हम क्यों सोचते हैं और बिना सोचे आप कैसे आगे बढ़ पाएंगे, लेकिन आपकी सोच सकारात्मक है या नकारात्मक, यह सब आपकी सोच पर निर्भर करता है।

Why do we think and how will you be able to move forward

हम क्यों सोचते हैं और बिना सोचे आप कैसे आगे बढ़ पाएंगे, लेकिन आपकी सोच सकारात्मक है या नकारात्मक, यह सब आपकी सोच पर निर्भर करता है।
हम क्यों सोचते हैं और बिना सोचे आप कैसे आगे बढ़ पाएंगे, लेकिन आपकी सोच सकारात्मक है या नकारात्मक, यह सब आपकी सोच पर निर्भर करता है।

NBL, 19/08/2023, Lokeshwer Verma Raipur CG: Why do we think and how will you be able to move forward without thinking, but whether your thinking is positive or negative, it all depends on your thinking. पढ़े विस्तार से... 

हम ज्यादा क्यों सोचते हैं ? मनुष्य के पास गंभीर रूप से सोचने, प्रतिबिंबित करने और जानकारी का विश्लेषण करने की क्षमता है, जो फायदेमंद और हानिकारक दोनों हो सकती है। कभी-कभी, बहुत ज्यादा सोचना, जिसे ओवरथिंकिंग भी कहा जाता है, तब हो सकता है जब किसी व्यक्ति का सामना तनाव, अनिश्चितता या कठिन परिस्थिति से होता है।

हम इंसान क्यों सोचते हैं, हम इंसान सोचते हैं, क्योंकि अपनी सोच से हम अपने जीवन में नवीनता भी पैदा करते हैं और नवाचार में सकारात्मक और नकारात्मक दोनों ही विषय हमारे दिमाग में उथल-पुथल मचाते हैं, और हम लाभ/हानि के बारे में गहराई से सोचते हैं। इसी सोच से हम अपनी सुरक्षा करते हैं और इसी सोच में उलझकर हम अपना काम बिगाड़ लेते हैं, इसीलिए हर बुद्धिमान और सफल व्यक्ति यही सलाह देता है कि हम इंसानों के लिए कोई भी काम असंभव नहीं है, जिसे हम नहीं कर सकें, लेकिन आपको अपना मनोबल बनाए रखना चाहिए और ऊपर/ नीचे दोनों से हमें मजबूत होना चाहिए, सकारात्मक सोच के साथ तो आपका हारना नामुमकिन है और ना ही आपको कोई हरा सकता है।जब हमारे पास कोई अच्छा आफर आता है तो सबसे पहले हम उस आफर में लागत का अनुभव करने लग जाते है और मन के अंदर सोच विचार मंथन करने लग जाते है और कम लागत में ज्यादा फायदा देखने लग जाते है, जबकि हमें व्यर्थ की सोच विचार नही करनी चाहिए जब तक उस अच्छे आफर के बारे में जानकारी या ज्ञान ना हो तब तक उस आफर के बारे में कम या ज्यादा लागत के विषय में हमें नही सोचना चाहिए, यही सही से जानकारी ना होने के कारण हम असफल हो जाते है, इसलिए हमें पुरवालोन से बचना चाहिए और यह पुरवालोन अगर आपके मन के सोच में घर कर बैठ है तो आपको पूर्ण रूप से समझाने में या समझने में दिक्कत आता है... 

क्योकि आप तो पहले से ही सोच कर अपने मन में ठान लिए है की कम लागत में ज्यादा फायदा हमको मिलेगा तो ही इस अच्छे आफर को कबूल करूँगा वर्ना इस अच्छे आफर को ठुकरा दूँगा। कोई रिस्क लेना पसंद नहीं करते इन्ही सब कारणों से हम असफल हो जाते है जबकि रिस्क लेने से ही अपना उन्नति हमको मिलती है और ज्यादातर हम इंसान निगेटीव बातों को ज्यादा सोचते है और पाजेटिव बातों को कम सोचते है, इसलिए हमारे ना चाहने पर भी दुर्घटना घट जाती है कम और ज्यादा लागत के चक्कर में और हम अच्छे आफर को ठुकरा देते है और हम अपने आप के विकास को आगे बढ़ने से रोक देते हैं।

आपके सोच में अगर कोई संसय है तो वह संसय आपके सामने कुछ समय में ही प्रगट हो जाते हैं, क्योकि यह आपके संसय आपके प्रबल सोच से निर्माण होते है, और निर्माण किया गया अपना संसय आपको खुशी भी देता है और गम भी देता है क्योकि आपके संसय का निर्माण किस उद्देश्य से सोच कर किया है ये तो आप सोचने वाले व्यक्ति पर निर्भर करता है या आपके अगल बगल वाले लोगों के द्वारा भी इस संसय का जानकारी आपको पता चल जाता है और कहता है मेरे को तो पहले से ही मालूम है कि आपके साथ ये दुर्घटना होना ही था क्योकि मेरे मन के सोच में ये पहले से ही जान लिया था आपको बुरा ना लगे इसलिए मै नही बताया इसलिए अच्छे कामों को अगर आप करते है और आपको पूर्ण विश्वास है इन कामों से तो आप अपने कामों को किसी और अन्य लोगों के साथ शेयर ना करे क्योकि आपके पाजेटिव सोच में कही अन्य व्यक्ति का निगेटिव सोच जुड़ गया तो समझों आपके अच्छे कामो मे रुकावट आना तय है... 

और आप फिर से व्यथित व चिंतित हो जायेंगे और अन्य जब अच्छे काम आयेंगे तो आप उन अच्छे काम को करने के लिए आगे पीछे आपको सोचना पड़ जाता है जबकि ये घटना आपके खुद की गलती से हुआ है जो अपने अच्छे काम को दूसरे अन्य को अपना समझ कर बता दिया और उनके गलत सोच से आपके काम बिगड़ जाते है इसलिए बुजुर्गो ने कहा है चुप बराबर सुख नहीं।

भले ही आप अपने अच्छे कामो को करने से पहले आप विचार विमर्श अपने घर परिवार या आपके विद्वान दोस्त से आप राय ले सकते है और कुछ बहाना बना कर उनसे उस कामों के अच्छे या बुरे परिणामों की जानकारी ले सकते है और ये कभी ना बताएं की ये काम को मै खुद से कर रहा हूँ करके और अच्छे बुरे का ज्ञान मिल गया आपको अपने स्वजनों के द्वारा तो आप शांत मन से सोच विचार करे और अपने लोगों के द्वारा दिया गया राय को मेंशन करे और फिर अच्छा लगा वह काम आपके सोच विचार में तो चुपचाप तुरन्त फटाफट उस अच्छे कामो को कर डालना चाहिए.... 

और अपने सफल कामो के फ़ायदा से आश्चर्य कर देवे अपने घर परिवार व अपने मित्र को तो आपको अपने कामो के सक्सेस से ज्यादा आनन्द आयेगा कि हमने कुछ अच्छा किया करके उसके पहले ढिंडोरा पीट कर अपने ही अच्छे काम को आप नुकसान ना होने देवे अपने आप से क्योकि सक्सेस फूल व्यक्ति का निशानी यह नही है की अपने प्रबल सोच को किसी अन्य को बताएं और उस व्यक्ति के गलत मानसिकता आपको विकास की ओर ना ले जाके विनाश की ओर ना ले जाए।

आज कुछ ऐसा ही देश के राजनीति में चल रहा है पीएम नरेंद्र मोदी सक्सेस क्यों हो रहा है क्योकि वह अपने अच्छे सोच से उन अच्छे बातों को बताकर देश वासियों के अंदर नया उम्मीद जगा रहे है कुछ कामों को दिखाकर और कुछ कामो के बारे में बताकर यही उनके अच्छे सोच से भारत का उज्ज्वल भविष्य भारतवासियों को दिखता है कि यही एक अच्छे नेता है जो भारत के विकास के बारे में सोचता है, पीएम नरेंद्र मोदी अच्छे सोच से कहता है मै भ्रष्टाचार मुक्त भारत बनाऊंगा, परिवारवादी राजनीति को समाप्त कर दूँगा और देश में तुष्टिकरण की राजनीति करने वाले के मुह में ताला लगा दूँगा सबका साथ सबका विकास का मूल मंत्र से देश को विश्वास दिलाऊँगा की मै भारत को तीसरी अर्थ व्यवस्था के साथ विश्व पटल पर ले आऊँगा मै जितना बोल रहा हूँ उसको मै नरेंद्र मोदी सरकार गारंटी दे रहा हूँ और देशवासियों को गारंटी दे रहा हूँ पब्लिक मंच से मेरे तन मन सब समर्पित है देश के नाम मेरे प्यारे देश वासी ही मेरा परिवार है और मै उनके लिए ही सपना देखता हूँ मेरा अपना है कौन आप देशवासियों के सिवा आपका ये बेटा भारत के सम्मान व भारत को सदा के लिए अमीरी की ओर ले जायेगा ये मेरा गारंटी है।

वही अपोजिट बातें विपक्षी दलों के नेताओं के द्वारा किया जा रहा है भारत के अंदर अपनी निगेटीव सोच के साथ, मणिपुर में हिंसा हो रहा है उस हिंसा के आग को और कैसे भड़काएं और पीएम नरेंद्र मोदी सरकार को कैसे कमजोर करे और हरियाणा में हुए हिंसा को लेकर विवादित बयान बाजी कर रहे हैं और बीजेपी को वोट मत देने वाले लोगों को राक्षस व असुर बोल रहे हैं कभी महंगाई को लेकर कभी रोजगार को लेकर तो कभी पीएम नरेंद्र मोदी सरकार को नीचा दिखाने के लिए राजस्थान में गैस सिलेंडर के दामों को कम कर वहाँ के उपभोक्ताओ को देना वही कर्नाटक में कांग्रेस मुफ्त की रेवड़ी बाँट कर वहाँ के अन्य विकासो पर रोक लगाई है और वही आम आदमी पार्टी दिल्ली में मुफ्त की रेवड़ी देकर दिल्लीवासियों को गंदे पानी पीने के लिए मजबूर कर दिया है और स्वास्थ्य सेवाएं ठप्प है दिल्ली की विपक्षी दलों के नेताओ के राजसत्ता उनके अपने राज्य में हो रहे हिंसा व जान माल की नुकसान हो रहे हैं उनको छिपा कर बीजेपी के राजसत्ता राज्य में हो रहे घटना को हाईलाईट कर देश के लोकतन्त्र को गुमराह क्यों करते है, जबकि आज सोशल मिडिया का जमाना है और सब कुछ देख सुन रहे है देशवासी उसके बावजूद पीएम नरेंद्र मोदी सरकार को ही जिम्मेदार क्यों मानते है क्या इन विपक्षी दलों के राज्यों में हो रहे लोकतंत्र को नुकसान क्या वह इनके नजरों में नुकसान नही है यही है इनकी गंदी सोच जो पीएम नरेंद्र मोदी सरकार को फ़ायदा दिला रहे है खुद से विपक्षी दलों के नेताओं के द्वारा। 

आप विपक्षी दलों के नेताओं के द्वारा देश में मुफ्त की रेवड़ी बाँटने व जितना सरल करने की कोशिश करेंगे आप देशवासियो को उतना ही संकट पैदा करोगे आर्थिक स्थिति से संपूर्ण भारत को आप भारत को कमजोर कर देंगे आप विपक्षी दलों के मुफ्त की रेवड़ी बाँटना जो लेने में अच्छे लगेंगे देश वासियों को लेकिन रकम चुकाने के लिए आप मुफ्त में खाने वालो की पसीना निकाल देंगे और इस मुफ्त के रुपिया अदा करने के चक्कर में आपके राज्य का अन्य काम भी ठप्प हो जायेंगे। 

और आप विपक्षी नेता पीएम नरेंद्र मोदी सरकार को कमजोर करने के लिए उनके कमजोरी को बता रहे गिन गिन कर और पीएम नरेंद्र मोदी सरकार धीरे धीरे अपने कमजोरी को आप विपक्षी दलों के नेताओं के माध्यम से देश के अंदर से समाप्त कर रहे हैं... 

जो आप विपक्षी दलों के नेेताओं की पूर्वजों के इतने सालों के राजसत्ता में बैठने के बावजूद ठीक नहीं कर पाया उसे पीएम नरेंद्र मोदी सरकार अपने साढ़े नौ साल के कार्यकाल में देश के लोगों को दिखा दिया दो साल के कोरोना काल से गुजरने के बाद भी इसे कहते है अच्छे सोच जो देश को दिख रहा है और पीएम नरेंद्र मोदी सरकार देशवासियों के अंदर विश्वास जगाया है यही उनके अच्छे सोच को समाप्त करने के लिए आप विपक्षी दलों के नेताओं को पीएम मोदी से और बेहतर व देश को बेहतरी की ओर ले जाने के लिए अच्छा सोच पैैदा करना होगा तब आप विपक्षी दलों की नैय्या पार होगा नही तो पीएम नरेंद्र मोदी सरकार के सबका साथ सबका विकास और सबके विश्वास के मूल मंत्र से आपके नैय्या को डुबो न दे... 

आप विपक्षी दल राज्य सरकार स्थापना के लिए आपके मुफ्त की रेवड़ी देना कुछ हद तक सफल हो सकता है लेकिन केंद्र में सरकार बनाने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी सरकार के सोच से भी उपर सोच पैदा करना होगा आप विपक्षी दलों के नेताओं को तभी कुछ अच्छे कर सकते है क्योकि देश के प्रधान मंत्री ताकतवर तो देश ताकतवर बनता है।