भाइयों के माथों पर तिलक कर बहनों ने की दीर्घायु की कामनाएं, उल्‍लास संग मनाया भाई दूज का त्‍योहार।

भाइयों के माथों पर तिलक कर बहनों ने की दीर्घायु की कामनाएं, उल्‍लास संग मनाया भाई दूज का त्‍योहार।

लखनपुर सितेश सिरदार:–दीपावली के पांच पर्वो की लड़ी में शामिल भाई दूज का पर्व दीपावली के दो दिन बाद भैया दूज का पर्व 6 नवंबर दिन शनिवार को बड़ी ही श्रद्धा, प्रेम एवं उल्लास के साथ लखनपुर सहित क्षेत्र में धूमधाम से मनाया गया सुबह ही घरों में इस पर्व की धूम शुरू हो गई थी। बहनें अपने भाइयों को तिलक लगाकर उनकी लंबी आयु की कामना कर रही थीं । और भाइयों की ओर से उन्हे उपहार भेंट किए जा रहे थे। परंपरा के अनुसार बहनों ने भाइयों को तिलक लगाने के बाद नारियल आदि भी दिए। इस पर्व पर शायद ही कोई ऐसा व्यक्ति रहा जिसके माथे पर लाल रंग का तिलक न सजा हो अन्यथा सबके माथे पर लगे टीके भाई दूज पर्व की महत्ता का अहसास करा रहे थे। परिवार के जहां बड़े सदस्यों ने इस पर्व की परंपरा को निभाया वहीं छोटे-छोटे बच्चों पर भी इस पर्व का रंग खूब देखा गया।

बहन-भाई के अटूट प्रेम का प्रतीक भाई दूज का पर्व जिलेभर सहित लखनपुर छेत्र में हर्षोल्लास के साथ परंपरागत तरीके से मनाया गया। वहीं भाइयों ने भी बहनों को उपहार भेंट कर उनके प्रति अपने प्रेम को दर्शाया।

उल्लेखनीय है कि भैया दूज का पर्व कार्तिक शुक्ला दूज को लखनपुर सहित भारतवर्ष में मनाया जाता है। इस पर्व को मनाये जाने को लेकर लोक धारणा है कि जो भाई इस दिन अपनी बहन के घर बैठकर भोजन करता है, उसे यम की बाधा नहीं सताती।