CG में अनोखी शादी का VIDEO: एयर बैलून पर दूल्हा-दुल्हन ने निभाई शादी की रस्म, 70 फीट ऊंचाई पर जाकर पहनाई वरमाला, देखें वीडियो.....
Unique Wedding Video, Varmala in Hot Air Balloon, Viral News, Bhilai, Chhattisgarh: सोशल मीडिया में एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. वीडियो में देखा जा सकता है कि शादी में वर और वधु एयर बैलून में बैठकर करीब 70 फीट ऊंचाई पर गए और एक दूसरे को वरमाला डाली. छत्तीसगढ़ के भिलाई शहर में हुई अनोखी शादी का वीडियो सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है. दुर्ग के भिलाई सेक्टर सात में एक ऐसी शादी हुई. जिसे देखकर लोग काफी रोमांचित हुए. यहां बैलून में चढ़कर दूल्हा दुल्हन ने आसमान में वरमाला के रस्म को पूरा किया.




Unique Wedding Video, Varmala in Hot Air Balloon, Viral News
Bhilai, Chhattisgarh: सोशल मीडिया में एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. वीडियो में देखा जा सकता है कि शादी में वर और वधु एयर बैलून में बैठकर करीब 70 फीट ऊंचाई पर गए और एक दूसरे को वरमाला डाली. छत्तीसगढ़ के भिलाई शहर में हुई अनोखी शादी का वीडियो सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है. दुर्ग के भिलाई सेक्टर सात में एक ऐसी शादी हुई. जिसे देखकर लोग काफी रोमांचित हुए. यहां बैलून में चढ़कर दूल्हा दुल्हन ने आसमान में वरमाला के रस्म को पूरा किया.
लड़की के पिता अवधेश पाण्डेय ने बताया कि उनके अरमान थे कि वो अपनी बेटियों की शादी में कुछ अलग करें. इससे पहले भी अवधेश पाण्डेय अपनी बड़ी बेटी की शादी में इसी तरह की वरमाला की रस्म करा चुके हैं. एयर बैलून इतना विशाल था कि उसके लिए काफी बड़े ग्राउंड की जरूरत थी. इसको देखते हुए पाण्डेय परिवार ने सेक्टर-7 दशहरा मैदान में शादी का आयोजन तय किया. देर रात 11 बजे करीब एयर बैलून दूल्हा दुल्हन को लेकर आसमान में उड़ा. देखें वीडियो......
इसके बाद 70 फिट की ऊंचाई में दोनों ने एक दूसरे को वरमाला पहनाई. एयर बैलून उड़ाने वाले एक्सपर्ट रोहितास ने बताया कि वह लोग बीकानेर से यहां आए हैं. वह पहली बार भिलाई एयर बैलून लेकर आए हैं. पायलेट की देखरेख में बैलून फ्लाई करता है. इसे रस्से से बांधकर कंट्रोल किया जाता है. इसमें एक बकेट होता है बकेट में गैस सिलेंडर रखा होता है, जिससे आग जलाकर बैलून में गर्म हवा भरी जाती है. इसी बकेट में दूल्हा दुल्हन और पायलेट सवार रहते हैं.
रस्से के जरिए टीम के लोग खींचकर बैलून को ऊपर नीचे कर सकते हैं. इसके लिए 7 लोगों की टीम है. रोहित यह काम पिछले 20 सालों से कर रहे हैं. रोहितास ने बताया कि उनके पास LPG गैस का स्टोरेज होता है. ये एक काइट फ्लाइंग की तरह होता है. इसे रोप के जरिए कंट्रोल किया जाता है,और वेदर चेक करने के बाद ही उड़ाया जाता है. जहां बैलून उड़ाना होता है वहां के मौसम को एक महीने पहले से चेक करना पड़ता है.