भरोसा रखे: हम जब कही किसी का अच्छा कर रहे होते है, तब हमारे लिए भी कही कुछ अच्छा हो रहा होता है.
Trust: Whenever we are doing good to someone




NBL, 13/08/2022, Lokeshwer Prasad Verma,. Trust: Whenever we are doing good to someone, then something good is happening for us too.
भरोसा रखे: हम जब कही किसी का अच्छा कर रहे होते है, तब हमारे लिए भी कही कुछ अच्छा हो रहा होता है, और हम इंसान व्याकुल हो जाते है, हे ईश्वर आप इतना निर्दयी क्यों हो जो हमारे साथ ऐसा अन्याय हो रहा है, लेकिन आपके साथ अन्याय नहीं बल्कि न्याय हो रहा है, और आपके अच्छे कार्यो का फल आपको अच्छा ही फल प्राप्त मिलेगा ये तय है। बस आपको सब्र करना पड़ेगा धैर्य के साथ, पढ़े विस्तार से...
जैसे पढ़ने वाले अच्छे विद्यार्थी अपने आप मे भरोसा करते हैं, की हम अपने प्रश्न पुस्तिका का उत्तर सही ढंग से लिखे हैं, और आने वाले समय में इसका परिणाम सही आयेगा और हम अच्छे अंक नम्बर से पास होंगे यही उनके भरोसा उनके भविष्य को आगे की ओर ले जाता है, और दूसरे साल के होने वाले पढ़ाई लिखाई मे व्यस्त हो जाते हैं और फिर आने वाले परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त करने के लिए तैयारी मे लग जाते है, अनवरत ऐसे ही अपने पढ़ाई मे ध्यान देने वाले विद्यार्थी अपने लक्ष्य को प्राप्त कर लेते हैं, और सही मुकाम हासिल कर लेते हैं।
लेकिन जो विद्यार्थी अच्छे ढंग से पढ़ाई नहीं करते वह विद्यार्थी अपने कमजोरी को ना समझते हुए, अपने शिक्षक व अपने माता पिता व अपने ईष्ट देव के ऊपर दोष लगाते हैं, क्योकि कर्म विहीन व्यक्ति अपने दोष को ना देखते हुए दूसरे को दोषी ठहराते है। और ऐसे व्यक्ति अपने मंजिल तक कभी नहीं पहुँच पाते, और ऐसे ही लोग गलत संगत मे पड़ कर अपने अच्छे समय का निर्माण नहीं कर पाते क्योकि इस किस्म के लोग परबुद्धि वाले बुद्धु होते हैं।
अक्सर लोग अपने आप के बुद्धि मे न चलकर दूसरे के कही कहाई सुनी सुनाई बातों पर यकीन कर लेते है, और सही निर्णय ना लेकर गलत निर्णय ले लेते है और खुद अपना नुकसान कर लेते हैं, और आज यही लोगों के साथ अक्सर हो रहे है, जिसके पास भी आप चले जाए आप, आपको पता लग जायेगा की हमको इस कारण से नुकसान हुआ, लेकिन ये नुकसान का कारण उनको सही ढंग से पता नही रहता, और जब बाद मे पता चल जाता है, उस वक्त वह नुकसान उठा चुका होता है। और इन्ही सब कारणों के कारण वह सही निर्णय लेने के लिए सक्षम नहीं हो पाते और इनके मन और बुद्धि शक के दायरे इर्द गिर्द उनके आस पास घूमते रहते हैं। और जीवन भर इन्ही कारणों के कारण वह उन्नति नहीं कर पाते जैसे दूध का जला छाछ को भी फुक फुक कर पीने वाले कहावत इनके जहन मे बैठ जाते हैं। और सही मंजिल मे ले जाने वाले व्यक्ति को भी वह शक के नजरों से देखते हैं कही फिर से मै धोखा ना खा जाऊ बस यही इनके सोच उनके विकास में सबसे बड़े बाधक है। आज ज्यादातर लोग इन्ही उलझन में पड़े हुए हैं।
इसलिए आज लोगों को अच्छी ज्ञान की जरूरत है, अच्छे दिन को लाने के लिए अपने आप मे ज्ञान वान होना जरूरी है, अच्छे संगत से ही अच्छे रंगत चढ़ेगा, बिना वजह अपने आप को उलझन मे ना डालें और अपने जरूरतों को पुरा करने के लिए अपने आप के कर्म और बुद्धि का सबलता होना भी अनिवार्य है। जिस पर भी यकीन हो आपको उस यकीन का भरोसा करने के लिए आप उनके साथ सम्बन्ध बनाकर उनके भरोसे का जाँच करें चाहे वह कोई भी हो, और उनके भरोसे मे विश्वास आपको आ गया पूर्ण रूप से तो आप ऐसे विद्वान व्यक्ति को कभी ना छोड़ और सही निर्णय लेकर उनके भरोसे के सहारे अपने मंजिल तय करें, आपको सफलता जरूर मिलेगा।