेटे, बेटी, रिश्तेदारों, उनके परिचितों आदि की भर्ती करके अपने आधिकारिक पद का दुरुपयोग करने के आरोप लगाया है, जो छत्तीसगढ़ राज्य सरकार में विभिन्न पदों के लिए कथित रूप से अयोग्य उम्मीदवार थे। 

वर्ष 2020-2022 में तत्कालीन अध्यक्ष के बेटे को कथित तौर पर डिप्टी कलेक्टर के रूप में चुना गया था, उनके बड़े भाई के बेटे को डिप्टी एसपी के रूप में चुना गया था। उनकी बहन की बेटी को श्रम अधिकारी, उनके बेटे की पत्नी डिप्टी कलेक्टर और उनके भाई की बहू जिला आबकारी अधिकारी के रूप में चुना गया था। यह भी आरोप लगाया गया है कि छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग के तत्कालीन सचिव ने अपने बेटे का चयन डिप्टी कलेक्टर के पद पर कर लिया। 

इसमें सीबीआई ने सीजीपीएससी के तत्कालीन अध्यक्ष तामन सिंह सोनवानी, सचिव जीवन किशोर ध्रुव, तत्कालीन परीक्षा नियंत्रक और अन्य को आरोपी बनाया है। इनके ठिकानों पर तलाशी ली जा रही है। 

इस मामले में यह भी आरोप लगाया गया कि छत्तीसगढ़ सरकार के तत्कालीन वरिष्ठ अधिकारियों के बेटे, बेटियों, रिश्तेदारों के साथ-साथ नेताओं और पदाधिकारियों को डिप्टी कलेक्टर और डीएसपी आदि के रूप में चुना गया था। इस मामले की जांच अब सीबीआई कर रही है।