दिल दहला देने वाला मामला: संतान प्राप्ति के लिए कराया 7 साल की बच्ची का गैंगरेप.... हत्या के बाद कलेजा निकालकर खाया.... रोटी के साथ खाया मासूम का कलेजा.... फिर जो हुआ....




कानपुर। शादीशुदा कपल ने संतान प्राप्ति के लिए ना सिर्फ एक 7 साल की बच्ची का गैंगरेप किया, बल्कि तांत्रिक के झांसे में आकर उसकी हत्या तक कर दी, और फिर बच्ची का कलेजा निकालकर खा गए। पुलिस ने बच्ची की हत्या करने वाले दंपति समेत चार आरोपियों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई की है। पुलिस ने बताया कि नि:संतान दंपत्ति ने बच्चे पैदा करने के लिए इस भयानक अपराध को अंजाम दिया था। चारों ने दिवाली पर एक 'तांत्रिक' अनुष्ठान के हिस्से के रूप में लड़की हत्या कर उसका जिगर और फेफड़ों को निकाला था।
युवक और उसके साथी ने अपने पड़ोसी की सात साल की एक बच्ची की हत्या कर दी थी, उसके जिगर और फेफड़े निकाले थे और उन्हें अपने चाचा और चाची को खाने के लिए दिया था, ताकि नि:संतान दंपत्ति के बच्चे हो सकें। आरोपी अंकुल ने कबूल किया कि उसने नशे की हालत में अपने दोस्त की मदद से लड़की की हत्या की थी। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि उनके चाचा और चाची ने उन्हें 1,000 रुपये दिए और उन्हें अपने पड़ोसी की 7 साल की बेटी का अपहरण करने के लिए कहा था।
उसकी बलि देने और दीपावली की रात उसके महत्वपूर्ण अंगों को लाने के लिए कहा क्योंकि उनका मानना था कि यह एक शुभ समय है। पुलिस ने कहा कि मानव बलि इसलिए दी गई, ताकि उनकी शादी के 21 साल बाद भी संतानहीनता की समस्या का समाधान हो सके। अपने नि:संतान चाचा परशुराम और चाची सुनैना के बहकावे में आने के बाद मानव बलि अनुष्ठान के तहत अपने दोस्त वीरन के साथ मिलकर लड़की की हत्या करने की बात कबूल कर ली। पति-पत्नी ने रोटी के बच्ची का कलेजा खा गया।