रौंगटे खड़े कर देने वाला VIDEO: बाढ़ की वजह से चंद सेकंड में ताश के पत्तों की तरह ढह गया मकान.... नामों-निशान हो गया गायब.... देखें 5 सेकंड की तबाही का VIDEO......

रौंगटे खड़े कर देने वाला VIDEO: बाढ़ की वजह से चंद सेकंड में ताश के पत्तों की तरह ढह गया मकान.... नामों-निशान हो गया गायब.... देखें 5 सेकंड की तबाही का VIDEO......


डेस्क। अक्टूबर महीना आधे से ज्यादा गुजर चुका है, लेकिन कई राज्यों में बारिश अभी भी जारी है। देश के कई राज्यों दिल्ली, केरल, मध्यप्रदेश और उत्तराखंड में जोरदार बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। इन राज्यों में पिछले कुछ दिनों में बहुत ज्यादा बारिश हुई, जिसका नतीजा ये निकला है कि कुछ जगहों पर जान और माल का भारी नुकसान भी हुआ है। हालात इतने खराब है कि केरल के कोट्टायम जिले में बाढ़ में पूरा एक घर बह गया। सड़क पर खड़े लोगों ने इस घटना का वीडियो बनाया। हादसे के वक्त घर में कोई नहीं था। वहीं इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है।

वीडियो में दिख रहा है कि भारी बारिश की वजह से नदी का उफान बेहद तेज है। सड़क पर नदी किनारे एक पक्का मकान बना है जो ताश के पत्तों की तरह पानी में बह गया। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने कहा कि दक्षिणपूर्वी अरब सागर और उससे लगते केरल पर कल बना कम दबाव का क्षेत्र अब कमजोर हो गया है, इसके प्रभाव से केरल में दूर दराज के इलाके में भारी बारिश के आसार हैं और इसके बाद ये कम हो जाएगी।

पश्चिम विक्षोभ भारत के दूरस्थ उत्तरी हिस्से के स्थानीय मौसम में असर डालता है। जिसकी वजह से आमतौर पर बारिश या बर्फबारी होती है। लद्दाख, कश्मीर जैसे ऊंचाई वाले स्थानों और उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में इसी वजह से इस मौसम की पहली बर्फबारी देखने को मिली। पिछले हफ्ते दबाव वाले दो क्षेत्र(अरब सागर और बंगाल की खाड़ी) एक साथ सक्रिय हुए। इन दोनों के एक साथ मिलने से केरल, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, दिल्ली, मध्यप्रदेश, उत्तराखंड, ओडिशा और पश्चिम बंगाल में मौसम का कहर देखने को मिला।

 

 

दक्षिण-पश्चिमी मॉनसून की अवधि आमतौर पर चार महीने होती है। वैसे तो अक्टूबर की शुरुआत में मॉनसून लौट जाता है। इस दौरान मॉनसून गरज और चमक के साथ बारिश तो कई बार भारी बारिश देकर जाता है। इस साल मॉनसून के लौटने की शुरुआत ही 6 अक्टूबर से हुई जबकि सामान्य तौर पर ये 17 सितंबर से शुरू हो जाता है। अब तक मॉनसून पश्चिम, उत्तर, मध्य और पूर्वी भारत के क्षेत्रों से पूरी तरह लौट चुका है।

ये दक्षिणी प्रायद्वीपीय क्षेत्र में अभी भी सक्रिय है, इस वजह से केरल, तमिलनाडु, तेलंगाना, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश में पिछले 10 दिनों से भारी बारिश देखने को मिल रही है। सोमवार तक मॉनसून मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, बंगाल के कुछ हिस्से, ओडिशा और पूरे दक्षिण प्रायद्वीप से नहीं लौटा था।