CG VIDEO 3 शिक्षक सस्पेंड : स्कूल में 'शराबी' मास्टर जी का भौकाल : नशे में टल्ली गुरु जी लड़खड़ाते हुए पहुँचे थे शिक्षा के मंदिर……हाजिरी लगाकर बोले- किसी ने माई का दूध पी रखा हो तो ट्रांसफर करवा के दिखाए…अब हुए सस्पेंड…..रेस्टहाउस में तोड़फोड़ करने वाले शिक्षकों पर भी गिरी गाज…देखे नशे में टल्ली मास्टर जी का विडियो……….




डेस्क :- डीईओ ने तीन शिक्षक को निलंबित कर दिया है. डीईओ ने अलग-अलग मामले में तीनों शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई किया है. दो शिक्षक ने रेस्टहाउस में जमकर तोड़फोड़ किया था और एक शिक्षक शराब के नशे में ड्यूटी कर रहा था. एसडीएम और बीईओ ने मामले की जांच किया. जिसके बाद कलेक्टर के निर्देश पर जिला शिक्षा अधिकारी ने निलंबन आदेश जारी किया.
लोरमी ब्लॉक के लाखासार शासकीय स्कूल का है, जहां पर लंबे समय से पदस्थ शासकीय शिक्षक कन्हैयालाल पनागर शराब के नशे में धुत होकर लड़खड़ाते हुए स्कूल पहुंचा था
वहीं बीते दिनों लोरमी नगर पंचायत क्षेत्र अंतर्गत पीडब्ल्यूडी के शासकीय विश्रामगृह में कांग्रेस के ब्लॉक अध्यक्ष मेन कुमार भार्गव समेत दो अन्य सहयोगी शिक्षक अकत ध्रुव और गिरीश राजपूत पर रेस्टहाउस के कर्मचारियों ने तोड़फोड़ करने का आरोप लगा था.
पढ़िये क्या था पूरा मामला
छत्तीसगढ़ के सरकारी स्कूल अब स्तरहीन होते जा रहे हैं। पढ़ाने वाले गुरुजी ही शिक्षा के सिस्टम में पलीता लगा रहे हैं। मुंगेली के लोरमी ब्लाक में एक मास्टर जी का यह हाल है कि शराब पीकर स्कूल जाते हैं। भौकाल ऐसा कि हाजिरी लगाते हैं और चले जाते हैं। सरपंच निरीक्षण के लिए पहुंचे तो उनके सामने ही धमकी दे डाली, कि किसी ने माई का दूध पिया हो तो वहां से ट्रांसफर करवा कर दिखाए।
फिलहाल मामले की शिकायत शिक्षा विभाग के अफसरों से की गई है। दरअसल, लाखासर गांव के सरपंच हलधर सिंह वर्मा को शिकायत मिली थी कि प्राथमिक स्कूल में पदस्थ शिक्षक कन्हैलाला पनागर अक्सर गायब रहते हैं।
सरपंच पहुंचे तो पता चला कि हाजिरी रजिस्टर में टीचर के साइन थे। पूछताछ में पता चला कि मास्टर जी आए थे और साइन कर चले गए। इस पर सरपंच इंतजार करने स्कूल में ही रुक गए।
जब नशे में धुत होकर टीचर कन्हैलाल स्कूल पहुंच गए। स्टाफ रूम में सरपंच ने देर से व नशे में आने का कारण पूछा तो बोले कि जो करना है कर लो-'वीडियो बना लो, मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता है। कोई मेरा कुछ नहीं बिगाड़ सकता। किसी ने माई का दूध पीया है तो गांव लाखासर से उनका ट्रांसफर करवा कर दिखाए। जिससे शिकायत करनी हो, कर लें'।
इस संबंध में स्कूल के बच्चों से भी पूछताछ की। उन्होंने बताया कि मास्टर जी सप्ताह में दो या तीन दिन ही आते हैं। जिस दिन आते हैं, उस दिन भी आने का टाइम निर्धारित नहीं है।
देखे विडियो