CG फर्जी मेट्रिमोनियल साइट के शातिर महिला ठग : लिव इन रिलेशन और शादी के नाम पर फंसाती थी लड़कियां…..सुंदर - सुंदर लड़कियों की तस्वीर दिखाकर बनाती थी दीवाना, फिर पर्सनल प्रॉब्लम बता ऐंठते थे रुपए….72 साल के बुजुर्ग को 19 साल की लड़की ने विधवा बताकर लिव इन रिलेशन के नाम पर ठगे लाखों….संचालक सहित 4 लड़कियां गिरफ्तार……….




डेस्क : छत्तीसगढ़ की बिलासपुर पुलिस ने मेट्रिमोनियल साइट के आड़ में ठगी करने वाले गिरोह के 5 सदस्यों को गिरफ्तार किया है। इनमें संचालक सहित 4 लड़कियां भी शामिल हैं। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 55 हजार रुपए नगद समेत, फर्जी सिम कार्ड, 13 मोबाइल, एक लैपटॉप, 10 रजिस्टर समेत कई एटीएम कार्ड जब्त किया है। इसको लेकर 72 साल की महिला ने सिविल लाइन थाने में शिकायत दर्ज करवाई थी। आरोपियों ने लिव इन में रहने का झांसा देकर उनसे 1.2 लाख रुपए ठगे थे।
मेट्रोमॉनियल साइट के जरिये कभी खुद को जवान बताती तो कभी विधवा…कभी खुबसूरत फोटो पोस्ट कर लुभाती, तो कभी चिकनी-चुपड़ी बातों से फंसाती….बिलासपुर में शातिर लड़कियों का गिरोह बेनकाब हुआ है। ये गिरोह “रिवाज” और “इंडियन कल्चर मैंट्रीमोनियल” के नाम पर ऑनलाइन साइट चलाता था। जिसमें पहले रजिस्ट्रेशन के नाम पर हजारों रूपये ठगे जाते थे और फिर साइट से जुड़ी लड़कियां लोगों को ठगने में जुट जाती।
पुलिस ने बताया कि रिवाज मैरिज ब्यूरो के संचालक पथरिया जिला मुगेली निवासी मनीष उर्फ मालिकराम, सीपत निवासी अजय कुमार साहू, सिरगिट्टी निवासी संगीता यादव, सरकंडा निवासी रोशनी मानिकपुरी और तारबहार निवासी पूजा कोरी को गिरफ्तार किया है। गिरोह के सदस्य सुंदर महिलाओं की तस्वीर दिखाकर लोगों को शादी का ऑफर दिया करते थे। ऑफर में जो फंस जाता, उसे निजी समस्या या फिर किसी एक्सीडेंट की बात कहकर रुपए ऐंठा करते थे।
रिटायर्ड कर्मचारियों को ही बनाते थे अपना शिकार
पुलिस के अनुसार गिरोह के सदस्य रिटायर्ड सरकारी कर्मचारी या फिर बुजुर्ग लोगों को ही केवल अपना शिकार बनाया करते थे। ऐसे लोगों से यह ठग 8.5 हजार रुपए रजिस्ट्रेशन फीस के तौर पर वसूलते थे। इसके बाद खुद ही फोन पर अपने शिकार से मीठी-मीठी बातें करके उन्हें अपने जाल में फंसाया करते थे।
कोर्ट में पूछूंगा की क्या अंजू नाम की कोई महिला है भी या नहीं
आरोपियों के गिरफ्तार होने के बाद मामले में बिलासपुर के असीम बेग ने कहा कि मैं मामले में सुनवाई एक दौरान आरोपियों से अंजू के बारे में पूछूंगा। उन्होंने कहा कि मैं उनसे पूछूंगा कि अंजू नाम को कोई महिला थी या नहीं। आगे उन्होंने कहा इस तरह के धोखे की बात सपने में भी नही सोची थी
पुलिस अधीक्षक बिलासपुर श्री दीपक झा द्वारा ठगी के अपराध पर अंकुश लगाने निदेर्षित किया गया था। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर श्री उमेश कश्यप एवं नगर पुलिस अधीक्षक श्रीमती मजू लता बाज के मार्गदर्षन में थाना प्रभारी सनिप रात्रे के द्वारा प्रकरण के आरोपीयों के पतासाजी हेतु तत्काल साइबर सेल व थाने से टीम बनाकर रवाना किया गया।
प्रकरण में लोगों से पूछताछ एवं तकनीकि साक्ष्य के माध्यम से रिवाज मैरिज ब्यूरो के संचालक मनीष उर्फ मालिकराम को हिरासत में लेकर पूछताछ करने पर अपने साथी अजय साहू ,संगीता यादव, पूजा कोरी, रोशनी मानिकपुरी, मिलकर रजिस्ट्रेशन के लिए असिम बेग को 8500 रू का रजि0 काउन्सलिग फिस बोलकर जमा करा लिए और पूजा यादव अपने आप को अंजू बताकर बातों में फसाकर मामा बिमार हो गये ,जबलपुर आ गये बोलकर अलग-अलग बहाने परेशानी बताकर प्रार्थी से अलग-अलग किस्तो में रकम की ठगी करना बताये आरोपीयों के कब्जे से घटना में प्रयुक्त मोबाईल, सिम, सीपीयू, लेपटाप, रजि, एवं नगदी रकम 55000 रू को पृथक-पृथक आरोपीयों से जप्त कर कब्जा पुलिस लिया गया। एवं आरोपीयों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड पर भेजा जाता है। पूछताछ पर पता चला कि आरोपीयों के द्वारा बुजूर्ग व्यक्ति एवं रिटायर्ड सरकारी कर्मचारी को अपने जाल में फसाकर रकम की ठगी करते थे। दस्तावेज अवलोकन पर कई बुजुर्ग व्यक्ति के नाम मिले है जिसकी जांच की जा रही है। प्रकरण में विवेचना जारी है।
उपरोक्त कार्यवाही में-निरी0 शनिप रात्रे, निरी कलीम खान, निरी0 प्रदीप आर्या, उनि0 प्रभाकर तिवारी उनि मनोज पटेल, उनि मनोज नायक(साइबर सेल), उनि सागर पाठक, सउनि अवधेश सिंग, आर0 1148 सरफराज खान, आर0 1236 विकास यादव, 1023संजीव जांगडे, आर0 534 देवेन्द्र दुबे आर0 690 अविनाश पाण्डे, म0आर0 आशा नेताम आरक्षक ईश्वरी कश्यप ,शंकुतला साहू (साइबर सेल से-आर0 679 सोनू पाल, आर0 1404 तदबीर सिग, )की महत्वपूर्ण भूमिका रही।