CG में बेतहाशा बढ़े सब्जियों के दाम, रसोई का गड़बड़ाया बजट, जानिए क्या है वजह, अगले दो माह तक नहीं मिलेगी राहत
टमाटर सहित अन्य सब्जियों की कीमत में हुई वृद्धि से लोगों की थाली से सब्जी गायब होने लगी है। टमाटर अभी 60 रुपये किलो बिक रहा।




रायपुर। सब्जियों के बढ़ते दाम से आम आदमी की रसोई का बजट गड़बड़ा गया है। टमाटर सहित अन्य सब्जियों की कीमत में हुई वृद्धि से लोगों की थाली से सब्जी गायब होने लगी है। टमाटर अभी 60 रुपये किलो बिक रहा। डूमरतराई सब्जी बाजार के सचिव हरीश बाबरिया ने बताया, प्रदेश में सभी सब्जियां बाहर से आ रही। लोकल सब्जियां नहीं आने के कारण सब्जियों के दाम बढ़ गए हैं। अनुमान लगाया जा रहा है कि अगस्त तक टमाटर की कीमत 100 रुपए किलो तक पहुंच जाएगी।
छत्तीसगढ़ में महाराष्ट्र, कोलकाता, गुजरात और पश्चिम बंगाल से सब्जियां आ रही। इन दिनों अदरक -लहसुन के दाम 150 रुपये के पार हो गया है। वहीं फूलगोभी, करेला, तरोई के दाम 80 रुपये किलो, धनिया पत्ती, लौकी, ग्वारफली, गलकी की कीमत 60 रुपये किलो, छत्तीसगढ़ की भाजी के रेट 50 रुपये किलो तक पहुंच गए हैं। अगले सितंबर माह तक ऐसी स्थिति बनी रहेगी।
डूमरतराई सब्जी बाजार के सचिव हरीश बाबरिया ने बताया कि बीते दिनों जब छत्तीसगढ़ में बेमौसम बारिश और कहीं-कहीं पर ओले-अधेड़ की स्थिति बनी थी, तभी फ्लावर ड्रॉपिंग (सब्जी का फूल बनने से पहले ही ड्राप हो जाना) के कारण सब्जियां नहीं हो पाई और इस कारण यहां पर प्रदेश में लोकल सब्जियों की आवक नहीं हो रही। सारी सब्जियां बाहर से आ रही है। अब फिर से फुल लगने का समय आ गया है, अब मानसून के कारण फिर से फ्लावर ड्रॉपिंग का खतरा है। इसके कारण आगे भी सब्जियों के दाम बढ़ने की उम्मीद है। यह स्थिति अगस्त सितंबर तक बनी रहेगी।