मसीही मानने वाले ग्रामीण अपने मौलिक संवैधानिक हक अधिकारो के हनन पर न्याय की मांगे लेकर पहुंचे जिला कलेक्टर के पास मिला आश्वाशन, अगर 10 दिन भीतर नहीं होगा कोई पहल तो 20 जून को करेंगे इक्षा मृत्यु की मांगे प्रदर्शन - नरेन्द्र भवानी /छ. ग. यु. म./कांग्रेसी नेता

मसीही मानने वाले ग्रामीण अपने मौलिक संवैधानिक हक अधिकारो के हनन पर न्याय की मांगे लेकर पहुंचे जिला कलेक्टर के पास मिला आश्वाशन, अगर 10 दिन भीतर नहीं होगा कोई पहल तो 20 जून को करेंगे इक्षा मृत्यु की मांगे प्रदर्शन - नरेन्द्र भवानी /छ. ग. यु. म./कांग्रेसी नेता
मसीही मानने वाले ग्रामीण अपने मौलिक संवैधानिक हक अधिकारो के हनन पर न्याय की मांगे लेकर पहुंचे जिला कलेक्टर के पास मिला आश्वाशन, अगर 10 दिन भीतर नहीं होगा कोई पहल तो 20 जून को करेंगे इक्षा मृत्यु की मांगे प्रदर्शन - नरेन्द्र भवानी /छ. ग. यु. म./कांग्रेसी नेता

मसीही मानने वाले ग्रामीण अपने मौलिक संवैधानिक हक अधिकारो के हनन पर न्याय की मांगे लेकर पहुंचे जिला कलेक्टर के पास मिला आश्वाशन, अगर 10 दिन भीतर नहीं होगा कोई पहल तो 20 जून को करेंगे इक्षा मृत्यु की मांगे प्रदर्शन - नरेन्द्र भवानी /छ. ग. यु. म./कांग्रेसी नेता

जगदलपुर : मामले मे छत्तीसगढ़ युवा मंच के संस्थापक व कांग्रेस पार्टी नेता नरेन्द्र भवानी सैकड़ो मसीह मानने वाले ग्रामीणों के साथ पहुंचे बस्तर कलेक्टर जी के पास, न्याय दिलाने की किया मांग, बस्तर कलेक्टर जी से मिला आश्वाशन, 10 दिन के भीतर अगर कोई पहल नहीं, तो 20 जून को हजारो की संख्या मे करेंगे इक्षा मृत्यु की मांग आंदोलन जिसका जिम्मेदार जिला प्राशासन स्वयं होगा।

भवानी नें बताया है की धर्म की आड़ लेकर लोग इतना अमानवीय हो चुके है, की दूसरे वर्ग के लोगो का जीवन यापन तक जानवरो जैसा कर दिए है, और पूरी घटना को देखने से ऐसा लगता है, की गैर कानूनी कृत्य करते हुवे जो लोग धर्म रक्षक बने हुवे है, वास्तव मे इनका यह कृत्य जमीन कब्जे, फसलों पर कब्जे, रोजगार पर कब्ज़ा लुट करने जैसा दीखता है,और दिखे भी क्यूँ नहीं, खेती बाडी का समय अब नजदीक आ पहुंचा है, तो अचानक धर्म रक्षक साथियों को धर्म बचाना याद आया, और मसीही मानने वाले लोगो को अपने पीढ़ी दर पीढ़ी खेती करने वाली खेतो पर खेती नहीं करने का फरमान, वह जमीन को छोड़ो का फरमान,और बहुत कोशिस के बाद कइयों का जमीन खाली भी करवा लिया जाए,तो उसके बाद उस जमीन का क्या, समझने का प्रयास करना पड़ेगा खाली जमीन पर किसका कब्ज़ा, किसका खेती, किसे होगा लाभ, क्या ऐसा करने से किसी धर्म का रक्षक बनना संभव है, कतई नहीं, बल्की ऐसा करने से दूसरे वर्ग के साथी जो पीड़ित है, उसका पूरा साल बर्बाद होगा, उसका साल भर का खेती का फसल जिससे वह अपना और अपने परिवार का पेट भरेगा सब के सामने जीवन जीने का समस्या खड़ा हो जाएगा, और वह पीड़ित परिवार रोड पर आजाएगा, और ऐसा करना गैर कानूनी कृत्य है, गैर संवैधानिक कृत्य, कइयों शिकायत के बाद भी प्राशासन ध्यान नहीं दें रही है,जिसके कारण यह धर्म के आड़पर गैर कानूनी कृत्य बढ़ता चला जा रहा है, जो किसी भी वर्ग के लिए कही से भी उचित नहीं है।

भवानी नें आगे कहा है की मामले मे दो दिन पहले ही लगभग सभी जिम्मेदार अधिकारियों को आवेदन पत्र भेजा जा चूका है, सम्बंधित थाना मे आरोपियों के खिलाफ बयान दर्ज किया जा चूका है, और आज ज्ञापन देकर फिर से मामले मे न्याय की अपील किया हूँ, आश्वासन बस्तर कलेक्टर जी से मिला है, अब देखना होगा की हमें न्याय मिलता है या फिर से अपने संवैधानिक अधिकारो को प्राप्त करने के लिए सड़क जमीन की लड़ाई लड़नी होगी, हमने 10 दिन का समय जिला प्राशासन को दें रहें है, 20 जून को हमारा हजारो की संख्या मे होगा आंदोलन।