क्या इतने विशाल भारत की नींव झूठ के सहारे राजनीति करने वाले पार्टी नेताओं से मजबूत होगी या झूठे राजनीतिक वादों में फंसने वाले देश के लोकतंत्र से देश मजबूत होगा?
Will the foundation of such a vast India be strengthened




NBL, 24/10/2023, Lokeshwer Prasad Verma Raipur CG: Will the foundation of such a vast India be strengthened by the party leaders who do politics with the help of lies or will the country be strengthened by the democracy of the country which is trapped in false political promises? पढ़े विस्तार से....
देश में कोई भी पार्टी का नेता ऐसा नहीं है जो सफ़ेद झूठ बोलकर देश के लोकतंत्र को गुमराह न कर रहा हो। इन सभी ने झूठ बोलने में पीएचडी की है और इनका फॉर्मूला देश के लोकतंत्र को गुमराह कर रहा है। ऐसा लगता है मानो ये देश के लोकतंत्र अशिक्षित है, ये नेता ही पढ़े-लिखे लोग हैं, इनके अलावा किसी और को देश के लोकतंत्र के बारे में कोई ज्ञान ही नहीं है, यही कारण है कि देश का लोकतंत्र बड़े पैमाने पर नेताओं के भ्रम का शिकार हो रहा है। और यही सच है, यह हमारे देश के लोकतंत्र की बिगड़ी हुई बुद्धि है जो स्वयं सोचने-समझने में असमर्थ है। इसीलिए मुगलों और अंग्रेजों ने भारत पर सदियों तक राज किया और आज भी देश में इन पार्टी नेताओं द्वारा वही नीति अपनाई जा रही है, झूठ बोलो और राज करो की नीति यह है देश के सभी पार्टी नेताओ का हाल, हम मानते हैं कि वे ऐसा क्यों करते हैं। वे कहते हैं हम भरोसे की सरकार चलाते हैं जब आप उनके पूर्व के शपथ पत्र के कुछ वादे को देखिये पांच साल में लागू नहीं हो पाते तब भी वे गर्व से कहते हैं कि हम भरोसे की सरकार चलाते हैं।
जरा आप अपने पुराने चुनावी घोषणापत्र तो देखिये नेता जी, मेरे भारत देश के लोकतंत्र भोले भाले है एक वादा पूरे नही करवा पाते, फिर भी कहते हैं पार्टी नेता थोड़ा अच्छा है एक मौका और देकर देखते है तो यकीन मानिए, आप देश के लोकतंत्र के साथ फिर से विश्वासघात होगा, नेता जी वही फार्मूला के साथ भरोसे की सरकार चलाता हूँ बोल बोल कर आपका वोट चुरा लेंगे और अगले पांच साल तक आप फिर इनके झूठ का शिकार होंगे, उससे पहले आप खुद सतर्क हो जाएं ताकि देश में भी शांति बना रहे ऐसा कम झूठ बोलने वाले नेताओं की चुनाव करो जो देश का विकास हो सके और भ्रष्टाचार में भी कमी हो सके और हम देश के लोकतंत्र को भी शांति मिले और हम देश के लोकतंत्र को इनके झूठे वादों के चक्रव्यूह में ज्यादा नही आना चाहिए हमें मुफ्त की सहारा ज्यादा नहीं लेना चाहिए क्योंकि हमें रोज कमाना और रोज खाना होता है हमारा एक परिवारिक बजट होता है इनके कुछ मुफ्त में दे देने से हम देश के लोकतंत्र का बजट सही होने वाला नही है। हम लोकतंत्र भला क्यों अटके हुए है इन झूठे नेताओं की प्रपंच में लेकिन क्यों? खुद से करे सवाल।
कम झूठ बोलने वाले नेताओं पर विश्वास देश के लोकतंत्र को थोड़ा करनी चाहिए लेकिन वादा करने वाले और उन वादे को पूरा नही करने वाले नेताओं के उपर तो आप बिल्कुल भी विश्वास न करे और जो देश में नई पार्टी बनाकर पहले के पुरानी बिगड़ी हालात को सुधारने की बात करते हैं उनके उपर तो और भी विश्वास नहीं करनी चाहिए और आप देश के लोकतंत्र देख भी रहे हैं, जो बड़े पैमाने पर वादे करते हैं वही सबसे ज्यादा चालाक होते है क्योंकि वह झूठ बोलने में डबल पीएचडी किया रहता है।
जो पुरानी पार्टियों के कुछ कमजोरियों को बैसाखी बनाकर नई पार्टी अपने आप को लांच करते हैं ताकि देश के लोकतंत्र को विश्वास हो जाए की एक बेहतर पार्टी देश में आ गया है जो देश के बिगड़ी हुई स्थिति को सुधार देंगे लेकिन ऐसा कुछ भी अच्छा होता नही देश के अंदर बल्कि यह नई पार्टी इतना शातिर लुटेरे व ठग होते हैं जो पुरानी पार्टी बीस या पचास सालों में नही लुट चुके है उनको नई पार्टी अपने पाँच या दस वर्ष के कार्यकाल में लूट लेते है इतना भ्रष्ट होते हैं, इनके एक ही एजेंडा होते है मुफ्त की बिजली, मुफ्त की राशन, और मुफ्त शिक्षा, और मुफ्त की स्वास्थ्य सेवाएं देना और मुफ्त में भूमिहिन परिवार को मुफ्त में भूमि देना आवास या कृषि करने के लिए व अन्य और मुफ्त की सेवाएं देना लेकिन आने वाले समय में इन गरीबो को मुफ्त में सब कुछ दे दिये तो और आने वाले समय में नये पैदा लिए देश के इन नये गरीबो को मुफ्त में आप क्या देंगे जब आपके पास मुफ्त में देने के लिए कुछ बचा ही नही रहेगा तो फिर उस वक्त आपका मुफ्त में देने वाले योजनाओ को कैसे सफल आप बनाएंगे नये पैदा हुए गरीब को कैसे आप लाभ पहुचायेंगे जरा इस बात पर देश के लोकतंत्र को गौर करनी चाहिए कितना घातक है इन पार्टीयो के मुफ्त की सेवाएं देना और लेना।
यह देश के विकास में बहुत बड़ी बाधा डाल सकती है और इस मुफ्त की बातों को अनदेखी कर हम देश के राजनीति में भागीदारी लेते है और इनके मुफ्त की रेवड़ी का आंनद लेते हैं हम देश के लोकतंत्र तो यह मै पूर्ण विश्वास के साथ कह सकता हूँ कि आने वाले समय में देश के हालात इतना बिगड़ जायेंगे की इसको पुनः स्थापित करने के लिए सालों साल लग जायेंगे और आज की भारत की सबलता दुर्बलता की ओर चले जायेंगे और विश्व के सहयोग करने वाले कोई भी देश होगा वह भारत को कमजोर बना देगा और यहाँ के सभी संसाधनों का उपयोग कर भारत को फिर से पुनः खोखला कर गरीब देश बना देंगे यही तो हमारे दुश्मन देश चाहते हैं कि भारत को पुनः गरीब देश कैसा बनाया जाए जो आज भारत की आर्थिक विकास प्रगति पथ पर है उनको गिराने की सडयंत्र रचा जा रहा है जिसको संपूर्ण विनाश करेंगे मुफ्त में देने वाले देश के राजनीतिक पार्टी यह कोई राजनीतिक शब्द नहीं लिख रहा हूँ।
यह भारत का भविष्य बता रहा हूँ कि आने वाले समय में भारत का स्थिति ऐसा ही हो जायेगा मेरे प्यारे देश के लोकतंत्र इस मुफ्त की गंभीर विषय पर अंकुश लगाने होंगे और देश को बचाने होंगे यह मुफ्त की सेवाएं लेना भारत के लोकतंत्र की गुलामी की दस्तक है, जो देश में भ्रष्टाचार को बढ़ावा देते हुए भारत को विनाश की ओर ले जाएगा और आप देशवासियों को कैसा भारत चाहिए यह सब आप देश के लोकतंत्र पर निर्भर करती है। देश के नेताओं की क्या आता जाता है उनको तो सत्ता हासिल करने से मतलब और वह पहले से ही धनवान है उनको कोई फर्क नहीं पड़ने वाला फर्क तो हम देशवासियों को पड़ेगा ओबीसी, एससी, एसटी, और मध्यम वर्गीय संपूर्ण धर्म समाज के लोगों को जो अपने आप के मेहनत से जीते खाते है।
आज भारत में आक्रामकता की कमी आयी है, और उसका मुख्य कारण है भारत में हिंदुओ की जागरूक होना अपने सनातन धर्म संस्कृति को लेकर और देश के हिंदू धर्म गुरुओ द्वारा सनातन धर्म का विस्तार और विश्वास दोनों पैदा कर रहे है भारत के हिंदुओ के अंदर, जिसके कारण भारत में सभी अन्य धर्मो के साथ समन्वय स्थापित है, जो आपस में धर्म को लेकर लड़ाई झगड़े देखे जाते थे पूर्व के समय काल में उसमें कमी आयी है यही कुशल शासक की एक अच्छा गुण है, जो पीएम नरेंद्र मोदी सरकार भारत में बनाये रखने में कामयाब है सबका साथ सबका विकास की नीति से आज दुनिया के देशों में युद्ध की ओर अग्रसर हो रहे हैं।
और भारत शांति की ओर अग्रसर हो रहे है और अन्य युद्ध वालों देशों से भी भारत अपने अच्छे संबध बनाये हुए, वर्तमान समय में भारत के अंदर पीएम नरेंद्र मोदी सरकार को लेकर तरह तरह की चर्चाये की जा रही है मुस्लिम बाहुल्य फिलिस्तीन देश के गाजा पट्टी के आतंकी संगठन हमास और इजरायल यहूदि देश के युद्ध को लेकर जिस युद्ध से दोनों पक्षों को नुकसान हो रहा है और ज्यादा नुकसान गाजा पट्टी में रहने वाले आम नागरिको को हो रहा है इजराइल यहूदि देश के द्वारा जबकि इस युद्ध के पक्ष में भारत के पीएम नरेंद्र मोदी सरकार बिल्कुल भी नही है दोनों पक्षों को लेकर शांति चाहते हैं, लेकिन गाजा पट्टी में शासन करने वाले आतंकी संगठन हमास बिना सोचे समझे इजराइल यहूदि देश में अचानक हमला कर और इजराइली नागरिको को बंधक बना कर आतंकी संगठन गाजा पट्टी में ले आए बंदूकों के बल पर जो हमास को ऐसा नही करना था और आज हमास की इस बुरी आदत का शिकार गाजा पट्टी में रह रहे मुस्लिम फिलिस्तीनियो को भुगतना पड़ रहा है।
जो हृदय विदारक घटना उनके साथ घट रही है और इसका जिम्मेदार गाजा पट्टी के आतंकी संगठन हमास की है और जो दुश्मन देश इजराइल यहूदि देश के साथ बिना सोचे समझे युद्ध के लिए उतर आये और इसी बात को लेकर भारत के पीएम नरेंद्र मोदी सरकार आतंकी संगठन हमास के पक्ष में नही है बल्कि भारत शुरू से आतंकीयो के घोर निंदा करता है, लेकिन आम फिलिस्तीन गाजा पट्टी के आम जनता के सेवा के लिए भारत खड़ी हुई है और गाजा पट्टी में मानविय नुकसान हो रहे है उनके जरूरतों के लिए भारत सरकार पीएम नरेंद्र मोदी भारत से भोजन व दवाइयों का खेप भेज चुका है इजिप्ट के रास्ते से, तो क्या आप कह सकते हैं पीएम नरेंद्र मोदी भारत सरकार फिलिस्तीनियो के साथ नही है बल्कि दुनिया के अन्य मुस्लिम देश बड़ी बड़ी बात कर रहे हैं।
लेकिन गाजा पट्टी में हो रहे मानविय नुकसान को बचाने का प्रयास बिल्कुल भी सामने आकर नही कर रहे हैं जो भारत ने कर दिखाया और भारत के मुसलमानों को गर्व होना चाहिए अपने भारत को लेकर जो पीएम नरेंद्र मोदी सरकार के द्वारा सेवाएं उपलब्ध कराई जा रही है गाजा पट्टी के आम नागरिको के लिए इस विषय को लेकर भारत में राजनीति करने वाले नेताओं के द्वारा क्यों नहीं बोली जाती और भारत के मुसलमानों के अंदर मौलवी मौलाओ को भारत सरकार की सेवा भाव क्यों नहीं दिखते और इन विपक्ष के नेताओं के द्वारा या भारत के बहुतायत मुसलमानों के द्वारा गाजा पट्टी में मानविय क्षति हुई है और उन बेघर बेबस भूखे परिवारों के लिए क्या सेवा देने के लिए क्या उपाय किये है या भारत सरकार के माध्यम से करने जा रहे हैं या केवल भारत मे राजनीति करने में लगे हुए है भौकना बंद करो पीएम नरेंद्र मोदी सरकार को लेकर अफवाहे मत फैलाओ इससे भारत देश का सम्मान घटेगा यानी भारत के एक सौ चालीस करोड़ देश वासियों के ईज्जत की सवाल है उसमे से एक आप भी है।
भारत में झूठे राजनीति करने वाले नेता और झूठ फैलाने वाले लोग भारत में पीएम नरेंद्र मोदी सरकार के बारे में अफवाहें फैला रहे हैं और पीएम नरेंद्र मोदी सरकार ने भारत और गाजा पट्टी के मुस्लिम परिवारों का सम्मान बचाया है जो आज भयानक दुखों और पीड़ाओं से गुजर रहे हैं। उनको सेवाएं देकर आतंकवादी संगठन हमास की अनावश्यक लड़ाई का खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है और दुनिया के मुस्लिम देश बड़ी-बड़ी बातें कर रहे हैं और भारत के सनातनी हिंदू प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत के हिंदुओं का सम्मान बढ़ाया है।
और दुनिया के मुस्लिम देशों को दिखाया है की दुनिया के देशों में भारत की पारंपरिक हिंदू धर्म संस्कृति स्नेह, दया, प्रेम और सद्भाव से भरी है और हम शांति चाहते हैं और हम उन आतंकवादियों के खिलाफ हैं जो मानवीय मूल्यों पर बिल्कुल भी सही नहीं हैं। और मुस्लिम देश हथियार देते हैं और भारतीय देश अनाज देते हैं और दोनों में क्या अंतर है, दुनिया के मुसलमानों को समझना चाहिए कि हथियार विनाश करते हैं और अनाज भूख मिटाते हैं और शरीर और मन को शांति देते हैंऔर हथियार दुःख के अलावा कुछ नहीं देते हैं।
इसलिए भारत की शांति नीति को अपनाएं और अपने देश के नागरिकों के लिए सबका साथ सबका विकास नीति पर आगे बढ़ते हुए शांति से रहें। नहीं तो युद्ध में खुद को खोना पड़ेगा, यह पाने की बात नहीं है क्योंकि सभी देशों के पास घातक हथियार हैं और अगर ये हथियार किसी आतंकवादी संगठन के हाथ लग गए तो अनावश्यक युद्ध होगा जैसा कि वर्तमान में हो रहा है इजराइल और आतंकवादी संगठन हमास के साथ। इसके माध्यम से आम लोगों को नुकसान पहुंचाया जा रहा है, चाहे वह इजरायली यहूदी हों या फिलिस्तीन राज्य या गाजा पट्टी के मुसलमान, लेकिन इस घातक युद्ध की जड़ आतंकवाद है, जिसकी प्रगति से पूरी दुनिया को खतरा है। ऐसे आतंकवादी संगठनों का समर्थन करने वाले लोग या देश इन आतंकवादी संगठनों को ताकत देकर और अपने देश के आम नागरिकों की जान-माल को खतरे में डालकर अपने पैरों पर कुल्हाड़ी मारने के लिए आगे बढ़ रहे हैं।