CGPSC परीक्षा का रिजल्ट घोषित, कई युवा व युवतियां बने वाले हैं अधिकारी 18 वा स्थान प्राप्त कर चयन होने वाले... पीयूष तिवारी का कहना है सफलता का कोई शॉर्ट कट नहीं, प्रयास ही सफलता की कुंजी... 

CGPSC परीक्षा का रिजल्ट घोषित, कई युवा व युवतियां बने वाले हैं अधिकारी 18 वा स्थान प्राप्त कर चयन होने वाले... पीयूष तिवारी का कहना है सफलता का कोई शॉर्ट कट नहीं, प्रयास ही सफलता की कुंजी... 

पंडरिया। कुछ साल पहले तक भले ही पंडरिया ब्लॉक को विभिन्न कारणों से प्रदेश भर में जाना जाता हो, परंतु अब पंडरिया ब्लॉक के युवा व युवतियां अलग-अलग क्षेत्रों में आए दिन कोई न कोई नया आयाम खड़ा कर रहे हैं, जिसकी वजह से पंडरिया को जिला ही नहीं पूरे प्रदेश में भी लोग जानने लगे हैं। अब पंडरिया ब्लॉक के युवा व युवतियां प्रशासनिक पदों पर भी बड़ी जिम्मेदारियां संभाल कर पंडरिया ब्लॉक का मान बढ़ा रहे हैं। हाल ही में घोषित हुए CGPSC के रिजल्ट में भी पंडरिया ब्लाक ने अच्छा प्रदर्शन कर एक बार फिर प्रदेश में पंडरिया ब्लाक का मान बढ़ाया है। नया भारत ने जब इन इनमें से एक प्रतिभागी पीयूष तिवारी

पिता- प्रदीप तिवारी(अधिवक्ता),

माता - पुष्पा तिवारी(शिक्षिका)

ग्राम-बाघामुड़ा

जोकि स्नातक- राष्ट्रीय प्रद्योगिकी संस्थान रायपुर(NIT) से माइनिंग इनजीनियरिंग

 

अनुभव- माइनिंग इंजीनियर क़े तौर पर पूरे 2 वर्ष , अदानी इंटरप्राइजेस लिमिटेड( सरगुजा और रायगढ़)

 

PSC कोचिंग- पटेल ट्यूटोरियल्स रायपुर(जहाँ दादाजी रविन्द्र तिवारी ज़ो संस्थान क़े उपसंचालक हैं, क़ा विशेष सहयोग एवं सराहनीय योगदान रहा; उनके मार्गदर्शन में पढ़ने की प्रेरणा मिली एवं आगे बढ़ने क़ा अवसर प्राप्त हुआ) तत्पश्चात कोरोना-काळ में 1 वर्ष से पंडरिया(घर) में रहकर ऑनलाइन अध्ययन

 

पीयूष तिवारी बाघामुड़ा क़े बड़े-गौटिया मेलन प्रसाद तिवारी ज़ी क़े पौत्र एवं संतोष तिवारी (ग्रा.कृ. वि. अधिकारी )क़े सगे भतीज़े हैं।

 

जिन्होंने CGPSC एग्जाम में 18 वा स्थान प्राप्त किया है उनकी सफलता का फंडा जानना चाहा तो उनका कहना था कि सफलता का कोई शॉर्ट कट नहीं होता है। सफलता प्राप्त करने के लिए लक्ष्य निर्धारित कर लगातार मेहनत करनी पड़ती है। यदि प्रयास ईमानदारी से किए गए हैं तो सफलता मिलना तय है।