विश्व हिन्दू परिषद बजरंग दल बस्तर के विश्व प्रसिद्ध दशहरा के बेल पूजा विधान मे हुआ सम्मिलित

विश्व हिन्दू परिषद बजरंग दल बस्तर के विश्व प्रसिद्ध दशहरा के बेल पूजा विधान मे हुआ सम्मिलित
विश्व हिन्दू परिषद बजरंग दल बस्तर के विश्व प्रसिद्ध दशहरा के बेल पूजा विधान मे हुआ सम्मिलित

जगदलपुर। आज बस्तर_दशहरा पर्व की एक और महत्वपूर्ण रस्म बेल_पूजा अदा की गई. इस रस्म में बेलवृक्ष और उसमें एक साथ लगने वाले दो फलों की पूजा का विधान हैl जगदलपुर शहर से लगे ग्राम सरगीपाल में वर्षों पुराना एक बेलवृक्ष है, जिसमें एक के अलावा दो फल भी एक साथ लगते हैं l बेल रस्म को बस्तर के लोग अनोखे और दुर्लभ तरीके से मनाते हैं l इसी बेलवृक्ष और जोड़ी बेल फल की पूजा-अर्चना परंपरा अनुसार संपन्न किया गया ।

दरअसल दो जोड़ी बेल फल को दोनों देवियों का प्रतीक माना जाता है l हर साल बेल न्योता में राजा स्वयं इस गांव में आकर जोड़ी बेल फल को सम्मानपूर्वक पुजारी से ग्रहण करतें है और उसे जगदलपुर स्थित माई दंतेश्वरी के मंदिर में पूजा-अर्चना के साथ रखा जाता हैlइन बेल फलों के गूदे का लेप माईजी के छत्र पर किया जाता है और इसी से राजा स्नान भी करते हैंl बेल पूजा विधान के दौरान गांव सरगीपाल में उत्सव जैसा माहौल रहता है ।