देश में जहां-जहां विदेशियों को आश्रय दिया गया है, उन्हीं विदेशी शरणार्थियों ने भारत में सरकारी भूमि अधिग्रहण, अराजकता, गुंडागर्दी, नशाखोरी आदि को जन्म दिया है और ये लोग भारत की संस्कृति और सभ्यता को बिगाड़ने में लगे हैं।
Wherever foreigners have been given shelter




NBL, 30/05/2023, Lokeshwer Prasad Verma Raipur CG: Wherever foreigners have been given shelter in the country, the same foreign refugees have given birth to government land acquisition, anarchy, hooliganism, drug abuse etc. in India and these people are engaged in spoiling India's culture and civilization.
आप भारत के पुरानी इतिहास उठा कर देखिये हमारे देश के मूल निवासी वह भी खासकर सनातन धर्म संस्कृति से ताल्लुक रखने वाले भारतीय लोग जिसे आज हम चार वर्णो में बाँट दिये है, यही हमारे भारतीय मूल निवासी लोग अपना अलग धर्म बना लिया यही हम भारतीयो की दुर्भाग्य है, जो आज भी हम भारतीय लोग खंड खंड होकर और कुछ हमारे भारतीय मूल निवासी लोग विदेशी धर्मो को अपनाकर भारतीय मूल संस्कृति सभ्यताओ से अलग थलग हो गए हैं।
भारतीय सनातनी धर्म के लोग बहुत ही धर्म परायन व निष्ठा वान कर्तव्य पथ पर चलने वाले लोग होते थे, जैसे राजा दानी हरिश्चन्द्र, राजा मोरध्वज, राजा श्री राम, महाराणा प्रताप, शिवाजी महाराज, साहू जी महाराज, और कितने देश बलिदानी शहीद भगत सिंह, खुदी राम बोस, महात्मा गाँधी, वीर सावरकर जी ऐसे कई उदाहरण हैं जो भारतीय इतिहास में है, जो हम भारतीय मूल निवासीयो को साहस देती है।
जब से भारत माँ के पवित्र भूमि में विदेशी लोग कदम रखा तब से भारत माँ के मर्यादा भंग हो गई है, और इसका दोषी हम खुद भारतीय मूल निवासी लोग है, जो दया, ममता और मानवीय मानवता के आगोस में आकर इन विदेशियों को आश्रय दिया जबकि हम भारतीय मूल निवासीयो के धर्म कर्म भारतीय मूल जन एकता से बिल्कुल अनफ़िट था इन विदेशी लोग हमारे भारतीय मूल निवासीयो की संपंनता मानवीय बोल चाल स्वभाव व्यवहार की एकता देख इन विदेशी लोग भवचक्के में पड़ गया था।
इतना विशाल भारत देश इतना विशाल आबादी जनसंख्या के बावजूद चार वर्ण जाति एक साथ कैसे अपने आप सभी अपने अपने कर्म को शांति पूर्वक ढंग से कैसे मिल जुलकर कर रहे हैं, वह भी एक रिश्ते में पिरोकर चारों वर्णो के जाति अलग अलग वर्णो से है लेकिन धर्म एक है, और चारों वर्णो में एक रिश्ता भी है, भगवान के मंदिर व पवित्र पोथी पाठ पढ़ने वाले ब्रामहन और गंदगी उठाने वाले शुद्र को एक रिश्ते में संबोधित कर रहा है काका काकी, मामा मामी, भईया भौंजी, ऐसे रिश्ते कैसे हो सकता है इन भारतीयो को समझ पाना बड़ा ही मुश्किल है और आज भी हम भारतीय मूल निवासी आज भी इन रिश्तों को संजो कर रखे हुए है।
जब से इन विदेशियों को शरण दिया तब से भारत के मूलनिवासीयो में फुट पड़ गया, और इन विदेशी शरणार्थियों ने भारत देश को बर्बाद करके रख दिया और हमारे भारतीय मूल निवासीयो के हक हिस्सा में डाका डाल कर रख दिया और आज भारत में जितना भी वाइलेंस हो रहा है, यही विदेशी शरणार्थियों के कारण हो रहा है, यही लोग सरकारी भूमि अधिग्रहण करके रखा हुआ है, यही शरणार्थि लोग देश में ड्रग्स, यही लोग देश में आतंक फैला कर रखे हुए हैं, यही विदेशी शरणार्थि लोग देश के लोकतंत्र को खतरे मे डाल कर रख दिया है, यही विदेशी शरणार्थि लोग देश के राजनीतिक नेताओं की वोट बैंक बना हुआ है, जिसके बल पर राजसत्ता हासिल करते है, कोई भी ऐसा गलत कार्य देश में नहीं करता होगा जो इन विदेशी शरणार्थि लोगो की अच्छे कार्यो को देश में गिनाये जा सके इन लोगों की एक ही काम रात दिन उल्टा पुलटा देश में हरकत करना अब इसका उपचार ना ही देश के सर्वोच्च न्यायालय के पास है, ना ही देश के राजनीतिक नेताओं के पास है, क्योकि इन राजनीतिक नेताओं के लिए यह विदेशी शरणार्थि लोग वोट बैंक है, और देश के भारतीय मूल निवासीयो के पास टाईम नहीं है, भले ही इनके बहु बेटी के अस्मत को लूटे भले ही इनके जवान बेटा बेटी नशे की शिकार हो जाए या इन विदेशी शरणार्थि लोग दिन दहाड़े चोरी करे हत्या करे कोई फर्क नहीं पड़ता, लेकिन आप भारतीय मूल निवासीयो को फर्क पड़ना चाहिए। सनातनी धर्म के चोल वंश हमारे भारतीय इतिहास में गवाह जो 1500 वर्ष तक राज पाठ किया जो प्रथम भारतीय नैवी नौसेना का निर्माता है हम सभी भारतीय मूल निवासी चार वर्ण जाति के लोग पूर्ण रूप से सनतानी धर्म के थे जिसे बाद में यही विदेशी लोग हिंदू नाम दिया जिसे हम अपने आप को आज हिंदू कहते हैं, जबकि विदेशी धर्म के गिनती के लिए हिंदू धर्म रखा गया ताकि हम भारतीय मूल निवासी लोग अपने सनातन धर्म संस्कृति को भूल जाए और हमारे चार वर्णो में फुट भी इन्ही विदेशी शरणार्थियों ने डाला देश में आरजकता भी इन्ही विदेशी लोगों ने फैलाई अब बहुत देर हो चुका है, रोक सको तो रोक लो कुछ देश के राजनीतिक नेताओं ने देश को खोखला कर दिया है, और बहुत कुछ खोखला देश को ये विदेशी शरणार्थियों लोग कर रहे हैं।