कुछ दिन पहले यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपने भाषण में कहा था, " बटेंगे तो कटेंगे " ये शब्द अब पूरे देश में अपना असर दिखा रहे हैं।
A few days ago, UP CM Yogi Adityanath said




NBL, 29/10/2024, Lokeshwar Prasad Verma Raipur CG: A few days ago, UP CM Yogi Adityanath said in his speech, " If we divide, we will be cut ". These words are now showing their effect in the whole country. पढ़े विस्तार से.....
भारत में हिंदुओं की एक बड़ी आबादी है और देश की राजनीति इसी बड़ी आबादी के दम पर चलती है, देश की हर राजनीतिक पार्टी हिंदुओं की इन बड़ी आबादी से दूर रहकर अपनी राजनीतिक पकड़ मजबूत नहीं कर सकती, भाजपा के कट्टर सनातनी हिंदू नेता सीएम योगी आदित्यनाथ के हर शब्द का असर देश के हिंदुओं के दिल और दिमाग पर पड़ता है, क्योंकि सीएम योगी आदित्यनाथ दोहरे चरित्र के व्यक्ति नहीं हैं, हम सनातनी हिंदू हैं तो हिंदू हैं, हम प्रतीक के लिए कुछ दिनों के लिए सीएम/पीएम बन सकते हैं, लेकिन हमारा सनातनी हिंदू धर्म हमारे अंत तक प्रतीकात्मक रहेगा कि हम योगी आदित्यनाथ सनातनी हिंदू हैं, इसमें वर्तमान और अतीत शब्दों का प्रयोग नहीं किया जा सकता है, लेकिन हमारे सीएम/पीएम के पद छोड़ने से पूर्व शब्द लग सकते है, लेकिन हम हिंदू हैं, वह अतीत शब्द उन्हें छू भी नहीं सकता क्योंकि हम सनातनी हिंदू हैं।
और हम हमेशा सनातनी हिंदू ही रहेंगे। पूर्व सीएम/पीएम हमें कहाँ जा सकता है, लेकिन हमें पूर्व सनातनी हिंदू योगी आदित्यनाथ कोई नहीं कह सकता, इसलिए हम अपने सनातनी हिंदू धर्म को प्राथमिकता देते हैं, ताकि भारत के हिंदुओ को हम जोड़कर सभी सनातनी हिंदू धर्म के लोगों की रक्षा हो सके एकता में बल है। बांग्लादेश में मुसलमानों के द्वारा हिंदुओ पर कर रहे अत्याचार को देखते हुए, भारत के सनातनी हिंदुओ को अगाह किया सीएम योगी, हम बटेंगे तो कटेंगे। और इसका असर भारत के हिंदुओ में इतना पड़ रहा है कि विपक्षी दलों के नेताओं के नींद हराम हो गया है, उनके राजनीतिक भविष्य खतरे में दिख रहा है, हे भगवान ये सीएम योगी आदित्यनाथ के कटेंगे तो बटेंगे शब्द भारत में तेजी से फैल रहे है और इसका असर हरियाणा विधान सभा चुनाव 2024 वर्तमान में देखने को मिला विपक्षी दलों को हार के रूप में।
अब विपक्षी दलों का हर नेता कह रहा है कि भाजपा देश के लोगों में मतभेद पैदा कर रही है और उन्हें बांट रही है, लेकिन यह सच नहीं है कि भाजपा देश के लोगों को बांट रही है, जबकि भारत दुनिया का एकमात्र ऐसा देश है जहां हिंदुओं की बड़ी आबादी है और इसकी रक्षा करना प्रत्येक सनातनी हिंदू का कर्तव्य है। अगर सीएम योगी आदित्यनाथ अपनी सनातन धर्म संस्कृति को बचाने के लिए भारत के सनातनी हिंदुओं को हिंदू एकता का पाठ पढ़ा रहे हैं, तो क्या वह गलत कर रहे हैं? मेरे विचार से हिंदू एकता पर जोर देना पूरी तरह से सही लगता है, क्योंकि अगर हम सनातनी हिंदू धर्म के लोग भारत में अपनी रक्षा के लिए आगे नहीं आएंगे, तो कौन आएगा? भारत के प्रत्येक सनातनी हिंदू को यह सवाल खुद से पूछना चाहिए। क्या हम हिंदुओं को एकजुट होकर आगे बढ़ना चाहिए ताकि हम भारतीय सनातनी हिंदुओं को अन्य धर्मों के लोग आसानी से नुकसान न पहुंचा सकें? इसलिए भारत में जातिगत भेद को मिटाकर हमें एक वचन पर अडिग रहना चाहिए कि हम सनातनी हिंदू हैं।
जी हां, अगर सीएम योगी आदित्यनाथ के शब्द "कटेंगे तो बटेंगे" का असर देश में हो रहे चुनावों पर पड़ता है तो आप यकीन मानिए कि भारत के सनातनी हिंदू धर्म के लोग जाग चुके हैं और इसे तोड़ पाना विपक्षी दलों के नेताओं के बस की बात नहीं है और इसका सारा श्रेय सीएम योगी आदित्यनाथ को जाएगा क्योंकि एक प्रदेश के सीएम होते हुए भी वो भारत के सनातनी हिंदुओं को जगा रहे हैं, मतलब सीएम योगी सनातनी हिंदुओ के लिए बहुत अच्छा काम कर रहे हैं, अगर सीएम योगी आदित्यनाथ के इस प्रयास से बीजेपी को फायदा होगा तो ये सोचने वाली बात नहीं है हर युग में ये साबित हो चुका है कि जो व्यक्ति ज्यादा प्रभाव रखता है उसके साथ उनके समुदाय के लोग जुड़ते हैं और उसका साथ देते हैं अब जब सीएम योगी ने हिंदू एकता का बिगुल फूंका है तो ये तय है कि भारत के हिंदू सीएम योगी आदित्यनाथ के खेमे में जाएंगे क्योंकि वो धार्मिक एकता को मजबूती दे रहे हैं ना कि धार्मिक उन्माद फैला रहे हैं सीएम योगी आदित्यनाथ भारतीय सनातनी हिंदुओं को नुकसान नही पहुँचा रहे है बल्कि उन्हें जगा रहे है, सीएम योगी आदित्यनाथ जी भारत के हिंदुओं के आदर्श आइकन बनकर आगे आ रहे हैं, यही विपक्षी दलों के नेताओं का सबसे बड़ा डर है।
हम कह सकते हैं कि सीएम योगी आदित्यनाथ दो शक्तियों पर जोर दे रहे हैं एक तरफ वह भारत के सनातनी हिंदुओं को जागृत कर रहे हैं और दूसरी तरफ वह अपनी पार्टी बीजेपी को देश में मजबूत बना रहे हैं अब दोनों देश में कितनी मजबूत होती हैं यह तो समय पर निर्भर करता है इसका असर तुरंत होता है या समय के साथ लेकिन भारतीय सनातनी हिंदुओं का जागरण निश्चित है अब देखते हैं कि विपक्षी दलों के नेता योगी आदित्यनाथ के शब्दों का क्या समाधान देते हैं यह उनके शब्दों के प्रभाव पर निर्भर करता है कि सीएम योगी आदित्यनाथ के शब्दों की ताकत अधिक है या फिर विपक्षी दलों के नेताओं द्वारा बोले गए शब्दों से योगी आदित्यनाथ के शब्द भारत के सनातनी हिंदुओं द्वारा मिट जाएंगे लेकिन वर्तमान में सीएम योगी आदित्यनाथ जी द्वारा बोले गए यह शब्द काफी लोकप्रिय हो रहे हैं देश के कुछ राज्यों में इन शब्दों के समर्थन में बैनर और पोस्टर भी लगाए जा रहे हैं।और आप भी यह देख रहे होंगे अगर हम बंटेंगे तो कट जाएंगे, यह शब्द को भारतीय सनातनी हिंदुओ द्वारा एकतरफा अपने पक्ष में देख कर समर्थन कर रहे है और कुछ सनातनी हिंदुओ के द्वारा इसे सीएम योगी आदित्यनाथ के राजनीतिक स्टंट बता रहे हैं, जबकि यह सब बांग्लादेश में हिंदुओ के उपर हो रहे अत्याचार को देखते हुए कहाँ था अपने भाषणों में। ये उनके द्वारा बोले गए शब्द राजनीतिक प्लानिंग के तहत नही था, जो इसे शक के नजरो से देखा जा सके, यह तो भारतीय सनातनी हिंदुओ पर निर्भर करती है कि, वह बटेंगे या कटेंगे शब्द को अपनी कौन सा नजरियाँ से देखते हैं।