दुर्गा पूजा पंडालों में तोड़फोड़: दुर्गा पूजा के दौरान मंदिर और पंडालों को बनाया निशाना.... मूर्तियां भी तोड़ीं.... गोलीबारी में 4 की मौत.... 60 घायल.... 22 जिलों में पैरामिलिट्री फोर्स तैनात......




डेस्क। बांग्लादेश में दुर्गापूजा के दौरान मंदिरों में इस कदर तोड़फोड़ की गई कि दंगे भड़क गए है। इस दंगे में चार लोगों के मारे जाने और 60 लोगों के घायल होने की खबर है। फिलहाल स्थिति को कंट्रोल करने के लिए बांग्लादेश सरकार ने 22 जिलों में अर्द्धसैनिक बलों की तैनाती कर दी है। ताजा मामला है चांदपुर जिले की जहां चरमपंथियों की भीड़ ने फेसबुक पर अफवाह फैलने के बाद हिंदू मंदिर पर हमला कर दिया। इस हमले के दौरान कई राउंड फायरिंग भी की गई जिससे चार हिंदुओं की मौत हो गई।
इस घटना पर बांग्लादेश हिंदू यूनिटी काउंसिल ने ट्वीट करके कहा कि 13 अक्तूबर बांग्लादेश के इतिहास का निंदनीय दिन है। अष्टमी के दिन मूर्ति विसर्जन के मौके पर कई पूजा मंडपों में तोड़फोड़ की गई और हिंदुओं को चोट पहुंचाई गई। हिंदुओं को अब पूजा मंडपों की रखवाली करनी पड़ रही है। आज पूरी दुनिया चुप है। मां दुर्गा अपना आशीर्वाद सभी हिंदुओं पर बनाए रखें। एक फेसबुक पोस्ट वायरल हो गई, जिसके बाद धार्मिक कट्टरपंथियों ने कई दुर्गा पंडालों में तोड़फोड़ की। इतना ही नहीं जब इनका विरोध किया गया तो इन्होंने फायरिंग कर दी जिससे चार लोगों की दर्दनाक मौत हो गई।
वहीं कुरान के अपमान के दावों को नकारते हुए कमिला महानगर पूजा उद्जापोन कमेटी के महासचिव शिबू प्रसाद दत्ता ने बताया कि किसी ने कुरान की एक कॉपी नानुआ दिघीर पार में एक दुर्गा पूजा मंडप में सुबह-सुबह रख दी और उस वक्त गार्ड सो रहा था। इसके अलावा जिले के एक अधिकारी ने पुष्टि करते हुए कहा कि कुछ धार्मिक चरमपंथियों ने दुर्गा पंडालों में पहले कुरान की प्रति रख दी और कुछ तस्वीरें लीं, फिर भाग गए। कुछ घंटों के भीतर उन सभी ने फेसबुक का उपयोग करते हुए भड़काऊ तस्वीरों को वायरल कर दिया।
ढाका से करीम 100 किलोमीटर की दूरी पर कमिला नाम की जगह पर ईशनिंदा के आरोपों के बाद मंदिर में तोड़फोड़ की गई। हिंसक झड़पें बढ़ती देख पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की। चांदपुर के हाजीगंज, चत्तोरग्राम के बांसखली और कॉक्स बाजार के पेकुआ में भी मंदिरों के अंदर तोड़फोड़ की घटनाएं दर्ज की गईं। स्थिति नियंत्रण से बाहर चली गई और एक के बाद एक कई दुर्गा पूजा स्थलों पर दंगे भड़कने लगे। दंगों में कम से कम चार लोग मारे गए हैं और कई लोग घायल हो गए हैं। ये चार मौतें चांदपुर के हाजीगंज इलाके में पुलिस और भीड़ के बीच हुई झड़प के दौरान हुईं। केंद्रीय धार्मिक मंत्रालय ने मामले को लेकर एक इमरजेंसी नोटिस जारी कर जनता से कानून अपने हाथ में नहीं लेने की अपील की गई है।